पुण्य तिथि पर विशेष ।
एजेंसी। स्वप्निल संसार। रामनरेश यादव का जन्म एक जुलाई 1928 को आजमगढ़ जिले के गांव आंधीपुर (अम्बारी) में साधारण किसान परिवार में हुआ। आपका बचपन खेत-खलिहानों से होकर गुजरा। आपकी माता श्रीमती भागवन्ती देवी जी धार्मिक गृहिणी थीं और पिता गया प्रसाद जी महात्मा गांधी, पंडित जवाहरलाल नेहरू और डॉ॰ राममनोहर लोहिया के अनुयायी थे। आपके पिताजी प्राइमरी पाठशाला में अध्यापक थे तथा सादगी और ईमानदारी की प्रतिमूर्ति थे। श्री यादव को देशभक्ति, ईमानदारी और सादगी की शिक्षा पिताश्री से विरासत में मिली थी । आपका भारतीय राजनीति में विशिष्ट स्थान है। आप कर्मयोगी और जनप्रिय नेता थे । स्वदेशी एवं स्वावलंबन आपके जीवन का आदर्श रहा था । आप बहुमुखी कृतित्व एवं व्यक्तित्व के कारण आप बाबूजी के नाम से जाने जाते थे । शिक्षक और अधिवक्ता के रूप में सामाजिक रूप से प्रगति करते हुए राम नरेश यादव आगे चलकर एक ईमानदार और मूल्यों की राजनीति करने वाले आम आदमी के मददगार और दिग्गज राजनीतिज्ञ कहलाए। पेशे से वकील राम नरेश यादव राजनारायण के विचारों से प्रभावित होकर ‘जनता पार्टी’ से जुड़े। 1977 में आजमगढ़ लोकसभा सीट से जीतकर वे छठवीं लोकसभा के सदस्य बने। इसी दौरान वह 23 जून, 1977 को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने और इस पद पर 15 फरवरी, 1979 तक रहे। बाद में ये कांग्रेस पार्टी से जुड़े और संगठन में विभिन्न पदों पर भी रहे।
2011 से सितंबर 2016 तक वे मध्य प्रदेश के राज्यपाल रहे। 2015 में साल मध्य प्रदेश चर्चित व्यापम घोटाले में उनका नाम आया था। एसटीएफ ने रामनरेश यादव के खिलाफ इस मामले में एफआईआर दर्ज की थी। पूर्व राज्यपाल रामनरेश यादव का 22 नवंबर, 2016 को लखनऊ के एस जी पीजीआई अस्पताल में निधन हो गया था । 89 साल के राम नरेश यादव सांस लेने में तकलीफ होने के चलते एसजीपीजीआई में भर्ती थे. रामनरेश यादव का कुछ दिन पहले ऑपरेशन भी किया गया था, लेकिन उनकी हालत में सुधार नहीं हो रहा था।