लखनऊ। समाजवादी परिवार के प्रसिद्ध छायाकार अशोक यादव (68) की अंत्येष्टि रविवार को पिपराघाट, लखनऊ में संपन्न हुई। मुखाग्नि उनके पुत्र एवं समाजवादी सरकार के मुख्यमंत्री के पूर्व विशेष कार्याधिकारी आशीश यादव ‘‘सोनू‘‘ ने दी। बड़ी संख्या में एकत्र पत्रकारों, छायाकारों, समाजवादी पार्टी के पदाधिकारियों, सामाजिक कार्यकर्ताओं सहित परिवारीजनों ने भी श्री यादव को श्रद्धांजलि दी। उनकी शव यात्रा कैंट स्थित उनके आवास से शुरू हुई। इसके पूर्व सदर बाजार में उनके पैतृक आवास पर सैकड़ो लोगों ने शोकाकुल परिजनों से मिलकर संवेदना दी और ढाढस बंधाया।
अशोक यादव को अंतिम विदाई देने के लिए विधानसभा में नेता विरोधी दल रामगोविन्द चौधरी, विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष अहमद हसन, पूर्व मंत्री राजेन्द्र चौधरी, समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल, विधान परिषद सदस्य एस.आर.एस.यादव, जगजीवन प्रसाद,अरविन्द कुमार सिंह एवं सुनील यादव साजन, सूचना आयुक्त स्वदेश कुमार, कांग्रेस प्रवक्ता सुरेन्द्र सिंह राजपूत, अनुराग यादव ‘दीपू‘ समाजवादी के पार्टी राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के निजी सचिव गजेन्द्र सिंह, जैनेन्द्र नीटू, अनुराग सक्सेना, कोषाध्यक्ष राजकुमार मिश्र पिपराघाट पर उपस्थित थे।
इस अवसर पर जिलाध्यक्ष अशोक यादव, महानगर अध्यक्ष फाकिर सिद्दीकी, उपाध्यक्ष ताराचन्द यादव तथा युवा संगठनों के अध्यक्ष बृजेश यादव, मो0 एबाद, दिग्विजय सिंह देव सहित सर्व श्री विजय यादव, राम सागर यादव, पी.डी. तिवारी, राम शंकर यादव, मनीष यादव, राशिद अली, दीपक रंजन, राजा चतुर्वेदी, संजय विद्यार्थी सविता, जयसिंह जयंत, आदि सैकड़ो लोग शामिल थे।
अशोक यादव पिछले कई माह से अस्वस्थ चल रहे थे। शनिवार सायं उन्होंने अंतिम सांस ली। लखनऊ के बी एन रोड़ त उनके ‘यादव स्टूडियों‘ को समाजवादी आंदोलन का संग्रहालय कहा जाता है। आपातकाल के दिनों में भी चौधरी चरण सिंह का चित्र प्रमुखता से यादव स्टूडियों में प्रदर्शित होता रहा था। अशोक जी को उनके मित्र जिंदादिल इंसान मानते है।