चुनाव के समय राजनीतिक दलों के घोषणा पत्र इसलिए महत्वपूर्ण होते हैं क्योंकि सरकार बनने पर सबसे पहले जनता और मीडिया उन बातों को उछालती है जिनका वादा किया गया होता है। उत्तर प्रदेश और पंजाब समेत जब पांच राज्यों में विधानसभा के चुनाव हुए तब भाजपा, सपा, बसपा, कांग्रेस ने अपने-अपने चुनाव घोषणा पत्र जारी किये थे। उत्तर प्रदेश में भाजपा की सरकार बनी और भाजपा ने किसानों की कर्जमाफी का वादा अपने घोषणा पत्र में कर रखा था। इसलिए योगी आदित्यनाथ ने मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के लगभग 15 दिन बाद कैबिनेट की बैठक की और पहली बैठक में ही किसानों के कर्ज माफ करने की घोषणा करनी पड़ी थी। इसी तरह पंजाब में कांग्रेस की सरकार बनी और वहां कैप्टन अमरेन्द्र सिंह के घोषणा पत्र के वादे पूरे न करने पर आलोचना का शिकार होना पड़ा था। कांग्रेस ने वहां 5 रूपये में भरपेट भोजन देने की घोषणा की थी लेकिन बाद में इस वादे को अमलीजामा नहीं पहनाया जा सका। इसी तरह किसानों के कर्ज माफी की घोषणा भी काफी देर में कैप्टन अमरेन्द्र ने की थी। अब कर्नाटक में विधानसभा के चुनाव हो रहे हैं और 12 मई को मतदान होगा। वहां पर कांग्रेस की सरकार है लेकिन भाजपा ने इसबार सत्ता पर कब्जा करने के लिए पूरी ताकत लगा दी है। भाजपा एक सुनियोजित रणनीति के तहत चुनाव लड़ रही है। इसलिए कांग्रेस ने जब अपना चुनाव घोषणा पत्र जारी कर दिया, तब वहां भाजपा ने चुनाव घोषणा पत्र जारी किया है। घोषणा पत्रों की तुलना की जाए तो भाजपा इस पर भी कांग्रेस से आगे निकलती दिखाई पड़ रही है।
भाजपा ने कर्नाटक में 4 मई को चुनाव घोषणा पत्र जारी किया है। भाजपा के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार बी एस येदियुरप्पा ने चुनावी वादों की चाशनी कांग्रेस से ज्यादा गाढ़ी रखी है। कांग्रेस को जबर्दस्त चुनौती देने के लिए भाजपा ने हर उस वादे को अपने घोषणा पत्र में शामिल किया है जिसे कांग्रेस ने उठाया था। कांग्रेस ने अपने चुनाव घोषणा पत्र में किसानों को कर्ज माफ करने समेत कई वादे किये हैं तो भाजपा ने भी किसानों की आमदनी दो गुनी करने का वादा किया है। इस बात की घोषणा केन्द्र सरकार के बजट में भी की गयी थी। भाजपा ने कर्नाटक के किसानों के लिए एक लाख तक कर्जमाफी को भी अपने घोषणापत्र में शामिल किया हैं। कांग्रेस ने किसानों को सिंचाई के साधन उपलब्ध कराने के लिए सवालाख करोड़ रूपये खर्च करने का वादा किया तो भाजपा उसमें आगे बढ़ गयी और कहा सिंचाई सुविधाओं पर डेढ़ लाख करोड़ रूपये खर्च किये जाएंगे। यह भी कहा गया कि किसान पम्प सेटों से सिंचाई करते है, इसलिए उन्हें 10 घंटे मुफ्त बिजली दी जाएगी।
महिलाओं और युवाओं को लुभाने के लिए भी दोनों पार्टियों ने घोषणा पत्र में वादे किये हैं। कांग्रेस ने एक करोड़ युवाओं को नौकरी देने का वादा किया है। कांग्रेस ने कहा है कि अगर उसकी दूसरी बार राज्य में सरकार बनी तो पांच साल में एक करोड़ युवाओं को नौकरी दी जाएगी। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने इस घोषणा पत्र को जनता की आवाज बताया था। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का घोषणा पत्र कर्नाटक की जनता के मन की बात करता है। उन्होंने यह भी कहा कि राज्य की सिद्ध रमैया सरकार ने 95 फीसदी वादे पूरे किये हैं इसलिए इस बार जो वादे किये जा रहे हैं, उन्हें भी पूरा किया जाएगा। हरसाल 15-20 लाख लोगों को रोजगार दिया जाएगा और महिलाओं के रोजगार में 50 फीसद बढ़ोत्तरी की जाएगी। भाजपा ने अपने घोषणा पत्र में महिलाओं और युवाओं को नये-नये सपने दिखाये है। महिलाओं को रोजगार, सेनेट्री, नैपकीन, सुरक्षा देने को प्रमुखता देते हुए गरीब युवतियों को शादी के समय तीन ग्राम का मंगल सूत्र देने का वादा किया गया है। कांग्रेस ने महिलाओं को आधी कीमत पर स्कूटी देने का वादा किया था तो भाजपा मंगलसूत्र दे रही है। मंगल सूत्र स्कूटी से ज्यादा महत्व रखता है। तीन ग्राम सोने के मंगल सूत्र के साथ शादी के समय 25 हजार रूपये की नकद सहायता का भी वादा किया गया है।
