जयंती
टीपू सुल्तान का जन्म 20 नवम्बर 1750 को कर्नाटक के देवनाहल्ली (यूसुफ़ाबाद) (बंगलौर से लगभग 33 (21 मील) किमी उत्तर मे) हुआ था। उनका पूरा नाम सुल्तान फतेह अली खान शाहाब था। उनके पिता का नाम हैदर अली और माता का नाम फ़क़रुन्निसा था। उनके पिता हैदर अली मैसूर साम्राज्य के एक सैनिक थे। जो अपनी ताकत से 1761 मे मैसूर साम्राज्य के शासक बने। टीपू को मैसूर के शेर के रूप में जाना जाता है। योग्य शासक के अलावा टीपू एक विद्वान, कुशल सैनिक और कवि भी थे,4 मई 1799 को 48 वर्ष की आयु में कर्नाटक के श्रीरंगपट्टना में टीपू को धोके से अंग्रेजो द्वारा क़त्ल किया गया। टीपू अपनी आखरी साँस तक अंग्रेजो से लड़ते लड़ते शहीद हो गए। उनकी तलवार अंगरेज़ अपने साथ ब्रिटेन ले गए। टीपू की मृत्यू के ( 4 मई 1799) के बाद सारा राज्य अंग्रेज़ों के हाथ आ गया।
पुण्य तिथि
फ़ैज़ अहमद फ़ैज़ 13 फ़रवरी, 1911 – 20 नवम्बर, 1984 मशहूर शायर थे उपमहाद्वीप के जिनको अपनी क्रांतिकारी रचनाओं में इंक़लाबी और रूमानी के मेल की वजह से जाना जाता है। सेना, जेल तथा निर्वासन में जीवन व्यतीत करने वाले फ़ैज़ ने कई नज़्म, ग़ज़ल लिखी तथा उर्दू शायरी में आधुनिक प्रगतिवादी दौर की रचनाओं को सबल किया। उन्हें नोबेल पुरस्कार के लिए भी मनोनीत किया गया था। जेल के दौरान लिखी गई उनकी कविता ‘ज़िन्दा-नामा’ को बहुत पसंद किया गया था। उनके द्वारा लिखी गई कुछ पंक्तियाँ अब भारत-पाकिस्तान की आम-भाषा का हिस्सा बन चुकी हैं।, बोल कि लब आज़ाद हैं तेरे बोल कि लब आज़ाद हैं तेरे बोल ज़बाँ अब तक तेरी है तेरा सुतवाँ जिस्म है तेरा बोल कि जाँ अब तक् तेरी है देख के आहंगर की दुकाँ में तुंद हैं शोले सुर्ख़ है आहन खुलने लगे क़ुफ़्फ़लों के दहाने फैला हर एक ज़न्जीर का दामन बोल ये थोड़ा वक़्त बहोत है जिस्म-ओ-ज़बाँ की मौत से पहले बोल कि सच ज़िंदा है अब तक बोल जो कुछ कहने है कह
मुबारक साल गिरह
बबीता फोगाट 20 नवम्बर, 1989, भिवानी फ्रीस्टाइल पहलवान हैं जिन्होंने 2010 के राष्ट्रमंडल खेलों में रजत पदक जीता है। उन्होंने 2012 विश्व कुश्ती चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता और 2014 राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीते। बबीता फोगाट राष्ट्रमंडल खेलों की विजेता गीता फोगाट की बहन हैं।