जयंती पर विशेष
हवा सिंह 16 दिसम्बर, 1937, भिवानी- 14 अगस्त, 2000- सर्वश्रेष्ठ मुक्केबाजों में से एक थे। हवा सिंह ने वर्षों तक मुक्केबाजी के खेल को नई दिशा दी तथा देश का नाम रोशन किया। पहले बॉक्सर के रूप में देश की सेवा की और अन्त तक खेल से जुड़े रहे। उन्हें 1966 में ‘अर्जुन पुरस्कार’ प्रदान किया गया तथा 1968 में थलसेना अध्यक्ष द्वारा उन्हें सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी की ट्राफी प्रदान की गई। वर्ष 1999 में हवा सिंह के लिए ‘द्रोणाचार्य पुरस्कार’ घोषित किया गया।
पुण्य तिथि पर विशेष
सेकेंड लेफ़्टिनेंट अरुण खेत्रपाल 14 अक्तूबर, 1950 – 16 दिसम्बर, 1971 परमवीर चक्र से सम्मानित थे। उन्हें यह सम्मान 1971 में मरणोपरांत मिला। 1971 में हुआ भारत-पाकिस्तान युद्ध, जिसमें बांग्लादेश पाकिस्तान से छूटकर एक स्वतंत्र देश की तरह जन्मा, भारत के इतिहास में ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया के इतिहास में एक महत्त्वपूर्ण स्थान रखता है। यह युद्ध 17 दिसम्बर, 1971 तक चला। इसमें पाकिस्तान ने मुहँ की खाई। वह न केवल हार गया, बल्कि उससे टूट कर उसका राज्य पूर्वी पाकिस्तान एक स्वतंत्र राष्ट्र के रूप में जन्मा, जो बांग्लादेश कहलाया। इस युद्ध में अनेक वीरों ने अपने प्राणों की कुर्बानी दी। सेकेंड लेफ़्टिनेंट अरुण खेत्रपाल उन्हीं में से एक हैं।एजेन्सी।