पुण्य तिथि पर विशेष- रामधारी सिंह दिनकर हिन्दी के प्रमुख लेखक. कवि, निबंधकार थे, राष्ट्र कवि दिनकर आधुनिक युग के श्रेष्ठ वीर रस के कवि के रूप में स्थापित हैं। बिहार प्रांत के बेगुसराय जिले... Read more
पुण्य तिथि पर विशेष-फणीश्वरनाथ रेणु हिन्दी कथा साहित्य के महत्त्वपूर्ण रचनाकार थे। फणीश्वरनाथ ‘रेणु’ का जन्म 4 मार्च 1921 को पूर्णिया के ‘औराही हिंगना’ गांव में हुआ था। रेणु के पिता शिलाना... Read more
स्मृति शेष । सच्चिदानंद हीरानंद वात्स्यायन ‘अज्ञेय’ हिन्दी में अपने समय के सबसे चर्चित कवि, कथाकार, निबन्धकार, पत्रकार, सम्पादक, यायावर, अध्यापक रहे हैं। इनका जन्म 7 मार्च 1911... Read more
जयंती पर विशेष । महादेवी वर्मा हिन्दी भाषा की प्रख्यात कवयित्री हैं। महादेवी वर्मा की गिनती हिन्दी कविता के छायावादी युग के चार प्रमुख स्तंभ सुमित्रानन्दन पन्त, जयशंकर प्रसाद और सूर्यकान्त... Read more
पुण्यतिथि पर विशेष-शिवानी “गौरा पन्त” हिन्दी की सुप्रसिद्ध उपन्यासकार थीं। हिंदी साहित्य जगत में शिवानी ऐसी शख्सियत रहीं, जिनकी हिंदी, संस्कृत, गुजराती, बंगाली, उर्दू तथा अंग्रेज... Read more
केदारनाथ सिंह , हिन्दी के सुप्रसिद्ध कवि व साहित्यकार थे। वे अज्ञेय द्वारा सम्पादित तीसरा सप्तक के कवि रहे। भारतीय ज्ञानपीठ द्वारा उन्हें 2013 का 49वां ज्ञानपीठ पुरस्कार प्रदान किया गया था।... Read more
स्मृति शेष। मेरा नाम मुसलमानों जैसा है मुझ को कत्ल करो और मेरे घर में आग लगा दो। मेरे उस कमरे को लूटो जिस में मेरी बयाज़ें जाग रही हैं और मैं जिस में तुलसी की रामायण से सरगोशी कर के कालिदास... Read more
अख़तरुल ईमान ने ज़िंदगी में बहुत कुछ देखा और बहुत कुछ झेला। वो 12 नवंबर 1915 को बिजनौर की एक छोटी सी बस्ती क़िला पत्थरगढ़ में निर्धन घराने में पैदा हुए। वालिद का नाम हाफ़िज़ फ़तह मुहम्मद था... Read more
कृष्ण चन्दर’ यशस्वी कथाकार थे। वे हिन्दी और उर्दू के कहानीकार थे। उन्हें साहित्य एवं शिक्षा क्षेत्र में भारत सरकार द्वारा 1969 में ‘पद्म भूषण’ से सम्मानित किया गया था। उन... Read more
स्मृति शेष । सच्चिदानंद हीरानंद वात्स्यायन ‘अज्ञेय’ हिन्दी में अपने समय के सबसे चर्चित कवि, कथाकार, निबन्धकार, पत्रकार, सम्पादक, यायावर, अध्यापक रहे हैं। इनका जन्म 7 मार्च 1911... Read more