#अलबेरूनी,अबु रेहान मुहम्मद बिन अहमद अल-बयरुनी 15 सितम्बर, 973 ई. ख्वारिज़्म, 13 दिसम्बर, 1048 ई. ग़ज़नी- फ़ारसी विद्वान् लेखक, वैज्ञानिक, धर्मज्ञ तथा विचारक थे । वह ‘रबीवा’ का रहने वाला थे । 1017 ई. में ख्वारिज़्म को महमूद ग़ज़नवी द्वारा जीत लिया गया। सुल्तान महमूद ग़ज़नवी के सामने अलबेरूनी को एक क़ैदी के रूप में ग़ज़नी लाया गया था। उनकी विद्वत्ता से प्रभावित होकर महमूद ग़ज़नवी ने उसे अपने राज्य का ‘राज ज्योतिष’ नियुक्त कर दिया। अलबेरूनी ने ‘किताब-उल-हिन्द’ नामक पुस्तक की भी रचना की थी। अलबरूनी अरबी, फ़ारसी, तुर्की, संस्कृत, गणित, खगोल के प्रमुख जानकर थे ।
#इलाचन्द्रजोशी ( 13 दिसम्बर, 1903 – 1982) हिन्दी में मनोवैज्ञानिक उपन्यासों के आरम्भकर्ता माने जाते हैं। जोशी जी ने अधिकांश साहित्यकारों की तरह अपनी साहित्यिक यात्रा काव्य-रचना से ही आरम्भ की। पर्वतीय-जीवन विशेषकर वनस्पतियों से आच्छादित अल्मोड़ा और उसके आस-पास के पर्वत-शिखरों ने और हिमालय के जलप्रपातों एवं घाटियों ने, झीलों और नदियों ने इनकी काव्यात्मक संवेदना को सदा जागृत रखा।