अभी खरीदें टीवी, फ्रिज व वाशिंग मशीन
गर्मी का मौसम है तो फ्रिज की सबसे ज्यादा जरूरत है लेकिन कारोबारी दृष्टि से टीवी, फ्रिज व वाशिंग मशीन इसी समय खरीद लें क्योंकिे 15 दिन बाद ही अर्थात् जून में ये सभी चीजें महंगी हो सकती हैं। कंज्यूमर ड्यूरेबल फर्म ने इसका संकेत दिया है।कंज्यूमर ड्यूरेबल फर्म व्हर्ल पूल इंडिया के मैनेजिंग डायरेक्टर सुनील डिसूजा के अनुसार कच्चे तेल की कीमतों का प्रभाव तमाम चीजों पर पड़ता है और थोड़ा विलम्ब से तमाम वस्तुओं के मूल्य बढ़ जाते हैं। कच्चे तेल की कीमतें बढ़ रही हैं। ईरान पर अमेरिका के प्रतिबंध के चलते भारत को इस मामले में ज्यादा महंगा तेल मिलेगा क्योंकि भारत ईरान से ज्यादा कच्चा तेल लेता है। इसलिए आशंका जतायी जा रही है कि अगले महीने टीवी, फ्रिज और वाशिंग मशीन समेत अन्य सामान भी महंगा हो सकता है इसका एक कारण यह भी है कि डालर के मुकाबले रुपये की कीमत घट रही है। कच्चे माल के आयात की कीमत का कम्पनी के खर्च पर प्रभाव पड़ता है। रुपये की कीमत कम होने से यह प्रभाव और बढ़ जाएगा। इस प्रकार वस्तुओं के दाम बढ़ने का यह बड़ा संकेत है। श्री सुनील डिसूजा से पहले गोदरेज अप्लायंसेज ने भी जून 2018 से अपने उत्पादों के दाम बढ़ाने का संकेत दिये हैं। गोदरेज ने 29 अप्रैल को ही कहा था कि जून से उसके उत्पादों की कीमत बढ़ाना कारोबार की दृष्टि से जरूरी हो जाएगा। उन्होंने भी कच्चे तेल और रुपये की कीमत मंे गिरावट को इसका कारण बताया था। इन दोनों की कीमत में बदलाव नहीं आ रहा है, इसलिए जून से कई वस्तुओं की कीमतें बढ़ सकती हैं।
जेट एयरवेज का तोहफा
एक तरफ वस्तुओं की कीमत बढ़ने की आशंका जतायी जा रही है तो देश की पहली फुल सर्विस इंटरनेशनल कैरियर जेट एयरवेज ने आम नागरिक स्कीम के तहत उड़ानों का संचालन शुरू करने की घोषणा की है। एयरलाइंस के रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम (आरसीएस) के तहत चार रूट दिए गए हैं। चार रूट में से तीन नए रूट्स पर उड़ानें जल्द ही शुरू की जाएंगी, जबकि लखनऊ- बरेली-दिल्ली-बरेली-लखनऊ रूट पर उड़ानें बाद में शुरू की जाएंगी। ‘उड़ान’ योजना के तहत अपनी उड़ानों के लिए 967 रुपये के शुरुआती किराए की पेशकश की है।जेट एयरवेज के पूर्णकालिक निदेशक श्री गौरांग शेट्टी ने कहा, जेट एयरवेज की शुरुआत भारतवासियों को विश्वस्तरीय यात्रा का अनुभव प्रदान करने और उड़ान के आनंद के साथ ही यात्रियों को कनेक्टिविटी मुहैया कराने के मकसद से की गई है. इन नई उड़ानों की पेशकश के साथ, जेट एयरवेज यह सुनिश्चित करने के सफर पर निकल रहा है कि सुविधा से वंचित क्षेत्रों और कम सुविधा वाले एयरपोर्ट को उनके पूरा सामथ्र्य हासिल करने में सक्षम बनाया जा सके। उड़ान स्कीम एक बड़ी पहल है, जो उड्डयन क्षेत्र के लाभ को सभी लोगों तक पहुंचाने में मदद करती है।जेट एयरवेज के उड़ानों की पहुंच देश के विस्तृत भौगोलिक क्षेत्रों तक हो गई है. हम भारतीयों को कनेक्टिविटी मुहैया कराने का लगातार प्रयास कर रहे हैं. हमारा प्रयास भारत के सभी क्षेत्रों में व्यापार और पर्यटन के विकास में अपना योगदान देने के उद्देश्य को साथ लेकर चलना है। 14 जून से शुरू होने वाली जेट एयरवेज की फ्लाइट लखनऊ-इलाहाबाद-पटना रूट पर हफ्ते में 3 बार उड़ान भरेगी. जेट एयरवेज की फ्लाइट 9डब्ल्यू 3555 लखनऊ से भारतीय मानक समय (आईएसटी) के अनुसार सुबह 6.00 बजे उड़ान भरकर सुबह 7.35 बजे इलाहाबाद पहुंचेगी। फ्लाइट 9डब्ल्यू 3558 इलाहबाद से सुबह 8.00 बजे (आईएसटी) पर उड़ान भरेगी और 9.40 बजे (आईएसटी) बिहार की राजधानी पटना पहुंचेगी. वापसी यात्रा में फ्लाइट संख्या 9डब्ल्यू 3557 भारतीय मानक समय के अनुसार सुबह 10.10 बजे पटना से उड़ान भरेगी और दोपहर 11.50 बजे इलाहाबाद पहुंचेगी। इलाहाबाद से फ्लाइट 9डब्ल्यू 3556 दोपहर 