राज्यपाल ने आई0टी0 कालेज में आयोजित संगोष्ठी का उद्घाटन किया
स्वप्निल संसार। लखनऊ।
उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने गुरुवार को आई0टी0 कालेज लखनऊ द्वारा आयोजित संगोष्ठी ‘ट्रांससेन्डिग बाउंड्रीस फाॅर पीस: मेकिंग पीस पीसफुली’ का दीप प्रज्जवल कर उद्घाटन किया। इस अवसर पर पूर्व मंत्री डाॅ0 अम्मार रिज़वी, बिशप डाॅ0 फिलिप्स मसीह, ग्लोबल एजुकेशन के महासचिव डाॅ0 अमाॅस नासिमेन्टो, डाॅ0 फ्लोरिटा वी0 मिरिन्डा, विभिन्न देशों से आये प्रतिनिधिगण व कालेज के शिक्षकगण उपस्थित थे।
राज्यपाल ने कहा कि संगोष्ठी का शीर्षक अत्यंत सामयिक है। शांति की आवश्यकता पहले भी थी और आज भी है। सभी धर्मों के केन्द्र में शांति है। गीता, बाईबिल, वेद, कुरान, गुरू ग्रंथ साहिब जैसी पवित्र किताबें शांति और सद्भाव का संदेश देती हैं। भारतीय संस्कृति वसुधैव कुटुम्बकम् की परिचायक है। जब पूरा विश्व एक पूरा परिवार हो तो वहाँ झगड़ा नहीं प्रेम और शांति होगी। तेरा और मेरा का भाव संकुचित विचारधारा वाले करते हैं। विशाल हृदय वालों के लिये पूरा विश्व एक परिवार है। उन्होंने कहा कि हम आपसी संवाद से हर समस्या का समाधान कर सकते हैं।
राज्यपाल राम नाईक आम तौर से अपना भाषण हिन्दी में करते हैं पर संगोष्ठी में उपस्थित विदेशी प्रतिनिधिगणों को देखते हुये उन्होंने अपना वक्तव्य अंग्रेजी में दिया। माहौल का हल्का करते हुये उन्होंने कहा कि ^I generally speak in hindi, but there are lot of foreign dignitaries. So, I will try to speak in english, but if there are some mistakes forgive me. As a Governor, I am giving a big authority to you all to forgive a Governor.*
राजयपाल राम नाईक ने आई0टी0 कालेज की सराहना करते हुये कहा कि आई0टी0 कालेज देश के शिक्षण संस्थानों में 40वें स्थान पर है। महिला शिक्षा के प्रचार-प्रसार में कालेज की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। 22 करोड़ की आबादी वाले प्रदेश में महिला शिक्षा अपने आप में महत्वपूर्ण है। महिला शिक्षा को लेकर उत्तर प्रदेश में नया चित्र देखने को मिल रहा है। अब तक 22 विश्वविद्यालयों के दीक्षान्त सम्पन्न हो चुके हैं, जिनके माध्यम से लगभग 15 लाख 97 हजार विद्यार्थियों को उपाधियाँ प्रदान की गई है, जिसमें 52 प्रतिशत उपाधियाँ बेटियों ने प्राप्त की हैं। 22 विश्वविद्यालय में अब तक 1,437 पदक प्रदान किये गये हैं, जिसमें 978 यानी 68 प्रतिशत पदक छात्राओं ने तथा 459 यानि 32 प्रतिशत पदक छात्रों ने अर्जित किये हैं। गत वर्ष की तुलना में इस वर्ष लड़कियों का प्रतिशत और बढ़ा है। समय बदला है बेटियां आगे बढ़ रही हैं। उत्कृष्ट प्रदर्शन कर पदक प्राप्त करने में आंबेडकर विश्वविद्यालय आगरा में लड़कियों का 85 प्रतिशत, दीनदयाल उपाध्याय विश्वविद्यालय गोरखपुर में 82 प्रतिशत, शाहूजी महाराज कानपुर विश्वविद्यालय में 81 प्रतिशत तथा महात्मा गांधी विद्यापीठ काशी में 81 प्रतिशत हिस्सा रहा है। उत्तर प्रदेश में महिलाओं की शिक्षा का प्रतिशत बढ़ाने का श्रेय पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के ‘सर्व शिक्षा अभियान’ और वर्तमान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘बेटी बचाओ – बेटी पढ़ाओ‘ को जाता है।
इस अवसर पर बिशप डाॅ0 फिलिप्स मसीह ने राज्यपाल को शाॅल और स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। कार्यक्रम में डाॅ0 फ्लोरिटा, डाॅ0 ई0एस0 चाल्र्स और डाॅ0 वंदना ने भी अपने विचार रखे।