मुबारक साल गिरह
मीरा साहिब फ़ातिमा बीबी/जस्टिस एम. फातिमा बीबी ( 30 अप्रैल 1927) भारत की पहली महिला जज बनीं.भारत ही नहीं पूरे एशिया में वो इस पोस्ट पर आने वाली पहली महिला थीं.फ़ातिमा बीबी का जन्म 30 अप्रैल 1927 को एक मुस्लिम परिवार में हुआ.पथानाम्थित्ता, केरल में पैदा हुईं फ़ातिमा के पिता का नाम मीर साहिब और माँ का नाम ख़दीजा बीबी था. उन्होंने अपनी शुरुआती पढ़ाई अपने पैदाइश के शहर से की थी और बाद में त्रिवेंद्रम से बी.एस.सी. की पढ़ाई की. थिरुवनंतपुरम से फ़ातिमा ने बी.एल. की डिग्री प्राप्त की.
1989 में राजीव गाँधी सरकार में इन्हें सुप्रीम कोर्ट का जज बनाया गया और ये तब पहला मौक़ा था कि किसी महिला को हिन्दुस्तान में जज बनाया गया हो.1997 से 2001 के बीच वो तमिल नाडू की गवर्नर भी रहीं.
कार्यकाल
14 नवम्बर 1950 को फ़ातिमा बीवी अधिवक्ता के रूप में पंजीकृत हुईं, मई, 1958 में केरल अधीनस्थ न्यायिक सेवा में मुंसिफ़ के रूप में नियुक्त हुईं, 1968 में वे अधीनस्थ न्यायाधीश के रूप में पदोन्नत हुईं। 1972 में मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, 1974 में ज़िला एवं सत्र न्यायाधीश, 1980 में आयकर अपीलीय ट्रिब्यूनल की न्यायिक सदस्य और 8 अप्रैल 1983 को उन्हें उच्च न्यायालय में एक न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया। 6 अक्टूबर 1989 को वे सर्वोच्च न्यायालय की न्यायाधीश नियुक्त हुईं। जहां से 24 अप्रैल 1992 को वे सेवा निवृत हुईं।