जोनास सॉल्क (28 अक्टूबर 1914 – 23 जून 1995) चिकित्सा शोधकर्ता और विषाणुशास्त्री थे, पोलियो के पहले सुरक्षित और प्रभावी टीके के जनक थे । रूसी यहूदी अप्रवासी की संतान जोनास का जन्म न्यूयॉर्क शहर में हुआ था। उनके माता-पिता ने हालांकि औपचारिक शिक्षा प्राप्त नहीं की थी, लेकिन वे अपने बच्चों को सफल देखने चाहते थे। न्यूयॉर्क विश्वविद्यालय में मेडिकल स्कूल में पढ़ते हुए उन्होंने चिकित्सक बनने की बजाए चिकित्सा अनुसंधान की ओर कदम बढ़ा कर अपने लिए अलग राह चुनी।
26 मार्च 1953 में जब जोनास सॉल्क ने पोलियो का टीका पेश किया, तब पोलियो को युद्ध के बाद के दौर का सबसे भयावह स्वास्थ्य समस्या माना जाता था। 1952 तक इस बीमारी से प्रतिवर्ष 3,00,000 लोग प्रभावित और 58,000 मौत हो रही थी, जो अन्य दूसरी संक्रामक बीमारी की तुलना में सबसे ज्यादा थी। इनमें से ज्यादातर बच्चे थे। राष्ट्रपति फ्रैंकलिन डी. रूजवेल्ट इस बीमारी के सबसे ख्यात शिकार थे, जिन्होंने इस बीमारी से लड़ने के लिए टीका विकसित करने के लिए संस्थान की स्थापना की।
2013 में दुनिया के केवल तीन देशों अफ्गानिस्तान, नाइजीरिया और पाकिस्तान में ही पोलियो के मामले सामने आये हैं । 1988 में 125 देशों में पोलियो ग्रस्त लोग थे। जब तक एक भी बच्चा पोलियो से ग्रस्त है, दुनिया भर में इस बीमारी के फैलने का खतरा बरकरार है। अगर विश्व स्वास्थ्य संगठन इन देशों से पोलियो को नहीं मिटा पाया, तो दस वर्ष के भीतर हर वर्ष पोलियो के दो लाख नए मामले सामने आ सकते हैं।
पोलियो संक्रामक बीमारी है, जो पूरे शरीर को प्रभावित कर देती हैं और यह बीमारी बच्चों में अधिक होती है। भारत में पोलियो का शुरूआती दौर में बहुत अधिक प्रभाव था परन्तु भारत सरकार द्वारा चलाये गये कई पोलियो मुक्त अभियानों के कारण पोलियो छुटकारा मिला। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने 2012 में भारत को पोलियो से ग्रस्त देशों की सूची से हटा दिया था। और 2014 में भारत को पोलियो मुक्त देश घोषित कर दिया था।
पोलियो का खतरा
• दूषित पानी का सेवन से पोलियो का खतरा होता है। • गंदे पानी में तैरने से भी पोलियो वायरस का संक्रमण हो सकता है। • युवाओं की तुलना में बच्चों में इस बीमारी के फैलने की संभावना अधिक होती है।
पोलियो की रोकथाम
• बच्चे को पोलियो ड्राप पिलाना ना भूलें • अपने आसपास सफाई रखें• पौष्टिक आहार लें
पोलियो के लक्षण:
मरीज की स्थिति वायरस की तीव्रता पर निर्भर करती है। अधिकतर स्थितियों में पोलियो के लक्षण फ्लू जैसी ही होते हैं। लेकिन इसके कुछ सामान्य लक्षण हैं:• पेट दर्द• उल्टियां आना • गले में दर्द• सिरदर्द• जटिल स्थितियों में हृदय की मांस पेशियों में सूजन भी आ सकती हैं।
पोलियो व्यक्ति के संपूर्ण जीवन को प्रभावित करती है, इस बीमारी के प्रति जागरूक रहें और बच्चों का समय पर टीकाकरण ज़रूर करायें।एजेंसी।