जेम्स बॉन्ड के रचयिता इयान फ्लेमिंग (28 मई, 1908-) की शिक्षा-दीक्षा ईटन,सैन्डहर्स्ट के अलावा म्यूनिख और जिनेवा यूनिवर्सिटी में हुई.उनके पिता वैलेन्टाइन फ्लेमिंग ब्रिटिश संसद के सदस्य रहे थे, और उनके दादा रॉबर्ट फ्लेमिंग ने स्कॉटिश अमेरिकन इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट और मर्चेंट बैंक रॉबर्ट फ्लेमिंग एंड कंपनी के संस्थापक थे. इयान फ्लेमिंग ने पढ़ाई-लिखाई पूरी करने के बाद और लेखन शुरू करने से पहले कई तरह की नौकरियां कीं, और माना जाता है कि उन्हीं नौकरियों का अनुभव जेम्स बॉन्ड को इतना विश्वसनीय और लोकप्रिय बनाने में काम आया.द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान इयान ब्रिटेन की नौसेना खुफिया डिवीज़न में थे, और वहां उन्होंने ‘ऑपरेशन गोल्डन आई’ की योजना में शिरकत के अलावा दो खुफिया यूनिटों – 20 असॉल्ट यूनिट व टी-फोर्स – की योजना बनाने और उनकी देखरेख करने का काम किया.युद्धकाल में की नौकरी तथा उसके बाद पत्रकार के रूप में किए काम का अनुभव जेम्स बॉन्ड को रूप देने में काम आया.
कहानियों, उपन्यासों और फिल्मों में बेहद शानदार व्यक्तित्व वाले खिलंदड़े, लेकिन बेहद कामयाब और कभी हार नहीं मानने वाले जासूस जेम्स बॉन्ड का जन्म वर्ष 1952 में ‘कैसीनो रॉयाल’ (Casino Royale) में हुआ, जो दरअसल एक उपन्यास था, जो ब्रिटिश लेखक इयान फ्लेमिंग ने लिखा था.इयान फ्लेमिंग का यह नॉवल हिट रहा, और इसके बाद 1953 से 1966 के बीच फ्लेमिंग ने अपने मानसपुत्र बॉन्ड के चरित्र को लेकर 11 उपन्यास और दो लघुकथा संकलन प्रकाशित करवाए.अपने कोडनेम 007 से मशहूर जेम्स बॉन्ड ब्रिटिश खुफिया विभाग,यानी एमआई6 का एजेंट रहा, और रॉयल नेवल रिज़र्व में कमांडर भी था. बॉन्ड के इन उपन्यासों और कहानियों को आज तक सबसे ज़्यादा बिकने वाली काल्पनिक कहानियों में सूची में शीर्ष पर दर्ज किया जाता है,और दुनियाभर में उनकी 10 करोड़ से ज़्यादा प्रतियां बिक चुकी हैं.जेम्स बॉन्ड की लोकप्रियता यहीं पर खत्म नहीं हुई,और फ्लेमिंग की मौत के 52 साल बाद भी उनके इस स्पेशल एजेंट चरित्र को लेकर कहानियां लिखी जाती हैं, और दुनिया के कोने-कोने में उन फिल्मों को रिलीज़ किया जाता है, बस, यही फ्लेमिंग के इस चरित्र की खासियत है, जो उनके देहांत के बाद पांच से भी ज़्यादा दशक बीत जाने के बाद यह प्रशंसकों के दिलों में ज़िन्दा है.
दिल की बीमारी से जूझ रहे इयान ने कभी सिगरेट और शराब पीना बंद नहीं किया, और 11 अगस्त, 1964 को कैंटरबरी में काफी थकान भरा दिन बिताने के बाद वह जब होटल में पहुंचे, उन्हें फिर दिल का दौरा पड़ गया, और अगली सुबह ही (12 अगस्त,1964) सिर्फ 56 साल की उम्र में उनका देहांत हो गया. लेकिन इयान फ्लेमिंग जो कालजयी चरित्र रच गए हैं, वह उन्हें अब तक भी ज़िन्दा रखे हुए है, और हमेशा ज़िन्दा रखेगा.एजेन्सी।