मुंहासे :- छाछ से चेहरा धोने से मुंहासों के दाग दूर होते है। नारंगी के छिलकों को मुंहासों पर रगडऩे से राहत मिलती है। जामुन के बीज को पानी में घिसकर चेहरे पर लगाने से मुंहासे दूर होते है। एक दम पके और गले पपीते को छीलकर और मसलकर चेहरे पर कुछ देर तक मालिश करें। 12-2 मिनट बाद जब यह सूखने लगे तो पानी से धो दें। अच्छी तरह से चेहरा पोंछकर नारियल या तिल के तेल से मसाज करें। एक सप्ताह तक यह प्रयोग करें। चेहरा चमक उठेगा।
1 ग्राम बेसन और 1 ग्राम हल्दी पाउडर दही में मिलाकर चेहरे पर लगाएं। सूख जाने पर धो दें। आलू को कदूकस कर लें। इसमें नींबू का रस और मुल्तानी मिट्टी मिलाकर पेस्ट बना लें। 2 मिनट तक चेहरे पर लगाकर रखें और ठंडे पानी से चेहरा धो लें। त्वचा के दाग-धब्बे दूर करने का यह भी अच्छा उपाय है। अदरक के रस में नमक मिलाकर रात को चेहरे पर लगाएं और सुबह धो दें। इससे भी दाग-धब्बे दूर होकर स्किन हेल्दी होगी। जायफल और लाल चंदन को पानी में घिसकर चेहरे पर लेप करने से मुंहासे दूर होते है। नीम की जड़ को पानी में घिसकर मुंहासों पर लगाने से आराम मिलता है। संतरे के छिलकों को छाया में सुखाकर बारीक पाउडर बनालें इसे गुलाबजल के साथ मिक्स करके चेहरे पर लगाएं। मसूर की दाल को पीसकर दूध, कपूर और घी में मिलाकर चेहरे पर लगाएं। एक कटोरी गर्म पानी में एक चम्मच नमक डालकर तौलिए की सहायता से मुंहासों पर लगाएं। थोडी चुनचुनाहट भी हो तो घबराएं नहीं, 1 दिन में मुंहासे दूर हो जाएंगे।
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1 कप दूध में नींबू का रस मिलाएं। सुबह इसे तैयार करके रात को चेहरा साफ करके इस लेप को लगाएं सुबह धो दें। कुछ दिन तक यह प्रयोग करें , काफी लाभ होगा। नीम, तुलसी, मेथी, पुदीना आदि की पत्तियों को पीस लें। इसमें मुल्तानी मिट्टी, कपूरकाची, संतरा पाउडर मिलाकर पेस्ट बनाकर चेहरे पर लगाएं। पूरी तरह सूखने पर धो लें। यह एक बेहतरीन पिंपल पैक है। नीबंू का रस, बादाम का तेल और ग्लिसरीन तीनों समभाग लेकर शीशी में भरकर अच्छी तरह मिलायें और प्रतिदिन प्रात: सायं मुख पर मलें। इसके निरन्तर प्रयोग से कील, मुंहासे और झांईयां दूर हो जाती है। गुलाब के फूल का अर्क लगाने से मुंहासे साफ हो जाते है। नींबू के अर्क में नौसदर मिलाकर लगाने से मुंहासों को आराम मिलता है। सुबह दातुन करते समय दातुन के कूचे को मुंह पर फेरने से मुंहासे साफ हो जाते है और फिर नहीं निकलतें। दूध पर पड़ी हुई ओस को मुंह पर लगाने से मुुंहासे निकलने बन्द हो जाते है।
