स्वप्निल संसार। लखनऊ। 09.05.2018 को एस0टी0एफ0 उ0प्र0 को उत्तर प्रदेश व उत्तराखण्ड में संरक्षित वन्य जीवों काअवैध शिकार कर उनके खाल, हड्डियां आदि की तस्करी करने वाले गिरोह के 02 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर एक टाईगर की खाल और हड्डीबरामद करने में उल्लेखनीय सफलता मिली है।
गिरफ्तारअभियुक्त गण
1- रोहताश पुत्र कर्मवीर, निवासी नेयाना, थाना सदर, जिला हिसार
2- दासपुत्र सत्यवान, निवासीकुम्बा, थानासदर हांसी, जिला हांसी।
बरामदगी
1- 01 अदद टाईगर(बाघ) की खाल (नाक सेपूछतकलगभग 10 फिट)
2- बाघ की हड्डी वजनलगभग 18 कि0ग्रा0 3- 02 पहचान पत्र उपरोक्त अभियुक्तगणों के 4- 01 अदद आधारकार्ड
5- 02 अदद मोबाईलफोन
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, एस0टी0एफ0, उत्तर प्रदेश को सूचना प्राप्त हो रही थी कि उत्तर प्रदेश एवं उत्तराखण्ड के संरक्षित वन्य क्षेत्रो में प्रतिबन्धित वन्य जीवों का अवैध शिकार करके उनके अंगों की तस्करी की जा रही है तथा इस अवैध कारोबार में घुमन्तु जाति के लोगों का गिरोह सक्रिय है। उत्तर प्रदेश के जनपद-बिजनौर व उत्तराखण्ड के जनपद-हरिद्वार में इनके द्वारा अवैध शिकार किया जा रहा है। अभिषेक सिंह, वरिष्ठपुलिस अधीक्षक, एस0टी0एफ0, उ0प्र0 द्वारा इस परिप्रेक्ष्य में अभिसूचना संकलन व कार्यवाही हेतु डाॅ0 अरविन्द चतुर्वेदी, अपर पुलिस अधीक्षक, एस0टी0एफ0, उ0प्र0 को निर्देशित किया गया।
उल्लेखनीय है कि एस0टी0एफ0 मुख्यालय पर डाॅ0 अरविन्दचतुर्वेदी के नेतृत्व में गठित एक टीम वन्य जीवअपराधों एवंअपराधियों के विरूद्ध कार्य करती है। डाॅ0 चतुर्वेदी का नियमित सम्पर्क वाईल्ड लाईफ क्राईम कन्ट्रोल ब्यूरो (WCCB), नेशनल टाईगर कन्जरवेशन अथोरिटी (NTCA), साउथ एशिया वाईल्ड लाईफ एन्र्फोसमेन्टनेटवर्क (SWAEN) के अतिरिक्त अनेकों NGO”S से रहता है जिससे उन्हें समय समय पर महत्वपूर्ण सूचनायें मिलती रहती हैं। उत्तर प्रदेश के तराई क्षेत्र में बहराईच से लेकर बिजनौरत क विभिन्न नेशनल टाईगर रिजर्वो और उनके बफर क्षेत्रों में टाईगर की अच्छी संख्या होने के कारण स्थानीय और बाहर से आने वाले शिकारियों के सम्बन्ध मेंअभिसूचनायें निरन्तर एकत्र की जाती हैं। इस क्रम में वाईल्ड लाईफै SOS संस्था के CEO कार्तिक सत्यनारायण द्वारा उपलब्ध कराईगई एक महत्पूर्ण अभिसूचना को विकसित किया गया।ज्ञात हुआ कि कुछ शिकारी नगीना, बिजनौर में टाईगर की खाल और हड्डी का सौदा करने के लिए आए हुये हैं।वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, एस0टी0एफ0 को अवगत कराते हुए फील्ड इकाई मेरठ के पुलिस उपाधीक्षक बृजेशकुमार सिंह के नेतृत्व में एक टीम नगीना भेजी गयी।
अभिसूचना संकलन के दोैरान उप निरीक्षक अरूण निगम जानकारी प्राप्त हुई कि कुछ शिकारी नहर की पटरी कोटकादर, थाना नगीना देहात, जनपद बिजनौर में अवैध रूप से शिकार किये हुए टाईगर की खाल और हड्डी किसी को बेचने के लिए लाने वालेहै।इस सूचना पर एस0टी0एफ0 की टीम द्वारा बिजनौर पहुॅचकर स्थानीय थाने से 02 कर्मियों को साथ लेकर उक्त स्थान की घेराबन्दी की गयी। 09.05.2018 को अपरान्ह् में उक्त अभियुक्तों को गिरफ्तार करते हुए उल्लखित बरामदगी की गयी।
