क्रिकेट खिलाडिय़ों को कभी सचिन तेंदुलकर सपने में डराते थे लेकिन अब विराट कोहली का भय छाया है। आस्ट्रेलिया में खिलाडिय़ों को सलाह दी जा रही कि वे कोहली से पंगा न लें। ऑलराउंडर ग्लेन मैक्सवेल ने कहा है कि ऑस्ट्रेलिया को विराट कोहली और उनकी टीम से स्पिन से मुकाबला करने का तरीका सीखना चाहिए। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 23 फरवरी से पहला टेस्ट मैच खेला जाना है। मैक्सवेल का कहना है कि आर अश्विन और रविंर्द जाडेजा जैसे खतरनाक स्पिनर्स के खिलाफ चारों टेस्ट मैचों में एक ही रणनीति से काम नहीं चलेगा। मैक्सवेल ने कहा कि आपको रन बनाने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ेगी। इसके लिए आपके पास सभी मैचों के लिए अलग-अलग रणनीति होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि विश्व की नंबर 1 टेस्ट टीम के खिलाफ ही हमारा असली टेस्ट होगा। उन्होंने कहा कि भारतीय खिलाडिय़ों को ही देखिए पारी में वह अलग-अलग चरणों से गुजरते हैं और कदमों के इस्तेमाल, स्वीपिंग और बैक फुट से इतर खेलकर वह अपना गेम बदलते रहते हैं। उन्होंने कहा कि हमें भी अपने खेल के दौरान यही करना है। फिलहाल ऑस्ट्रेलिया आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में नंबर 2 पर है और हाल ही में पाकिस्तान के खिलाफ उसने टेस्ट सीरीज में 3-0 से जीत हासिल की थी। 2004 से भारत में ऑस्ट्रेलिया ने टेस्ट सीरीज नहीं जीती है। साल 2011 में उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ एशियाई धरती पर टेस्ट सीरीज जीती थी। बता दें कि ऑस्ट्रेलिया लगातार एशिया में 9 टेस्ट मैच हारा है और इस कारण भारत को हराना उसके लिए बहुत मुश्किल होगा। हाल ही में भारत ने इंग्लैंड को 4-0 से टेस्ट सीरीज में मात दी है। इंग्लैंड के पूर्व कप्तान केविन पीटरसन ने भी ऑस्ट्रेलियाई टीम को नसीहत देते हुए कहा है कि या तो आप स्पिन खेलना सीख लो या फिर भारत दौरे पर मत जाओ। बातचीत में पीटरसन ने कहा कि ऑस्ट्रेलियाई टीम को बहुत जल्दी स्पिन खेलना सीखना होगा। दूसरी ओर पूर्व क्रिकेटर माइक हसी ने कहा कि ऑस्ट्रेलियाई खिलाडिय़ों को आगामी टेस्ट सीरीज में भारतीय कप्तान विराट कोहली से मौखिक तौर पर नहीं उलझना चाहिए। हसी ने कहा कि मैं भी विराट कोहली को उकसाने की हिम्मत नहीं करता। मुझे पता है कि वह उससे भी पार पा लेगा। वह एक चुनौतीपूर्ण खिलाड़ी है। उन्होंने कहा कि अब किसी भी तरह की स्लेजिंग में पडऩे की जरूरत नहीं है क्योंकि इससे विराट को और फायदा होगा।
‘मिस्टर क्रिकेटर ‘ के नाम से मशहूर पूर्व ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी माइक हसी ने ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम को एक सलाह दी है। हसी ने कहा है कि ऑस्ट्रेलियाई खिलाडिय़ों को आगामी टेस्ट सीरीज में भारतीय कप्तान विराट कोहली से पंगा लेने से बचना। साल 2014 में पूर्व कप्तान महेंर्द सिंह धोनी ने एमसीजी में टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया था। इसके बाद विराट कोहली को ही टेस्ट टीम की कप्तानी सौंपी गई थी।आपको याद दिला दें कि इसी टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलिया ने विराट कोहली पर तंज कसे थे, जिसके बाद उन्होंने 169 रनों की पारी खेली थी और मैच ड्रॉ हो गया था। इसके बाद कोहली ने कहा था कि मैं कुछ ही लोगों की इज्जत करता हूं, लेकिन जो मेरी इज्जत नहीं करता, मेरे पास उसकी इज्जत करने का कोई कारण नहीं है। कोहली का इशारा उस समय मिचेल जॉनसन पर था। कोहली ने कहा था कि वो लोग मुझे बिगड़ैल कह रहे थे और मैंने कहा कि मैं ऐसा ही हूं और मुझे पता है कि तुम लोग मुझसे नफरत करते हो। कोहली ने यह भी कहा था कि मुझे ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेलना अच्छा लगता है क्योंकि उनके लिए शांत रहना बहुत मुश्किल है। मुझे मैदान पर हुई बहसबाजी से फर्क नहीं पड़ता।आपको याद दिला दें कि उस सीरीज को ऑस्ट्रेलिया ने 2-0 से जीता था। एलिडेट में पहले टेस्ट मैच में कोहली और ऑस्ट्रेलियाई कप्तान स्टीवन स्मिथ की बहसबाजी भी हुई थी, जिसके कारण कोहली पर मैच फीस का 30 % जुर्माना लगा था। हसी ने कहा कि मैं भी विराट कोहली को उकसाने की हिम्मत नहीं करता। मुझे पता है कि वह एक चुनौतीपूर्ण खिलाड़ी है। उन्होंने कहा कि इससे विरोट और अधिक आक्रामक हो जाता है।
हौसला रखती है बांग्ला देश की टीम
बांग्लादेश के कप्तान मुशफिकर रहीम ने कहा कि टीम हैदराबाद में अगले सप्ताह होने वाले टेस्ट में उम्दा प्रदर्शन करके दुनिया को दिखाना चाहती है कि वह क्या कर सकती है। रहीम ने कहा,’हम विश्व क्रिकेट को बताना चाहते हैं कि हम भारत में क्या कर सकते हैं। मैं इस बारे में नहीं सोचता कि हम कितने साल बाद भारत में खेलने जा रहे हैं। हम ऐसा र्पदर्शन करना चाहते हैं कि भारत हमें फिर बुलाये। मेरे लिये यह सिर्फ एक और टेस्ट मैच है। बांग्लादेश भारत ए के खिलाफ दो दिवसीय अभ्यास मैच खेलेगा। सत्रह बरस पहले आईसीसी पूर्णकालिक सदस्य का दर्जा मिलने के बाद बांग्लादेश का भारत में यह पहला टेस्ट है।
मुशफिकर ने हालांकि इसे ऐतिहासिक टेस्ट मानने से इनकार किया। उन्होंने कहा,’मैं हैरान हूं। मुझे यह ऐतिहासिक टेस्ट नहीं लगता। मसलन अगर हम जिम्बाब्वे के खिलाफ खेलें तो दबाव अधिक होगा क्योंकि उनसे हारने से बड़ी शर्मिंदगी झेलनी पड़ेगी। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश की टीम काफी संतुलित है। उन्होंने कहा, ‘हमारे पास संतुलित टीम है जिसमें तेज गेंदबाज, स्पिनर और बल्लेबाजी में गहराई है। भारत के सामने हमारे बल्लेबाजों के लिये कड़ी चुनौती होगी। हम यदि एक टीम के रूप में अच्छा खेल सके तो किसी भी टीम को हरा सकते हैं। भारतीय टीम हमारे लिए प्रेरणा बन सकती है। (हिफी)