उज्ज्वला मजूमदार का जन्म ढाका में 21 नवम्बर 1914 को हुआ था। उनके पिता का नाम सुरेश चन्द्र मजूमदार था जो कि क्रान्तिकारी थे। पिता को आज़ादी की लड़ाई में किन कष्टों का सामना करना पड़ा, कि... Read more
आज़ादी की आज़ादी की लड़ाई में प्रथम क्रांतिकारी धमाका करने वाले दामोदर हरी चापेकर का जन्म 24 जून 1869 को पूना अब पुणे के ग्राम चिंचवाड़ में प्रसिद्ध कीर्तनकार हरिपंत चापेकर के ज्येष्ठ पुत्र क... Read more
झलकारी बाई झाँसी की रानी लक्ष्मीबाई की नियमित सेना में, महिला शाखा दुर्गा दल की सेनापति थीं। वे लक्ष्मीबाई की हमशक्ल भी थीं इस कारण शत्रु को गुमराह करने के लिए वे रानी के वेश में भी युद्ध क... Read more
स्वतंत्रता संघर्ष के ऐतिहासिक युग की जब भी किताबों और लेखों में बात होती है तो वहां कुछ गिने-चुने ही महान क्रांतिकारी और समाज सुधारकों की चर्चा होती है। स्वतंत्रता सेनानियों की इस सूची में क... Read more
स्मृति शेष। श्यामजी कृष्ण वर्मा क्रान्तिकारी गतिविधियों के माध्यम से भारत की आजादी के संकल्प को गतिशील करने वाले अध्यवसायी एवं कई क्रान्तिकारियों के प्रेरणास्रोत थे। वे पहले भारतीय थे, जिन्... Read more
पंडित कांशीराम का जन्म 1883 में पंजाब के अंबाला ज़िले में हुआ था। मैट्रिक पास करने के बाद उन्होंने तार भेजने प्राप्त करने का काम सीखा और कुछ दिन अंबाला और दिल्ली में नौकरी की। इसके बाद वे अम... Read more
सुखदेव का पूरा नाम सुखदेव थापर था। वे स्वतंत्रता संग्राम के प्रमुख क्रान्तिकारी थे। उन्हें भगत सिंह और राजगुरु के साथ 23 मार्च 1931 को फाँसी पर लटका दिया गया था। इनकी शहादत को आज भी सम्पूर्... Read more
शिवराम हरि राजगुरु स्वतंत्रता संग्राम के प्रमुख क्रान्तिकारी थे। इन्हें भगत सिंह और सुखदेव के साथ 23 मार्च 1931 को फाँसी पर लटका दिया गया था। भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास में राजगुरु... Read more
शहादत को सलाम-स्वप्निल संसार। भगत सिंह प्रमुख स्वतंत्रता सेनानी थे। चन्द्रशेखर आजाद व पार्टी के अन्य सदस्यों के साथ मिलकर इन्होंने देश की आज़ादी के लिए अभूतपूर्व साहस के साथ शक्तिशाली ब्रिटि... Read more
स्मृति शेष। सुहासिनी गांगुली स्वतंत्रता संग्राम सेनानी थीं । उनका जन्म 3 फ़रवरी 1909 में खुलना, बंगाल में हुआ था खुलना में हुआ। पैत्रिक घर , जिला विक्रमपुर के बाघिया गाँव में था (ढाका) । प... Read more