वीरेन्द्र वीर विक्रम शाह (29 दिसम्बर, 1944- 1 जून, 2001) नेपाल के राजा और दक्षिण एशियाई नेता थे।ये राजा महेंद्र के सबसे बडे पुत्र थे।
वीरेन्द्र वीर विक्रम शाह का जन्म काठमांडू में हुआ था.वीरेन्द्र वीर विक्रम शाह ने अपने भाई ज्ञानेंद्र के साथ सेंट जोसेफ स्कूल, दार्जिलिंग के जेसुइट स्कूल में आठ साल की पढ़ाई की। वीरेन्द्र वीर विक्रम शाह ने यूनाइटेड किंगडम के एटन कॉलेज में दाखिला लिया। 1964 तक एटन में अध्ययन करने के बाद, वह नेपाल लौट आए, जहां उन्होंने देश के दूरदराज के हिस्सों में पैदल यात्रा करके देश का पता लगाना शुरू किया, जहां वे गांवों और मठों में जोभी जगह उपलब्ध थी वहीं ठहरे।
वीरेन्द्र वीर विक्रम शाह का विवाह ऐश्वर्या राज्य लक्ष्मी देवी से हुआ था, जो 27 फरवरी 1970 को राणा परिवार की उनकी दूसरी चचेरी बहन थीं।यह शादी को इतिहास के सबसे भव्य हिंदू विवाह समारोहों में माना जाता है। वीरेन्द्र वीर विक्रम शाह और रानी ऐश्वर्या के तीन बच्चे थे:प्रिंस दीपेंद्र (27 जून 1971 – 4 जून 2001)।राजकुमारी श्रुति (15 अक्टूबर 1976 – 1 जून 2001)।प्रिंस निरंजन (6 नवंबर 1978 – 1 जून 2001)।
अपने पिता राजा महेंद्र की मृत्यु के बाद,वीरेन्द्र वीर विक्रम शाह 31 जनवरी 1972 को 27 साल की उम्र में नेपाली सिंहासन पर बैठे।वीरेन्द्र वीर विक्रम शाह ने 31 जनवरी, 1972 से 1 जून, 2001 तक राज्य किया। 1999 में राजा वीरेन्द्र वीर विक्रम शाह को भारत के गणतंत्र दिवस पर मुख्य अतिथि के रूप में बुलाये गये थे।
1 जून 2001 जब नेपाल ने अपने इतिहास की सबसे भयंकर त्रासदी देखी. तत्कालीन नरेश बीरेंद्र, महारानी ऐश्वर्य राजलक्ष्मी और शाही परिवार के अन्य आठ सदस्यों की हत्या का आरोप युवराज दीपेंद्र पर लगाया गया और बाद में उनकी भी मृत्यु हो गई.1 जून 2001 को राजमहल में हुए सामूहिक जनसंहार के वक्त ट्रिगर तो बेशक दीपेंद्र ने दबाया। 1 जून 2001 की रात को युवराज ने शेष शाही परिवार के साथ ही रात का भोजन किया था और भोज के दौरान नीट व्हिस्की पीने के कारण वह सीधा चल भी नहीं पा रहा था। उसे उसका बॉडी गार्ड, उसका भाई राजकुमार निरंजन, चचेरा भाई और मौजूदा युवराज राजकुमार पारस तथा एक अन्य रिश्तेदार उसके कमरे में ले गए थे जहां उसने उल्टी की थी।एक जून की रात हुए इस हत्याकांड में महाराजा वीरेंद्र, महारानी एश्वर्य समेत शाही परिवार के साथ अन्य सदस्य मारे गए थे। युवराज दीपेंद्र ने कथित तौर पर अपने परिवार के सदस्यों को गोली मारने के बाद खुद को भी गोली मार ली थी।