इलाहाबाद। मऊआइमा की एक नाबालिग लड़की ने इंस्पेक्टर और दारोगा पर थाने में दुष्कर्म किये जाने का आरोप लगा खलबली मचा दी। कल किशोरी ने एसएसपी कार्यालय पहुंच मऊआइमा इंस्पेक्टर, थाने के दारोगा के खिलाफ तहरीर दी। साथ ही एसपी गंगापार पर इंस्पेक्टर से पांच हजार रुपये दिलाकर मुंह बंद रखने की धमकी देने का आरोप लगाया है। एसएसपी ने जांच शुरू करा दी है। मऊआइमा के एक गांव की रहने वाली सोलह वर्षीय अनु (बदला हुआ नाम) गांव के युवक के साथ 26 फरवरी को घर से भाग गई थी। किशोरी की मां ने राहुल पटेल, राम अभिलाष और राम कैलाश के खिलाफ फुसलाकर ले जाने की रिपोर्ट दर्ज कराई। किशोरी का कहना है कि उसे फाफामऊ और दिल्ली में रखा गया। एक मार्च को किशोरी मिल गई। उसे मऊआइमा थाने की महिला सिपाही कलावती के साथ रखा गया। अनु का आरोप है कि महिला सिपाही जबरन मोबाइल पर राहुल से उसकी बात कराती रही। आरोप है कि मेडिकल और 164 का बयान कराने के नाम पर छह दिन उसे थाने पर रखा गया। एक रात इंस्पेक्टर मऊआइमा बृजेश बघेल ने परिसर में अपने कमरे में बुलाया। दारोगा जितेंद्र सिंह और महिला कांस्टेबल उसे कमरे में छोड़कर चली गई। आरोप है कि इंस्पेक्टर और दारोगा ने उसकी आबरू लूटी और धमकी दी कि मुंह खोला तो पूरे परिवार पर मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दूंगा। आरोप है कि शिकायत एसपी गंगापार मुन्ना लाल से की तो रात में वह इंस्पेक्टर को लेकर घर पहुंचे। एसपी ने कहा कि इंस्पेक्टर अपनी गलती मान रहे हैं। उन्होंने इंस्पेक्टर से पांच हजार रुपये दिलवाए। कहा, चुप रहो, तुम्हारी शादी का सारा खर्च इंस्पेक्टर उठाएंगे। मऊआइमा की किशोरी ने खाकी वालों पर लगाए गंभीर आरोप लगाए हैं। लड़की बार-बार अपना बयान बदलती रही है। उसका 164 का बयान दर्ज हो चुका है। लड़की ने जो आरोप लगाए हैं, उसकी जांच कराई जा रही है। रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई की जाएगी।