आतंकवाद पर गरजे चौहान- मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इन दिनों अमेरिका की यात्रा पर हैं। वाशिंगटन में श्री चौहान ने पाकिस्तान और चीन पर जोरदार हमला बोला। उन्होंने कहा भारत आज वैसा नहीं है जैसे 1962 में था। श्री चौहान ने कहा कि भारत आतंकवाद के मामले में किसी को भी छोडऩे वाला नहीं है और चीन को इस बात का एहसास हो भी गया है जिसके चलते ही चीनी सैनिकों को डोकलाम से पीछे हटना पड़ा। श्री चौहान अमेरिका में लगभग एक सप्ताह की यात्रा पर पहुंचे हैं। वहां पहुुंचते ही 23 अक्टूबर को भारतीय दूतावास द्वारा आयोजित एक स्वागत समारोह में भारतीय-अमेरिकी समुदाय को उन्होंने सम्बोधित किया।
श्री चौहान का चीन के बारे में दिया गया यह बयान तत्कालीन रक्षामंत्री अरुण जेटली द्व़ारा दिये गये बयान की याद दिलाता है। श्री अरुण जेटली से जब चीन की इस चेतावनी कि भारतीय सेना को इतिहास से मिले सबक से सीख लेनी चाहिए, तब उन्होंने कहा था कि वर्ष 1962 में हालात अलग थे और 2017 में भारत अलग है। श्री चौहान ने कहा कि यदि कोई हमें आतंकवाद के मुद्दे पर उकसाने की कोशिश करता है, तो भारत उसे नहीं बख्शेगा। साथ ही श्री चौहान ने कहा कि भारत वैश्विक शांति का सबसे बड़ा समर्थक है और दूसरों को उकसाना भी नहीं चाहता लेकिन पाकिस्तान का नाम लिये बिना उन्होंने कहा कि आतंकवाद पर कोई समझौता नहीं किया जाएगा।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री ने भारत और अमेरिका की दोस्ती को ‘स्वर्णिम दौर करार दिया। उन्होंने शीर्ष अमेरिकी नेतृत्व, खासकर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन के भारत संबंधी हाल में दिये बयानों का भी जिक्र किया। श्री चौहान ने कहा कि दुनिया की दो सबसे बड़ी लोकतांत्रिक व्यवस्थाएं केवल अपने संबंध मजबूत करने के लिए ही नहीं बल्कि विश्व के कल्याण के लिए मिलकर काम कर रही हैं। श्री चौहान ने कहा कि भारत लम्बे समय से आतंकवाद से पीडि़त रहा है लेकिन भारत ने श्री मोदी के नेतृत्व में ही आतंकवादियों को शरण देने वालों के खिलाफ सर्जिकल स्ट्राइक की। श्री शिवराज सिंह चौहान ने अमेरिका में भारत की नीति संबंधी दो बड़े फैसलों का भी जिक्र किया। नोटबंदी और जीएसटी को लेकर श्री चौहान ने कहा कि केवल मोदी जैसा कड़े फैसले लेने वाला क्षमतावान पीएम ही इस प्रकार के साहसिक फैसले ले सकता है जो कालेधन से निजात पाने और भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए दृढ़ इच्छा शक्ति रखता हो। इसीलिए भारत चतुर्दिक विकास कर रहा है। (हिफी)
कांग्रेस नेता की गुंडागर्दी !
