एजेंसी। मुंबई। 60 के दशक के निर्माता और निर्देशक मनमोहन देसाई ने कई यादगार फिल्में दी हैं। 26 फरवरी 1937 को मनमोहन देसाई का जन्म किकुभाई देसाई और कलाव ती के यहाँ हुआ था । उनके पिता किकुभाई देसाई अपने ज़माने के मशहूर निर्माता और पैरामाउंटस्टूडिओ के मालिक थे। बचपन से ही उन्हें फिल्मी माहौल मिला। जिसकी वजह से फिल्मों की तरफ उनका झुकाव था। इसलिए उन्होंने भी अपनी पढ़ाई पूरी करके फिल्मों में आने का फैसला किया । उनके बड़े भाई सुभाष देसाई भी फिल्म निर्माता हैं ।
मनमोहन जी ने जीवनप्रभा से शादी की । जीवनप्रभा का अप्रैल 1979 में मृत्यु हो गयी। इनका बेटा केतन देसाई हैं | जिन्होंने अपने पिता की तरह इंडस्ट्री को ही करियर के रूप में चुनकर, अपने परिवार की परम्परा आगे बढ़ाई। केतन से शम्मी कपूर और गीता बाली की बेटी कंचन कपूर से शादी की है । मनमोहन देसाई की अभिनेत्री नंदा से सगाई हुई थी । लेकिन कुछ कारणों के चलते ये रिश्ता टूट गया।
मनमोहन के बड़े भाई सुभाष देसाई, जिन्होंने मनमोहन को उनका पहला ब्रेक फिल्म छलिया ” में दिया था । यहीं से मनमोहन का फ़िल्मी करियर शुरू हुआ । इसके बाद मनमोहन देसाई ने सुभाष की निर्मित फिल्मों ब्लफमॉस्टर ,धर्मवीर,देशप्रेमी का निर्देशन किया सच्चा झूठा ,आ गले लग जा,रोटी ,रामपुर का लक्ष्मण चाचा भतीजा उनकी कामयाब फ़िल्में है। मनमोहन देसाई ने अपनी फिल्मों में खोया पाया की थीम रहती थी। अमर अकबर एन्थोनी ,परवरिश ,सुहाग ,नसीब ,कुली ,मर्द, गंगा जमुना सरस्वती अमिताभ बच्चन के साथ उनकी बेहद कामयाब फ़िल्में थी।
मनमोहन देसाई ने 1 मार्च 1991 में अपने घर की छत से गिरकर आत्माहत्या कर ली। उनकी आत्महत्या आज तक रहस्य है । शायद आगे भी रहस्य ही रहेगा। लेकिन अपनी पत्नी की मृत्यु के बाद मनमोहन का नाम नन्दा के साथ जुड़ा रहा । कुछ लोगों का मानना है कि नन्दा से शादी टूटने के ग़म में उन्होंने ख़ुदकुशी जैसा कठोर कदम उठाया था ।