होलिकोत्सव समिति चौक लखनऊ द्वारा ‘रंगोत्सव-2018- लखनऊ। स्वप्निल संसार। ऽ 01.03.2018 ऽ दोपहर 2ः00 बजे से सर्राफा बाजार में गुलाबी रंग की वर्षा एवं ‘‘गुझिया संग ठण्डाई’’ की मस्ती ऽ 01.03.2018 चौक चौराहे पर ‘‘आनन्द होरियारों’’ द्वारा होली नृत्य समय रात्रि 8ः00 बजे ऽ 01.03.2018 ः रात्रि 9ः00 से चौक चौराहे पर ‘‘होलिकोत्सव दहन मण्डप’’
साज सज्जा एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम
ऽ 02.03.2018 ः लखनऊ के ऐतिहासिक स्थल चौक में इस वर्ष भी परम्परागत होरियारों का जुलूस अपनी महक से लखनऊ की सरज़मी को सराबोर कर देगा। विगत 6 दशकों से अनवरत आयोजित होने वाले जुलूस में घोड़ों एवं ऊँटों पर सवार होली के रंगों में मदमस्त होरियारों द्वारा गुलाल, पुष्प वर्षा एवं होली गीतों से सम्पूर्ण क्षेत्र ही गुलाबी हो जाता है जब रंग-बिरंगे गुलाल हवा में उड़ते तो आसमान में एक इन्द्रधनुषी छटा सी छा जाती और क्षेत्र के जनमानस के पटल पर अपनी अमिट छाप छोड़ जायेगी। यह सभी दृश्य देखते ही बनते हैं, इस जुलूस का नेतृत्व पूर्व सांसद लालजी टण्डन, डॉ0 दिनेश शर्मा, आशुतोष टण्डन, गोविन्द शर्मा इत्यादि करते हैं। चौक कोनेश्वर से प्रारम्भ हुआ जुलूस कमला नेहरू मार्ग, मेडिकल क्रासिंग, विक्टोरिया स्ट्रीट, मेफेयर तिराहा, अकबरी गेट, तहसीन मस्जिद, गोटा बाजार, चौक सर्राफा होता हुआ चौक चौराहे पर विश्राम लेता है। इस जुलूस में होरियारा सम्मान भी दिया जाता है।
होली मेला लखनऊ में नवाब कालीन ऐतिहासिक धरोहर का प्रतीक हैं यह मेला 158 सालों की यादों को अपने में समेटे हुए है। बादशाह गाजीउद्दीन हैदर ने हिन्दू त्यौहारों को धूमधाम से मनाने की परम्परा की शुरुआत की थी। इस मेले ने स्वतः ही लगते-लगते एक विशाल मेले का रूप ले लिया। मेले में विभिन्न समाजों जैसे सारस्वत सभा, स्वर्णकार सभा, अग्रवाल सुहृद समाज,लखनऊ व्यापार मण्डल एवं अन्य समाजों के होली मिलन कैम्प लगेगे, जिनमें लालजी टण्डन, उप-मुख्यमंत्री डॉ0 दिनेश शर्मा, मंत्री आशुतोष टण्डन, बृजेश पाठक, पंकज सिंह , मोहसिन रज़ा, विधायक डॉ0 नीरज बोरा, सुरेश श्रीवास्तव, बुक्कल नवाब आदि भी प्रत्येक वर्ष श्रेत्रीय जनो में सम्मिलित होते हुए हर्श व उत्साह के साथ होली का त्योहार मनाते रहे है और इस वर्ष भी उपस्थित रहने के लिए स्वीकृति प्रदान की है। विभिन्न व्यापार मण्डलों द्वारा ठण्डाई एवं पान खिलाकर लोगों को बधाइयाँ दिये जाने की व्यवस्था की गयी है। बधाइयों का यह सिलसिल देर रात्रि तक अनवरत जारी रहेगा। मेले की व्यवस्था चौक चौराहे से खुन खुन जी रोड होते हुए कोनेश्वर मन्दिर तक की जाती है। जिसमें समस्त वर्गो के नगरीय लोगों का आवागमन व होली मिलकर परस्पर बधाइयां देने का सिलसिला मध्य रात्रि तक चलता रहता है।
ऽ 03.03.2018
ऽ अखिल भारतीय कवि सम्मेलन ‘‘चकल्लस’’ का स्वर्ण “शताब्दी आयोजन रात्रि 8ः00 बजे से खुन खुन जी रोड पर किया जायेगा।
ऽ आमंत्रित कवि दिनेश बावरा (मुम्बई), पद्मश्री सुनील जोगी (दिल्ली),अशोक सुन्दरानी (मध्य प्रदेश), शबीना अदीब (कानपुर), कु0 रूचि त्रिवेदी (अम्बेडकर नगर), बिहारी लाल अम्बर (इलाहाबाद), श्रीमती मीरा दीक्षित (आगरा), लटूरी लट्ठ (टुंडला), मुकुल महान (लखनऊ), शिव किशोर खंजन (बाराबंकी), मनुवृत्त बाजपेयी (लखनऊ)। ऽ सम्मेलन के मंच पर ‘‘अमृतलाल नागर’’ सम्मान के लिए आमंत्रित विशिष्ट समाजसेवी- केजीएमयू के चिकित्सक प्रो0 एम0एल0 भट्ट, अवध बार काउन्सिल के अध्यक्ष एल0पी0 मिश्रा, गजल गायक हरि ओम (आई0ए0एस0), समाजसेवी डॉ0 सलिल खन्ना, मृदुल अग्रवाल (सी0ए0), राम निवास जैन, आनन्देश्वर पाण्डेय (कोषाध्यक्ष आई0ओ0ए0)। फोटो सोशल मिडिया से