भाजपा ने अपने घोषणा पत्र में गोवंश की रक्षा का भी वादा किया है। गायों की सुरक्षा से जुड़े गोसेवा आयोग को पुनर्जीवित किया जाएगा। भाजपा ने कांग्रेस के बाद इसीलिए अपना घोषणा पत्र जारी किया ताकि वादों के मामले में पार्टी कांग्रेस से इक्कीस साबित हो। घोषणा पत्र जारी करते समय पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार बी एस येदियुरप्पा ने कहा कि सरकार का गठन होने के बाद मंत्रिमंडल की पहली ही बैठक किसानों से कर्जमाफी का वादा पूरा किया जाएगा। किसानों ने सहकारी व राष्ट्रीयकृत बैंको से एक लाख तक का जो कर्ज ले रखा है, उसे माफ करने की घोषणा कर दी जाएगी। श्री येदियुरप्पा ने किसानों से यह भी वादा किया है कि नेगिलायोगी योजना के तहत शुष्क भूमि पर खेती करने वाले लघु व सीमान्त किसानों को 10 हजार रूपये तक का प्रत्यक्ष आय सहयोग दिया जाएगा अर्थात किसानों को शुष्क भूमि में जितनी लागत लगानी पड़ती है, उससे कम मिल पाता है तो इसकी भरपाई सरकार करेगी। भाजपा ने हालांकि सिंचाई के साधन बढ़ाने का वादा भी कर रखा है और शुष्क भूमि बहुत कम बचेगी।
भाजपा ने अपने चुनाव घोषणा पत्र में विद्यार्थियों को कांग्रेस से ज्यादा सुविधाएं देने का वादा किया है। सभी वर्ग के विद्यार्थियों को स्नातक स्तर तक मुफ्त शिक्षा और डिग्री पाठ्यक्रम में दाखिला लेने वाले सभी विद्यार्थियों को मुफ्त लैपटाॅप देने की बात कही गयी है। भाजपा ने कहा है कि सत्ता में आने के बाद राज्य में दो इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइंसेज की स्थापना की जाएगी। प्रदेश के सभी जिलों में मेडिकल कालेज खोलने का वादा भी किया गया है ताकि बीमार होने पर लोगों को सुदूर जिलों के चक्कर न काटने पड़ें। भाजपा ने महिलाओं और युवाओं पर योजनाओं को विशेष रूप से केन्द्रित किया है। महिलाओं को दुग्ध उत्पादन के लिए प्रोत्साहित करने के लिए 100 करोड़ रूपये का एक कोष बनाया जाएगा मुख्यमंत्री स्मार्टफोन योजना के तहत बीपीएल परिवार की महिलाओं को मुफ्त स्मार्ट फोन प्रदान किया जाएगा। महिलाओं के लिए भाग्य लक्ष्मी योजना का जिक्र करते हुए कहा कि इसका व्यापक प्रसार किया जाएगा। इस योजना के तहत मिलने वाली राशि को बढ़ा कर 2 लाख तक किया जाएगा। भाजपा के घोषणा पत्र में कहा गया है कि महिलाओं के खिलाफ अपराधों के लम्बित मामलों की जांच के लिए महिला पुलिस अधिकारी के नेतृत्व में विशेष जांच प्रकोष्ठ का गठन किया जाएगा। इस प्रकोष्ठ में एक हजार महिला पुलिस कर्मियों की भर्ती की जाएगी।
इसके अलावा भाजपा ने स्कूल-कालेजों में खेल सुविधाओं को बढ़ावा देने, बजरी माफिया, भूमाफिया तथा खनन माफियाओं पर शिकंजा कसने के लिए विशेष कार्यबल की स्थापना करने का वादा किया है। भाजपा कहती है कि भ्रष्टाचार का खुलासा करने वालों की सुरक्षा के लिए कानून बनाया जाएगा। बैंगलुरू के अलग से विकास का वादा भी भाजपा के घोषणा पत्र में किया गया है। कांग्रेस ने जिन मुद्दों को छोड़ दिया था, भाजपा की नजर वहां तक गयी और कांग्रेस की सिद्ध रमैया सरकार को घेरते हुए कहा गया कि इस सरकार के गलत कार्यो की जांच करवाकर श्वेतपत्र जारी किया जाएगा। भाजपा ने जनता से वादा करते समय कांग्रेस सरकार से सवाल भी पूछे हैं कि जो वादे अब किये जा रहे हैं, उन्हें पांच साल के कार्यकाल में पूरा क्यों नहीं किया गया। भाजपा के लिए निश्चित रूप से यह प्लस प्वाइंट है और उसके घोषणा पत्र पर जनता का विश्वास जमता दिखाई पड़ रहा है। (हिफी)