दाग-धब्बे व झाईयां चिरौंजी, मसूर की दाल और पीली सरसों, तीनों का बारीक चूर्ण करके मिला लें। रात में गर्म पानी से मुंह धोकर इसका लेप करों। मसूर की दाल घी में भून लें और चूर्ण बना लें। इस चूर्ण को दूध में मिलाकर उबटन की तरह लगाएं। दाग-धब्बे झांईयां और मुंहासे गायब हो जाएंगे। नींबू को काटकर झांईयों और धब्बों पर मलने से लाभ होता है। नींबू का रस शहद में मिलाकर लगाएं और नियमित रूप से जैतून के तेल से मालिश भी करें। दहीं की मलाई से मालिश करें। पंद्रह मिनट बाद धो लें। एक दिन का बासी मट्ठा सुबह नहाने से पहले चेहरे पर मलें और 1 मिनट बाद नहा लें। हल्दी के चूर्ण को आक के दूध में मिलाकर पतला उबटन तेयार कर लें। रात को सोते समय झांईयों पर लेप करें। शहद को नमक और सिरके में मिलाकर लगाने से झांईयां दूर होती होती है। चेहरे के दाग दूर करने के लिए सौंफ की पत्तियों को पीसकर लेप बनाएं।
हर रोज सोने से पहले इसे चेहरे पर लगाएं और सुबह उठने पर गुनगुने पानी से चेहरा धो दें। मसूर को नींबू के रस के साथ पीसकर लेप करने व मसाज करने से लाभ होता है। एक हफ्ते तक रोजाना एक कप मूली का रस पियें। चेहरा साफ हो जाएगा। बेदाग त्वचा करने के लिए चंदन के चूर्ण में थोड़ी-सी हल्दी और आंवले की लुगदी मिलाकर पेस्ट बनाकर चेहरे पर लगाए। लेप सूखने पर गुनगुने पानी से धो दें। इसके बाद जैतून का तेल लगाएं। दालचीनी के पाउडर में नींबू का रस मिलाकर पेस्ट बना लें। इसे चेहरे पर लगाएं। थोड़ी देर बाद चेहरा धो लें।
त्वचा के मार्कस हल्के पड़कर खत्म हो जाएंगे। अदरक, तुलसी की पत्तियां, पुदीने की पत्तियां – सबको समान मात्रा में पीसकर पेस्ट बना लें। इसमें थोड़ा-सा नींबू का रस मिलाकर चेहरे पर लगाएं। दो घंटे बाद गुनगुने पानी से चेहरा धो लें। इससे झांईयों से छुटकारा मिलता है। सफेद जीरा, काला जीरा, काला तिल और सरसों बराबर मात्रा में लेकर पीसकर उबटन बनाएं। इसे मुंह पर लगाने से झांई दूर हो जाती है।
मस्से- मस्सों पर प्याज का रस लगाने से फायदा होता है। हरी धनिया को पीसकर नियमित रूप से मस्सों पर लगाने से मस्से ठीक होते है। खट्टी सेब का रस निकालकर दो-तीन बार मस्सों पर लगाएं। चेहरे के मस्सों के लिये काली मिर्च और फिटकरी बराबर-बराबर मात्रा में पीसकर चेहरे पर लेप करें तथा सीक से मस्सों पर लगायें।
पसीना अधिक आना अनार के पत्तों का रस पानी में मिलाकर नहाने से पसीना कम आता है। बेलगिरी व आंवला या फिर बेलगिरी व हरड़ को समान मात्रा में लेकर पीस लें। इसे पाउडर की तरह नहाने के बाद बगल में लगाएं और रात को सोते समय इसका लेप करें। दुर्गांधयुक्त पसीने में यह उपाय बहुत कारगर है। इमली के बीज की गिरी और इमली के फूल को पानी में पीसकर शरीर पर लगाने से राहत मिलती है। शुद्ध धतूरे के बीजों की राख १ ग्राम सात दिन तक खाने से हाथ व पैरों के तलुवों के पसीने से राहत मिलती है।
होंठों का फटना रात को सोने से पहले हल्का सा मक्खन होंठों पर एक मिनट तक लगाएं। एक छोटे चम्मच गुलाबजल में तीन-चार बूंद ग्लिसरीन मिलाकर रख लें। इसे दिन मेंं 3-4 बार होंठों पर लगाएं।
डेढ़ चम्मच कैस्टर ऑयल, दो चम्मच बोरिक वैसलीन मिलाकर होठों पर कम से कम दो बार हल्के हाथों से लगाएं। गर्म रोटी पर जो घी लगा होता है, उसे उंगली से होंठों पर मलें। सर्दी में रोज सुबह तेल मालिश करते समय नाभि में भी 3-4 बूंद सरसों का तेल टपका लें। (हिफी)