पूछताछ परअभियुक्त दास ने बताया कि वह कस्बा कुम्बा, थाना हांसी, जनपद हांसी (हरियाणा) का रहनेवाला है औरउसकेपिता सत्यवान कई बार वन्य जीव अपराध के मामलों में जेल जा चुकेहै।बरामद खाल के सम्बन्ध में पूछे जाने पर बताया किउक्त शिकार में कुल 06 लोग शामिल थे।शिकार करने के बाद हम लोगो ने खाल और हड्डी को साफ करके पाॅलीथिन में लपेटकर एक जगह पर जमीन में गाड़ दिया था।आज माल बेचने की नियत से नगीना आते समय अपने साथी रोहताश के साथ पकड़ा गया।उसके अन्य चार साथियों के बारे में महत्वपूर्ण सूचनायें प्राप्त हुई है जिनके सम्बन्ध में कार्यवाही की जारहीहै।
डाॅ0 चतुर्वेदी ने विवेचक को वन्य जीव अपराध की उक्त विवेचना के सम्बन्ध मंेविस्तृत मार्गदर्शक बिन्दु उपलब्ध कराये हैं जिनमें बरामद खाल की फोटो के आधारपर वाईल्ड लाईफ इंस्टीट्यूट आॅफइंडिया (WII) के टाईगर स्क्राईपपैटर्न डाटा बेस से मृत टाईगर की पहचान कराना भी सम्मिलित है.
WCCA के उप निदेशक आर0एस0 ठाकुर ने बताया गिरफ्तार अभियुक्त दास का पिता सत्यवान उर्फसत्यभान मु0अ0सं0 90/2015, थाना हाथी पोल उदयपुर, राजस्थान में 05.05.2015 को 02 लेपर्ड की खालों के साथ 06 अन्य अभियुक्तों के साथ गिरफ्तार किया गया था।उल्लेखनीय है कि उसके साथियों में कुख्यात वन्य जीव अपराधी संसारचन्द की पत्नी रानी भी शामिलथी। सत्यवान उपरोक्त संसारचन्द का निकट सहयोगी रहाहै।इसकेअतिरिक्त सत्यवान 2005 में थाना मानक चौक जयपुर में भी वन्य जीव अपराध में गिरफ्तार हो चुका है।
बिजनौर तथा आसपास में टाईगर जनसंख्या एवं पिछले वर्षो में हुए अपराधों के सम्बन्ध में DIG,NTCA निशान्त सिन्हा ने बताया कि टाईगर का सेन्सस प्रत्येक चार वर्ष पर किया जाता है।सेन्सस 2014 के आंकणो के अनुसार उत्तराखण्ड में 340 तथा उत्तर प्रदेश में 117 टाईगर आगणित किये गये थे।इनमें कार्बेट तथा उसके बफर क्षेत्र, विशेषकरअमानगढ़ रेंज में सर्वाधिक टाईगरजन संख्या है।उन्होंने यह भी बताया किभारत में टाईगर की कुलज नसंख्या 2230 आगणित है।पिछले छ वर्षो में बिजनौरमें टाईगर सम्बन्धीपाँच बारमदगियाँ की जा चुकीहैं। अक्टूबर 2012 में एस0टी0एफ0 द्वारा अभ्यस्त अपराधीगण करतार, मो0 उमरआदि से दो टाईगर की खाल, दिसम्बर 2013 में एस0टी0एफ0 द्वारा करतार, मो0 उमर, धरमवीर सहित 12 अभियुक्तों की गिरफ्तारी कर दो खाले और 63 किलो हड्डी बरामद की, मार्च 2014 मेंॅWCCB द्वारा बावरिया महिला की गिरफ्तारी, मई 2015 में एस0टी0एफ0 द्वारा दिल्ली स्पेशल सेल के टाईगर पोचिंग केस के कुख्यात अपराधी सईद की गिरफ्तारी तथा जून 2015 मेंॅWCCB द्वारा तीन शिकारी गुर्जरों की गिरफ्तारी उल्लेखनीय है।
उपरेाक्त दोनों अभियुक्तों को थाना-नगीना देहात, जनपद-बिजनौ में दाखिल किया गया तथा उनके विरूद्ध मु0अ0सं0-59/18 धारा- 9/39 /40/ 44/48 /49बी/51/52/56 वाईल्ड लाईफप्रोटैक्शन एक्ट व 26 फोरेस्ट एक्ट /379/411 भादवि पंजीकृृत कराया गयाहै। अग्रिम विधिक कार्यवाही स्थानीय पुलिस द्वारा की जा रही है।