नन्हे मुन्नों की संगीत प्रस्तुतियों नें जीता दिल
कलाकारों के सधे सुर, नृत्य और वादन ने मचाया धमाल
लखनऊ।स्वप्निल संसार। लिरिक्स एकेडमी आॅफ म्यूज़िक विजयंत खंड शाखा के म्यूजिक और डांस के स्टूडेण्ट्स ने लैम्प्स फियेस्टा सीजन-6 के दूसरे दिन भी अपने सिंगिग, डांसिंग टैलेण्ट के दम पर आडियंस की खूब तालियां बटोरीं। एकेडमी की ओर से यहां संत गाडगे आडीटोरियम गोमतीनगर में आयोजित दो दिन के एनुअल फंक्शन का दूसरा एवं अंतिम दिन था सोमवार को । मुख्य अतिथि काबीना मंत्री रीता बहुगुणा जोशी एवं अन्य गणमान्य अतिथियों ने दीप प्रज्ज्वलन के साथ रंगारंग कार्यक्रमों की प्रस्तुतियों का शुभारम्भ किया।
राग मालकौंस में बंधी सरस्वती वंदना की भाव भरी प्रस्तुति के साथ आशुतोष, प्रशाांत, परमेष्वर, सरवजीत, साक्षी, श्रेया, सविता, बरखा, रोशनी, सताक्षी, आरोही, स्वाती आदि ने इस कार्यक्रम की शुरुआत की। ‘सूट सूट लगता…., स्वीटी तेरा ड्रामा…., ओ मेरी महबूबा…., ओय होय…., जय हो…., इक जिंदगी….., बम बम…., मैं यार मनावा…., स्वैग से स्वागत….’ जैसे गीतों पर वेस्टर्न डांस की मोहक प्रेजेण्टेशन अक्षत, शिवांग, अमोलका, इशीता, मिठी, खुशी, पारूल, निष्ठा, मान्या, शैली, आदिति, अर्चना, सिद्धी, मौली, पूर्वी, उन्नति आदि के द्वारा दी गई। ‘अलबेला‘ तथा घूमर गीतों पर आद्या, गौरी, सत्यभामा, इशिता, चंचल, वैष्णवी, आद्या कांत, मान्या, विदुषी, पंखुरी, निमिषा आदि ने शास्त्रीय नृत्य कथक की आकर्षक प्रस्तुति दी। जोयल, अनविशा, मिठी एवं सनल के द्वारा प्रस्तुत भरतनाट्यम की एकल व सामूहिक नृत्य प्रस्तुति दशकों को भायी। शास्त्रीय, उपशास्त्रीय, सुगम संगीत व मैलोडी गायन के अलावा गिटार, तबला, की-बोर्ड, और बैण्ड वादन में प्रांशुु तिवारी, वरद विनायक, शिवांष, रूद्र प्रताप, मलय, चिनमय, कार्तिकेय, अरशद, करण, हेमेन्द्र, मानस, अथर्व, सौम्या, नीलम आदि ने सुंदर प्रस्तुतियां मंच से पेश कीं। कार्यक्रम में लगभग 70 संगीत प्रतिभाओं ने शिरकत की। इस अवसर पर युवा व बाल लगभग 70 प्रतिभाओं को अतिथियों व एकेडमी के संस्थापक निदेशक आर.के.मिश्रा, ने स्मृतिचिह्न व प्रमाणपत्र आदि देकर प्रोत्साहित किया। संस्थापक निदेशक ने बच्चों को आषीर्वाद देते हुए कहा कि एकडेमी में लगभग पांच हज़ार बच्चे अब तक संगीत प्रशिक्षित हो चुके हैं। प्रेक्षागृह में एकेडमी के प्रशिक्षकों के साथ-साथ बड़ी संख्या में अभिभावक व संगीत प्रेमी भी उपस्थित थे