कोच्चि। एजेंसी।
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने फिर से जीएसटी को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि जीएसटी को जल्दबाजी में लागू करने से अर्थव्यवस्था धीमी पड़ गई है। श्री सिंह ने कहा कि इससे उनके और प्रणव मुखर्जी के संबंध बेहतरीन हो गये और सरकार को एक टीम की तरह चलाया जा सका। जिस तरह से उन्होंने भारतीय राजनीति के संचालन में महान योगदान दिया है, वह इतिहास में दर्ज होगा। श्री सिंह ने प्रणव मुखर्जी के साथ अपने संबंधों को याद करते हुए कहा कि वह 1970 के दशक से ही उनके साथ काम कर रहे हैं. डा. सिंह ने कहा कि वह दुर्घटनावश राजनीति में आये जबकि प्रणव मुखर्जी एक कुशल और मंझे हुए राजनीतिक नेता हैं।
देश के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने दावा किया कि नोटबंदी के ठीक बाद जीएसटी को जल्दबाजी में लागू करने से अर्थव्यवस्था धीमी पड़ गई. उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें फिलहाल अर्थव्यवस्था इस स्थिति से बाहर आते हुए नहीं दिखाई दे रही है।
केरल में कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूडीएफ की ओर से आयोजित एक सभा में श्री सिंह ने मोदी सरकार पर निशाना साधा और 1,000 एवं 500 रुपये के नोट चलन से बाहर किए जाने के फैसले को ‘बड़ी, ऐतिहासिक भूल’ करार दिया।
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने जल्दबाजी में जीएसटी लागू कर लोगों पर नया बोझ डाल दिया। इसके साथ ही श्री सिंह ने देश के वाम दलों का आह्वान किया कि वे केंद्र की भाजपा सरकार की ‘गलत’ नीतियों के खिलाफ राष्ट्रीय स्तर पर लड़ने में कांग्रेस नेतृत्व के साथ सहयोग करें।