संजोग वॉल्टर। विश्व के समस्त लोगों को धूम्रपान छोड़ने के लिए प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से प्रतिवर्ष 31 मई को ‘धूम्रपान निषेध दिवस’ मनाया जाता है। इस दिन का मुख्य उद्देश्य सिगरेट तथा अन्य साधनों के माध्यम से तंबाकू उपभोग से स्वास्थ्य पर पड़ने वाले हानिकारक प्रभावों के बारे में जागरूकता प्रसारित करना है। महत्वपूर्ण संदेश ‘धूम्रपान करने वालों को धूम्रपान की बुरी आदत से छुटकारा दिलाने में उन्हें सहयोग करें’ है।
तंबाकू पीना या चबाना सबसे बुरी आदतों में से एक है। सब लोग स्वास्थ्य ज़ोखिम के बारे में जानते है, लेकिन फ़िर भी प्रत्येक दिन बारह से सत्रह वर्ष की आयु के हज़ारों युवा धूम्रपान शुरू करते है। कुछ युवा जिज्ञासावश तथा कुछ स्वयं को वयस्क दिखाने के लिए धूम्रपान शुरू करते हैं।
धूम्रपान का घातक प्रभाव खाँसी, गले में जलन, सांस लेने में परेशानी और कपड़ों की दुर्गंध के साथ शुरू होता है। इसकी वज़ह से त्वचा पर धब्बे और दांतों का रंग ख़राब (दांतों का पीलापन) हो जाता है।
समय के साथ गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं जैसे कि हृदय रोग, ब्रोंकाइटिस, निमोनिया, स्ट्रोक और विभिन्न प्रकार के कैंसर में से संभावित मौखिक कैंसर जैसी गंभीर स्थितियां विकसित हो जाती है।
अकाल मृत्यु होने के रोके जाने वाले सबसे बड़े कारणों में से एक धूम्रपान है। यह गंभीर और अक्सर घातक स्थितियों जैसे कि हृदय रोग और फेफड़ों के कैंसर उत्पन्न वाले मुख्य कारणों में से एक है। इससे कोई फ़र्क नहीं पड़ता है, कि आप किस उम्र के हैं, आप जितनी जल्दी धूम्रपान छोड़गें, उतनी जल्दी आपको स्वास्थ्य मिलेगा।
धूम्रपान छोड़ने के लिए सबसे पहले यह सुनिश्चित करें, कि आप वास्तव में धूम्रपान छोड़ना चाहते हैं। आप धूम्रपान छोड़ने के लिए दृढ़ संकल्प लें तथा किसी भी तरह के लालच में न पड़े। धूम्रपान छोड़ना काफ़ी मुश्किल है; आख़िरकार, सिगरेट में निकोटीन नामक शक्तिशाली व्यसनकारी मादक पदार्थ होता है, लेकिन आप इसे उचित दृष्टिकोण से छोड़ सकते है। इस आदत को छोड़ने के लिए धैर्य और दृढ़ इच्छा शक्ति की आवश्यकता अधिक होती है। यह आदत एक दिन में नहीं छुटगी, लेकिन यह आदत धीरे-धीरे छुट सकती है।
यदि आप तंबाकू छोड़ना चाहते हैं, लेकिन इस आदत को कैसे छोड़ें?, इस तथ्य को लेकर परेशान है, तो स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय (एमओएचएफडब्ल्यू) के एम-सीसेशन कार्यक्रम से जुड़ें।
पंजीकरण के लिए कोई भी तंबाकू उपयोगकर्ता इच्छुक तंबाकू छोड़ने के लिए 011-22901701 पर मिस कॉल कर सकता है। आप http://www.nhp.gov.in/quit-tobacco के माध्यम से अपना मोबाइल नंबर और ई मेल आईडी भरकर अपने आप को ई-रजिस्टर कर सकते हैं। इसके बाद एसएमएस प्रक्रिया शुरू होती है, जिसमें पंजीकृत उपयोगकर्ता को राष्ट्रीय सूचना केंद्र आवंटित शॉर्ट कोड अर्थात् 5616115 के माध्यम से स्वागत योग्य क्वेट नॉओ एसएमएस भेजा जाएगा। आपको अधिक से अधिक एसएमएस भेजे जायेगें, जिनमें से कुछ में आपसे जबाब देने का अनुरोध किया जाएगा। परियोजना को बढ़ावा देने और मेलर्स भेजने के प्रयोजनों के साथ-साथ नियमित अंतराल पर तंबाकू उपयोग के बुरे प्रभावों के बारे में बड़े पैमाने पर लोगों को सूचित करने के लिए विशेष ईमेल आईडी “tobacco@gov.in ‘तैयार की गयी है।
जहाँ इच्छा शक्ति होती है, वहां रास्ता होता है। यदि आपने तंबाकू छोड़ने का दृढ़ संकल्प कर लिया है, तो आपकी इच्छा का प्रबंधन करने के लिए यहाँ पर कुछ उपाय बताए गए है। अपने दृढ़ संकल्प को सहयोग करने के लिए यहां पर क्लिक करें।
सरकारी पहल :
भारत सरकार ने विभिन्न अधिनियम और व्यापक तंबाकू नियंत्रण उपाए लागू किये है।
1. भारत सरकार ने 1975 में सिगरेट अधिनियम (उत्पादन, आपूर्ति और वितरण विनियमन) बनाया। जिसके अंतर्गत वैधानिक चेतावनी “’सिगरेट पीना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है”, इस चेतावनी को सभी सिगरेट के पैकेजों, डिब्बों और सिगरेट के विज्ञापनों पर लिखा जाना अनिवार्य कर दिया गया था।
2. भारत ने डब्ल्यूएचओ फ्रेमवर्क कन्वेंशन ऑफ टोबैको कंट्रोल अपनाया तथा 2003 में “सिगरेट और अन्य तंबाकू उत्पाद (विज्ञापन निषेध और व्यापार तथा वाणिज्य उत्पादन, आपूर्ति और वितरण विनियमन) अधिनियम” पारित किया।
3. तंबाकू उपभोग के हानिकारक प्रभावों और तंबाकू नियंत्रण कानून के बारे में अधिक जागरूकता लाने तथा तंबाकू नियंत्रण कानून 2003 के प्रभावी कार्यान्वयन के लिए स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार ने 2007-08 में राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम की शुरूआत की थी।
4.सिगरेट और अन्य तंबाकू उत्पाद (पैकेजिंग और लेबलिंग) संशोधित नियम 2018 में ‘तंबाकू से कैंसर होता है’ और विशिष्ट स्वास्थ्य चेतावनी के दो चित्र तथा तंबाकू उत्पादों के पैकेट पर ‘आज ही तंबाकू छोड़ने के लिए 1800-11-2356 पर कॉल करें’ शामिल किया गया है।एजेंसी।