भोपाल। मध्य प्रदेश में कांग्रेस नेता अब गुंडागर्दी पर उतारू हो गये हैं। यह आरोप छतरपुर जिला चिकित्सालय के डाक्टरों ने लगाया है। डाक्टरों को धमकी देते हुए कांग्रेस नेता का चित्र सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है और वे सफाई देते घूम रहे हैं।
छतरपुर जिले में कांग्रेस नेता आलोक चतुर्वेदी पर अस्पताल के डाक्टरों को धमकाने का आरोप लगाया गया है। उनकी इस हरकत को कैमरे में कैद कर लिया गया। सोशल मीडिया पर 22 अक्टूबर को वायरल हुए वीडियो में कांग्रेस नेता आलोक चतुर्वेदी जिला अस्पताल परिसर में आपात चिकित्सा कक्ष की तरफ जाते हुए दिख रहे हैं। उसी तरह जाते हुए एक डाक्टर से वे कह रहे हैं कि पहले अंदर जाओ और इलाज करो, हम लोग अपने पर आ जाएंगे तो डाक्टरी भूल जाओगे तुम लोग। छतरपुर विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ चुके आलोक चतुर्वेदी ने अपनी तरफ से इस मामले में सफाई दे दी है। वे कहते हैं कि जो वीडियो वायरल हुआ है, उसमें काफी रद्दोबदल किया गया है। उन्होंने इतना जरूर स्वीकार किया कि उन्होंने डाक्टर से यह जरूर कहा था कि यहां कई लोग घायल पड़े हैं, उन्हें देखने वाला कोई नहीं है, साथ ही यह भी कहा था कि ऐसे ही हालात में कई बार मारपीट की स्थिति बन जाती है। श्री चतुर्वेदी ने अपनी स्थिति को और स्पष्ट करने के लिए कहा कि कांग्रेस पार्टी के एक पदाधिकारी के चचेरे भाई के पैर में दो गोलियां लगी थीं और कई लोगों के सिर पर चोट आयी थी। इसके बावजूद अस्प्ताल की इमर्जेन्सी में कोई डाक्टर नहीं था। घायलों के परिजनों ने डाक्टर को कई लोगों के घायल होने की सूचना दी, तब भी कोई नहीं आया, लिहाजा मैंने डाक्टरों को समझाया कि इसीलिए अस्पतालों में पिटाई तक की नौबत आ जाती है। उनका कहना है कि इससे क्षेत्र की जनता प्रसन्न है। वीडियो में आगे-पीछे काफी काटछांट की गयी है। उनके कहे सिर्फ एक वाक्य को इसमें रहने दिया गया है। उन्होंंने जिस तरह से डाक्टर को समझाया था, उस हिस्से को हटा दिया गया और इसके साथ ही अस्पताल में आने वाले लोगों की परेशानी को भी वीडियो में शामिल नहीं किया गया है। इस प्रकार घटना को जानबूझ कर इस तरह का बनाया गया, जिससे कांग्रेस नेता को कठघरे में खड़ा किया जा सके।
कांग्रेस नेता की इस बात पर कितना भरोसा किया जाए और कितना झूठ माना जाए, इसको राजनीति में महत्व नहीं दिया जाता और राजनीति अपने तरीके से चलने लगती है। मध्य प्रदेश में सत्तारूढ़ भाजपा ने इस वीडियो को लेकर हंगामा खड़ा कर दिया है। कांग्रेस नेता के इस वीडियो के वायरल होते ही भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी लोकेन्द्र पाराशर ने कहा कि सभी को सार्वजनिक जीवन में मर्यादा का पालन करना चाहिए। उनका इशारा सीधे-सीधे कांग्रेस नेता आलोक चतुर्वेदी की तरफ था और वे यही कहना चाहते हैं कि श्री आलोक चतुर्वेदी सार्वजनिक जीवन जी रहे हैं लेकिन अस्पताल में उन्होंने मर्यादा का पालन नहीं किया। श्री पाराशर ने तो अपनी बात अप्रत्यक्ष रूप से कही लेकिन भाजपा के मुख्य प्रवक्ता दीपक विजय वर्गीय ने कांग्रेस पर सीधे-सीधे आरोप लगाया। दीपक ने कहा कि कांग्रेस के लोग जब सत्ता में थे तब भी सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों को धमकाते रहे हैं, अभी भी ऐसा ही कर रहे हैं जो निंदनीय है। उन्होंने इसके बाद नेक सलाह देते हुए कहा कि राजनीति से जुड़े लोगों को लोक सेवक की गरिमा का ध्यान रखते हुए इस तरह के आचरण से बचना चाहिए।
बहरहाल, सोशल मीडिया का हंगामा इतनी जल्दी-शांत होने वाला नहीं है और आलोक चतुर्वेदी के चलते कांग्रेस पार्टी की छवि धूमिल करने का प्रयास उसके विरोधी दल जरूर करेंगे। (हिफी)