12.20 बजे (आईसएटी) उड़ान भरकर भारतीय मानक समय के अनुसार दोपहर 2 बजे लखनऊ पहुंचेंगी. इस रूट पर जेट एयरवेज के एटीआर एयरक्राफ्ट के विमान उड़ान भरेंगे। इस प्रकार 15 जून से जेट एयरवेज की फ्लाइट हफ्ते में तीन बार नई दिल्ली से नासिक के बीच उड़ान भरेगी. फ्लाइट संख्या 9डब्ल्यू 3565 नई दिल्ली से भारतीय मानक समय के अनुसार दोपहर 12.00 बजे उड़ान भरेगी और दोपहर 2.05 बजे (आईएसटी) नासिक पहुंचेगी। वापसी में फ्लाइट संख्या 9डब्ल्यू 3566 नासिक से 2.35 बजे (आईएसटी) उड़ान भरेगी और शाम 4.25 बजे नई दिल्ली पहुंचेगी। इस रूट पर बोइंग 737 विमान उड़ान भरेंगे। इसी प्रकार 16 जून से जेट एयरवेज नागपुर-इलाहाबाद-इंदौर रूट पर विमानों का संचालन हफ्ते में 3 तीन बार शुरू करेगा। जेट एयरवेज की फ्लाइट संख्या 9डब्ल्यू 3553 नागपुर से भारतीय मानक समय के अनुसार सुबह 9.45 बजे उड़ान भरेगी और 11.50 बजे इलाहाबाद पहुंचेगी। इलाहाबाद से फ्लाइट संख्या 3552 दोपहर 12.20 बजे (आईएसटी) उड़ान भरेगी और दोपहर 2.40 बजे इंदौर पहुंचेगी। वापसी में जेट एयरवेज की फ्लाइट संख्या 9डब्ल्यू 3551 इंदौर से दोपहर 3.10 बजे (आईएसटी) उड़ान भरेगी और भारतीय मानक समय के अनुसार शाम 5.15 बजे इलाहाबाद पहुंचेगी। इलाहाबाद से फ्लाइट संख्या 3554 शाम 5.40 बजे (आईएसटी) उड़ान भरेगी और भारतीय मानक समय के अनुसार 7.45 बजे नागपुर पहुंचेंगी।
सुरेश प्रभु ने की सुगमता संधि की वकालत
दुनिया भर मंे व्यापार सुगमता से हो सके इसके लिए वाणिज्य व उद्योग मंत्री सुरेश प्रभु ने विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) समझौते में सेवाओं के लिए कारोबारी सुगमता संधि को शामिल करने की वकालत की है। उन्होंने कहा कि इससे ग्लोबल अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने में मदद मिलेगी। सेवाओं पर ग्लोबल एक्जीबीशन के उद्घाटन समारोह में संबोधित करते हुए प्रभु ने कहा कि हम डब्ल्यूटीओ में सेवा क्षेत्र के लिए कारोबारी सुगमता पर काम कर रहे हैं। हमें लगता है कि जब तक सेवा क्षेत्र को शामिल नहीं किया जाता है, तब तक डब्ल्यूटीओ दुनिया के आर्थिक विकास के लिए न्यायोचित कदम नहीं उठा पाएगा। उन्होंने कहा कि प्रस्तावित समझौते से प्रोफेशनल्स को एक जगह से दूसरे जगह जाने में आसानी होगी। वस्तुओं के कारोबारी सुगमता समझौते की तरह सेवा क्षेत्र के लिए भारत ने डब्ल्यूटीओ के समक्ष विस्तृत प्रस्ताव पेश किया है ताकि इसके समझौते पर बातचीत हो सके।भारत और दूसरे देशों समेत पूरी दुनिया के व्यापक लाभ के लिए समझौते में कारोबारियों और प्रोफेशनल्स के लिए उदार वीजा नियम, दीर्घकालिक वीजा और आसान आवागमन पर जोर दिया जाना चाहिए। भारत का कहना है कि सर्विस सेक्टर का जीडीपी में योगदान 60 फीसद और रोजगार में 28 फीसद योगदान है। प्रभु के अनुसार वाणिज्य मंत्रलय सेवा क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए राज्यवार योजना बना रहा है। राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने कार्यक्रम में कहा है कि सरकार ने 12 जिन चैम्पियन सर्विस सेक्टरों को चुना है, उनमें विदेशी निवेश आकर्षित करने, देश की आर्थिक विकास को गति देने और रोजगार पैदा करने की व्यापक संभावना है। इन सेक्टरों में आईटी और पर्यटन भी शामिल हैं। केंद्र सरकार ने फरवरी में चैम्पियन सेक्टरों के लिए 5000 करोड़ रुपये का समर्पित फंड बनाया था। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) की प्रमुख क्रिस्टीन लैगार्ड ने कहा है कि सेवा क्षेत्र के अंतरराष्ट्रीय कारोबार से मिनी मल्टीनेशनल कंपनियों की पूरी संभावनाओं का इस्तेमाल किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि कारोबारी बंदिशें घटने और डिजिटाइजेशन बढ़ने से सेवा क्षेत्र ग्लोबल कारोबार को बढ़ावा दे सकता है। (हिफी)