ब्रेन ट्यूमर से जूझ रहे पत्रकार संदीप पिंटू का निधन
संजोग वाल्टर। स्वप्निल संसार। यकीन नहीं हुआ भाई Sanndeep Pintu अब नहीं रहे। ज्योतिबाफुले नगर में 2012 तक अमर उजाला के सिटी इंचार्ज थे। 2012 में जब उन्हें नई दिल्ली के सफदर गंज हॉस्पिटल में इलाज़ के लिए ले जाया गया था, तब अमर उजाला आफिस के कुछ लोग उन्हें नौकरी से बाहर कराने में जुट गए। प्रबंधन ने संदीप की एक नहीं सुनी और उन्हें बाहर निकाल दिया।
नौकरी गयी तो दूसरी जगह नौकरी मिलने में काफी समय लगा। वर्तमान में वे United News Of India से जुड़े थे। संदीप को Brain Tumor था। इसका पता उन्हें तब चला जब बहुत देर हो चुकी थी। संदीप पिंटू उत्तर प्रदेश के रामपुर के स्वार के रहने वाले थे। 27 मई को उन्हें स्वार के ईसाई कब्रिस्तान में सुपर्दे ख़ाक किया गया।
संदीप अपने पीछे भरा पूरा परिवार छोड़ गये है। उनके दोनों लड़कों की पढाई जारी है। संदीप के परिजनों को मदद की जरूरत है।
11 December 2017 को भाई संदीप ने अपनी फेसबुक टाइमलाइन पर ये पोस्ट पब्लिश की थी- दोस्तों, बेटू आमोस को रायसिंग स्टार के ऑडिशन के लिए “कलर्स” से स्पेशल कॉल आयी। 9th व 10th दिसबंर को करीब 2 हज़ार से ज्यादा प्रतिभागियों के बीच बेटू टॉप-16 में जगह बनाने में कामयाब रहा। दो राउंड मुकम्मल हो चुके हैं। अब तो बस हम सभी को हर पल मुंबई से आने वाली एक कॉल का शिद्दत से इंतज़ार है। आप सभी की दुआओं की दरकार है। जिस कॉल का उन्हें इंतज़ार था वो नहीं आई । आई वो कॉल जो उन्हें हमेशा के लिए अपने साथ ले गयी। लखनऊ से वो फिर से अपनी ज़िंदगी की नई पारी शुरू करना चाहते थे। उनकी यह तमन्ना अधूरी रह गई ।
संदीप पिंटू ने नेव टेक्निकल इन्सीटयूट से रेफ़्रीजरेशन एंड एयर कंडीशनर का कोर्स भी किया था। बाद में वे अमर उजाला से जुड़ गए थे।