वैसे तो दुनिया में ढेरों कलाकर हैं जो अपनी कला के बलबूते दुनिया को और भी खूबसूरत बना रहे हैं, लेकिन कुछ ऐसे भी होते हैं जो अपने जीते जी किंवदंती बन जाते हैं.एल्विस प्रेस्ले को भी दुनिया एक ऐसे ही शख्स के तौर पर जानती है। 8 जनवरी 1935 को जन्मे एल्विस प्रिस्ले 20वीं सदी के सबसे मशहूर गायकों में शुमार रहे हैं। उन्हें किंग ऑफ रॉक एंड रोल या द किंग भी कहा जाता है। 1954 में अपना संगीत का सफर शुरू करने वाले प्रिस्ले महज 42 साल की उम्र में 16 अगस्त 1977 को दुनिया से चले गए।एक तरफ एल्विस खुद नशे के खिलाफ अभियान चलाए जाने के पक्ष में थे और दूसरी ओर नशे की गिरफ्त में थे.पत्नी से तलाक हो गया था और इसका असर भी एल्विस पर था. 1977 में एक कॉन्सर्ट में एल्विस सिर्फ एक घंटा स्टेज पर रह पाए. इसके बाद एक और रिकॉर्डिंग में उनके शब्द लोगों की समझ में ही नहीं आ रहे थे. कुछ दिन गुज़रे एल्विस की हालत कुछ बेहतर हुई, मगर ड्रग्स की लत नहीं छूट रही थी. अमरीका के मेमफिस में प्रेस्ली का शव अपने घर के बाथरूम में पड़ा मिला था.प्रेस्ली के मृत्यु के बाद इस तरह के भी कयास लगते रहे कि उनकी मौत के पीछे नशीले पदार्थों का सेवन भी हो सकता है.गायक एल्विस प्रीस्ले की आकस्मिक मौत अधिक मात्रा में नशे के सेवन से नहीं बल्कि दिल की आनुवांशिक बीमारी से हुई थी।एक ब्रिटिश डॉक्यूमेंट्री श्रृंखला में एल्विस के बाल के नमूने के डीएनए परीक्षण के आधार पर यह दावा किया गया।एल्विस ने एक स्कैटर नाम का चिंपाजी पाल रखा था.उसे स्कॉच पसंद थी।
प्रेस्ली ने अपने जीवनकाल में पॉप गानों को नए स्वरूप में ढ़ाला और अमरीका से लेकर यूरोप और एशिया तक उनके गाने बेहद लोकप्रिय रहे.1956 में एल्विस को पहली सफलता मिली, गाना था हार्टब्रेक होटल. स्टेज पर एलविस पैर हिलाते हुए डांस करते थे दुनिया उसकी दीवानी हो गई. इस स्टाइल का असर था कि फ्लोरिडा के एक जज ने फैसला सुनाया कि ये ढंग युवाओं को भड़का रहा है. इसके बाद एल्विस 1958-1960 तक मिलिट्री सर्विस में बतौर सार्जेंट भी रहे.फौज की सर्विस से 1960 में वापस आने तक बीटल्स का दौर शुरू हो गया था. इस समय एल्विस के करियर में ढलान दिखने लगी. 1968 में करियर को रीलॉन्च कर के एलविस एक बार फिर शिखर पर पहुंच गए. अमेरिका में उनके 18 गाने नंबर 1 थे. इन गानों में हार्टब्रेक होटल से लेकर सस्पीशियस माइंड्स शामिल रहे.उन्हें 3 ग्रैमी अवार्ड और ग्रैमी लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड से नवाजा गया।
तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने नवम्बर, 2018 को दिवंगत गायक एल्विस प्रेस्ली को प्रेसिडेंशियल मैडल ऑफ़ फ्रीडम 2018 से सम्मानित किया।यह अमेरिका का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है, यह सम्मान अमेरिका के राष्ट्रीय हित, विश्व शांति, सांस्कृतिक कार्य तथा जनकल्याण जैसे कार्यों के लिए प्रदान किया जाता है।
एल्विस प्रिस्ले और प्रिस्किला ने 1967 में शादी की थी। दोनों के बीच शुरुआत में सब कुछ ठीक था, लेकिन बाद में मतभेद सामने आने लगे। दुर्भाग्यपूर्ण हालात और मतभेदों की वजह से दोनों ने अलग-अलग रहने का फैसला किया। दोनों ने 23 फरवरी, 1972 को शादी तोडऩे की इच्छा जताई थी।उनकी एक बेटी लिसा मैरी प्रिस्ले हैं। लिसा खुद भी मशहूर गायिका हैं।इस तरह की चर्चा थी की प्रेस्ली और जिंजर ऐलदन की सगाई चुपचाप हो गई थी।
रॉक एंड रोल की दुनिया के प्रिंस एल्विस प्रेस्ली हाईएस्ट अर्निंग डेड पीपल्स की लिस्ट में चौथे नंबर पर हैं.उनका घर ग्रेसल्यांड में था जो अब संग्रहालय में बदल चुका है.उनके घर को देखने अभी भी 5 लाख लोग हर साल आते हैं. उनकी सालाना कमाई 35 मिलियन डॉलर है, जिसका श्रेय ‘एल्विस प्रेस्ले मेम्फिस एंटरटेनमेंट कॉम्पलेक्स और ग्रेसलैंड में शुरू किए गए होटल को जाता है।
‘किंग ऑफ रॉक एंड रोल’ कहें या सिर्फ ‘किंग’ उनके लिए जो भी कहें कम हैं.क्योंकि अंदाज ही ऐसा था जिसे बड़े-बड़े बॉलीवुड सितारों ने कॉपी किया. अमेरिकी सिंगर और एक्टर एल्विस प्रेस्ले भारत में अपने काम के अलावा शम्मी कपूर की वजह से हमेशा चर्चा में रहे. ऐसा इसलिए क्योंकि शम्मी काफी हद तक एल्विस को कॉपी किया करते थे. उनका लुक भी थोड़ा बहुत मेल खाता था. इस वजह से शम्मी को ‘एल्विस ऑफ इंडिया’ भी कहा जाता था.केवल लुक्स के मामले में ही नहीं एल्विस के गाने भी बॉलीवुड में कॉपी किए गए हैं. हिंदी फिल्म इंडस्ट्री के दिग्गज सितारों ने एल्विस को कॉपी किया है. मिसाल के तौर पर एल्विस की फिल्म ‘मार्गरीटा’ 1963 में आई थी। इस फिल्म का गाना साल 1968 में फिल्म ‘झुक गया आसमान’ के ‘कौन है जो सपनों में आया’ में आया के लिए प्रेरणा बना.एल्विस प्रिस्ले का गाना ‘दि यलो रोज़ ऑफ टेक्सस’ भी बॉलीवुड के बेहतरीन गाने ‘तेरा मुझसे है पहले का नाता कोई’ के लिए प्रेरणा बना है।एजेंसी।