Rebels of #Lucknow –
#छेदापासी
#चांदबाग में लगा यह ब्रिटिश कालीन शिलापट्ट तब की #लखनऊ पुलिस के गौरव का हिस्सा है। उर्दू,हिन्दी और अंग्रेजी की इबारत के मुताबिक —
लखनऊ पुलिस की उस टोली की वीरता का यह स्मारक है जिन्होंने निम्नलिखित अफसरों के नेतृत्व में इस स्थान के निकट दोनों दलों में गोली चलने के बाद 30 मार्च 1944 ईस्वी को नामी डकैत और हत्यारे छेदा पासी और उसके 9 साथियों को जिन्होंने बहुत दिनों से लखनऊ और अवध में हत्या और डकैती के द्वारा आतंक फैला रखा था।.परास्त करके गिरफ्तार किया गया।
यमुना प्रसाद त्रिपाठी साहब बहादुर डिप्टी सुपरिटेंडेंट पुलिस शहर लखनऊ , मुंशी एजाज उलनवी खां साहब इंस्पेक्टर सिटी…..
मुंशी मुहम्मद रियासत अली साहब मुह्तमिम स्टेशन,मुंशी अयूब हसन खां साहब मुह्तमिम स्टेशन,शारदा बक्श सिंह कनिस्टिबल थाना #हसनगंज
कई साल पहले इस जगह को शहीद स्थल का दर्जा बोर्ड पर दिया गया। हर 30 मार्च छेदा पासी जी याद में यहां कार्यक्रम किया जाता है।
पासी समाज के लिए छेदा पासी जी क्रांतिकारी थे। गौर तलब है की ब्रिटिश कालीन पुलिस ने पासी समाज को जरायम पेशा का दर्जा दिया था।
