लखनऊ (हि.स.)। राजधानी में में दो साल बाद ईस्टर का जुलूस निकला। लालबाग स्थित सेंट्रल मेथोडिस्ट चर्च से जुलूस चल कर हजरतगंज स्थित सेंट जोसेफ केथेड्रिल चर्च पर पहुंच कर सम्पन्न हुआ। चर्च में आराधना के बाद ईस्टर का समापन हुआ।
आराधना में फॉदर डोनाल्ड डि सूजा ने स्वागत वचन कहे। पादरी फेरोज ने गीत ‘बोलो जय मिल कर जय.. करवाया। बिशप जेराल्ड मिथाईस ने ईस्टर के उपलक्ष्य में प्रवचन दिया । एसेम्ब्ली ऑफ़ बिलीवर्स चर्च के बिशप ऑगस्टस ऐन्थॉनी ने अंतिम प्रार्थना एवं आशीष वचन दिए।
पादरी डॉक्टर हर्बर्ट एबल ने स्व. बिशप फ़िलीप मसीह और आर एफ़ बनी को श्रंद्धाजंलि दी। ईस्टर कमेटी के सचिव ई. मैकनाइट ने सभी को धन्यवाद दिया। फॉदर डॉ. मोरिस कुमार ने बताया कि प्रभु ईस्टर पर पुनर्जीवित हुए थे।
लखनऊ,में लाल बाग़ सेन्ट्रल मेथोडिस्ट चर्च से ईस्टर जुलूस का आगाज़ हुआ जो कैंट रोड,कैसरबाग़ चौराहा,बी.एन.रोड, नूर मंजिल, लाल बाग होकर सेंट जोजफ कैथीड्रल हज़रत गंज पहुंचा। जहाँ एक विशेष प्रार्थना सभा का आयोजन किया था। ईस्टर जुलूस में हज़ारों मसीह लोगों ने हिस्सा लिया। इस जुलूस में लखनऊ के सभी बड़े छोटे चर्च शामिल थे। लखनऊ में 1974 से यह ईस्टर का जुलूस जा रहा है। 2020 व 2021 में कोविड पाबन्दियों के चलते यह जुलूस नहीं निकल सका।