स्वप्निल संसार । महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्व0 अशफाक उल्ला खॉ की जयन्ती यहां प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में मनायी गयी। कार्यक्रम की शुरूआत अमर शहीद के चित्र पर पुष्पांजलि से हुई। कार्यक्रम का संचालन सुबोध श्रीवास्तव ने किया।
यह जानकारी देते हुए प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता वीरेन्द्र मदान ने बताया कि जयन्ती कार्यक्रम में मौजूद वरिष्ठ नेताओं ने स्व0 अशफाक उल्ला खां के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डालते उनके द्वारा देश की आजादी के लिए किये गये महान योगदान को याद करते हुए पुष्पांजलि अर्पित की। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि स्व0 अशफाक उल्ला खां के अप्रतिम योगदान और बलिदान को युगों-युगों तक याद किया जाता रहेगा।
श्री मदान ने बताया कि जयन्ती कार्यक्रम में प्रमुख रूप से प्रदेश कांग्रेस की उपाध्यक्ष सुश्री अनुसुइया शर्मा, प्रदेश कांग्रेस के संगठन प्रभारी एवं पूर्व विधायक सतीश अजमानी, महामंत्री हनुमान त्रिपाठी, युवा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष नदीम अशरफ जायसी, श्रीमती संतोष श्रीवास्तव, सेवानिवृत्त आईएएस अनीस अंसारी, श्रीमती सिद्धिश्री, श्रीमती अंजुम खान आदि सैंकड़ों कांग्रेसजन मौजूद रहे।
वही दूसरी ओर शहीद-ए-वतन अशफाक उल्लाह खां की 117वीं जयंती समाजवादी पार्टी मुख्यालय, लखनऊ में प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल की अध्यक्षता में मनाई गई। पटेल ने उनके चित्र पर माल्यार्पण के पश्चात उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए कहा कि अशफाक उल्लाह खां सांप्रदायिक भावना से कोसों दूर थे। वे कहते थे मंदिर और मस्जिद दोनों मालिक के इबादतगाह हैं फिर उनमें आपसी बैर कैसा?
श्री पटेल ने कहा कि क्रांतिकारियों को जब पैसों की जरूरत थी 9 अगस्त 1925 में काकोरी स्टेशन के निकट रेल से खजाना लूटने वाले दल में अशफाक उल्लाह खां भी थे। उन्हें फांसी की सजा हुई थी। जब फांसी से पहले उनके कुछ दोस्त उनसे मिलने गए तो वे सज संवरकर मिलने आए और बोले -कल मेरी शादी है। आजादी के लिए हंसकर अपना जीवन बलिदान करने वाले अशफाक उल्लाह खां क्रांतिकारी गतिविधियों में सबसे आगे रहते थे।
समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि आज देश में सांप्रदायिक ताकतें समाज को तोड़ने में लगी हैं। भ्रष्टाचार और लूट को खुली छूट है। इसके मुकाबले के लिए समाजवादियों को ही आगे आना होगा। लोकतांत्रिक व संवैधानिक संस्थाओं पर खतरा मंडरा रहा है। युवाओं को शहीद-ए-वतन से प्रेरणा लेकर राष्ट्र की अस्मिता की रक्षा करने के लिए अग्रणी भूमिका निभाने को तैयार रहना होगा।
इस अवसर पर सर्वश्री फिरासत हुसैन गामा, संजय यादव राही, वंदना चतुर्वेदी, कृष्ण कुमार पटेल ने भी अपने विचार रखे।
कार्यक्रम में सर्वश्री तारिक हुसैन सिद्दीकी, रवि शंकर शुक्ल, दिलदार अली, अरविन्द यादव, हाजी इसहाक सिद्दीकी, डा0 अखिलेश पटेल सहित सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित थे।