प्रशिक्षु आईएएस को मोदी की सीख
देहरादून। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज मसूरी में प्रशिक्षु आईएएस अधिकारियों को निर्भीकता एवं निष्पक्षता से काम करने की सीख दी। श्री मोदी एक सप्ताह के भीतर दूसरी बार उत्तराखण्ड के दौरे पर पहुंचे हैं। उन्होंने मसूरी स्थित प्रतिष्ठित लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासनिक अकादमी में प्रशिक्षु आईएएस अधिकारियों को संबोधित किया। इससे पूर्व 25 अक्टूबर को जौलीग्रांट हवाई अड्डे पर पहुचने पर उत्तराखंड के राज्यपाल डा० कृष्णकांत पाल, मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत, राज्य विधान सभाध्यक्ष प्रेमचंद्र अग्रवाल और मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने श्री मोदी का स्वागत किया। उत्पल कुमार सिंह ने एक दिन पहले ही मुख्य सचिव का कार्य भार संभाला है। (हिफी)
ताज पर बयानवीरों को योगी की नसीहत
आगरा (यूपी) । दुनिया के सात अजूबों में से एक आगरा के ताजमहल को लेकर काफी तीखी बयानबाजी पिछले दिनों से हो रही है। भाजपा विधायक संगीत सोम से लेकर सपा के नेता मो- आजम खां ने अपने-अपने शब्द वाण चलाये। इन सभी बयान वीरों को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इशारों-इशारों में नसीहत दी है। मुख्यमंत्री श्री योगी २६ अक्टूबर को आगरा पहुंचे थे और उन्होंने ताजमहल के दीदार भी किये।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आगरा को पर्यटन का बड़ा केन्द्र बताते हुए कहा कि ये क्यों और कैसे बना इस पर बात नहीं होनी चाहिए। श्री योगी ने यह भी कहा कि अगर कोई आगरा आए तो वह ताजमहल के साथ मथुरा और गोवद्र्धन भी जाए। श्री योगी ने आगरा में पर्यटन को बढ़ाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि अभी यहां पर्यटकों की संख्या ४०-५० हजार के बीच है। इसे बढ़ाकर कम से कम २-३ लाख की जा सकती है। (हिफी)
होटलों में नहीं होंगी बैठकें व सम्मेलन
श्रीनगर/ जम्मू कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने वित्तीय अनुशासन को बढ़ावा देने के लिए सरकारी खर्च में कटौती करने का फैसला किया हे। इसके तहत अब होटलों में सरकारी बैठकें व सम्मेलन नहीं होंगे।
राज्य के प्रधान सचिव नवीन कुमार चौधरी की तरफ से एक शासनादेश जारी किया गया है जिसमें कहा गया कि सरकारी विभागों द्वारा सम्मेलनो, सेमिनारों व कार्यशालाओं के आयोजन में बहुत सारा पैसा खर्च हो जाता है। इसलिए ऐसे खर्च को रोका जाए और सिर्फ ऐसे सम्मेलनों, सेमिनारों, कार्यशालाओं का ही इस तरह से आयोजन होना चाहिए जो वास्तव में जरूरी हैं। पत्र में यह भी कहा गया है कि पर्यटन की प्रदर्शनी या हस्त शिल्प की प्रदर्शनी के मामलों को छोड़कर राज्य के बाहर प्रदर्शनी, मेलों और सम्मेलनों को भी बढ़ावा नहीं दिया जाना चाहिए। शासनादेश में कहा गया है कि निजी होटलों में बैठकों और सम्मेलनों के आयोजन पर प्रतिबंध होगा। इन कार्यों के लिए सरकारी भवनों अथवा परिसरों का उपयोग किया जा सकता है। (हिफी)
पार्टी के सिपाही बन गये शिवपाल
लखनऊ। समाजवादी पार्टी के बागी नेता शिवपाल यादव को कहीं ठिकाना नहीं मिला तो वे पार्टी के वफादार सिपाही बनने को तैयार हो गये हैं। संभल में कल्कि महोत्सव में पहुंंचे शिवपाल यादव के तेवर कहीं दिखाई ही नहीं पड़ रहे थे। वे नेताजी (मुलायम सिंह यादव) के सम्मान की खातिर नयी पार्टी तक बनाने को तैयार हो गये थे। इतना ही नहीं राष्ट्रपति चुनाव के दौरान उन्होंने भाजपा प्रत्याशी रामनाथ कोविंद को खुला वोट भी दिया था। उस समय से यह अटकलें लगायी जा रही थीं कि अगर श्री शिवपाल यादव नई पार्टी नहीं बनाते हैं तो भाजपा या बसपा में शामिल हो सकते हैं लेकिन संभल में उन्होंने साफ -साफ कहा कि वे कहीं जाने वाले नहीं हैं। सपा के सिपाही बनकर रहेंगे।
श्री शिवपाल यादव ने कल्कि महोत्सव में संवाददाताओं से कहा कि वे भले ही इस समय किसी पद पर नहीं हैं लेकिन वह पार्टी के सच्चे सिपाही हैं और सभी मुद्दो पर पार्टी के फैसलों को मानेंगे। उन्होंने इतना जरूर कहा कि अगर पार्टी में मतभेद नहीं होते तो प्रदेश में आज समाजवादी पार्टी की सरकार होती और अखिलेश यादव मुख्यमंत्री बनते। शिवपाल ने कहाकि हर परिवार में मतभेद होते हैं और उनके परिवार में भी मतभेद था लेकिन पार्टी में अब किसी प्रकार की दिक्कत नहीं है। (हिफी)