60 से ज्यादा विजेताओं ने जताई नाराजगी
नई दिल्ली:एजेंसी। पसूका। 65वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार विवादों में आ गए हैं। गुरुवार शाम 5.30 बजे राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने विज्ञान भवन में 11 विजेताओं को सम्मानित किया ।विवाद की शुरुआत तब हुई जब राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार प्राप्त करने वाले 60 से अधिक लोगों ने कहा कि वे आज शाम आयोजित होने वाले समारोह में शामिल नहीं होंगे क्योंकि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद केवल 11 लोगों को पुरस्कार प्रदान करेंगे। गायिका साशा तिरुपति ने कहा है कि वे इस सरकार के इस फैसले से अपमानित महसूस कर रही हैं।
राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार विजेता गायिका साशा तिरुपति उन विजेताओं में से हैं जिन्हें राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद के हाथों सम्मान नहीं मिलेगा. साशा तिरुपति कहना है कि वे काफी ‘अपमानित’ महसूस कर रही हैं और पुरस्कार का पूरा रोमांच ही खत्म हो गया है। 65वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह में 137 विजेताओं को सम्मानित किया जाना था । अब कुछ लोगों में ही इस पुरस्कार को लेकर उत्साह बचा है। साशा तिरुपति को मणिरत्नम निर्देशित फिल्म ‘कातरू वेलियेदई’ के सॉन्ग ‘वान वरुवान’ के लिए यह पुरस्कार दिए जाने की घोषणा हुई थी। इसी फिल्म के लिए ए.आर. रहमान को भी राष्ट्रीय पुरस्कार से नवाजा गया है।
इस पूरे विवाद पर राष्ट्रपति के प्रेस सचिव अशोक मलिक ने कहा कि राष्ट्रपति सभी पुरस्कार कार्यक्रमों और दीक्षांत समरोहों में अधिकतम एक घंटे रूकते हैं. यह प्रोटोकाल उनके पदभार ग्रहण करने के समय से ही चला आ रहा है। इस बारे में सूचना और प्रसारण मंत्रालय को कई सप्ताह पहले ही अवगत करा दिया गया था और मंत्रालय को इसकी जानकारी थी । उन्होंने कहा कि अंतिम समय में इस तरह से सवाल उठाने से राष्ट्रपति भवन आश्चर्यचकित है।
विनोद खन्ना को दादा साहेब फाल्के पुरस्कार
श्रीदेवी को बेस्ट एक्ट्रेस का अवॉर्ड बेटी जाह्नवी ने लिया
राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह नई दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में विजेताओं को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, सूचना एवं प्रसारण मंत्री स्मृति ईरानी और खेल मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौर पुरस्कार वितरित किये। राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद सिर्फ 11 विजेताओ को ही सम्मानित किया । इस पुरस्कार समारोह में 137 लोगों को सम्मानित किया जाना था, जिसमें 75 पुरस्कार विजेता राष्ट्रपति द्वारा सम्मानित न किये जाने पर समारोह पर नहीं पहुंचे। विजेताओं में दिवंगत विनोद खन्ना को मिला दादासाहेब फाल्के अवार्ड उनके बेटे अक्षय खन्ना लेने आए तो दिवंगत श्रीदेवी के स्थान पर बोनी अपनी बेटियों जान्हवी और खुशी के साथ पुरस्कार लेने पहुंचे. श्रीदेवी का बेस्ट एक्ट्रेस अवॉर्ड लेने पहुंचीं । पंकज त्रिपाठी को स्मृति ईरानी से मिला पुरस्कार।
दिव्या दत्ता को ‘इरादा’ फिल्म के लिए बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस के अवार्ड से नवाजा गया। गणेश आचार्य को ‘टॉयलेटः एक प्रेम कथा’ के ‘गोरी तू लट्ठ मार’ के लिए बेस्ट कोरियोग्राफर का पुरस्कार मिला। ये उनका दूसरा राष्ट्रीय पुरस्कार है।
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अपने पिता विनोद खन्ना को मरणोपरांत मिला दादा साहेब फाल्के पुरस्कार ग्रहण करने के लिए अभिनेता अक्षय खन्ना ने कहा कि यह उनके परिवार के लिए खुशी और गम दोनों का पल है। उन्होंने कहा, ”हम एक परिवार के रूप में बेहद गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। यह हमारे लिए खुशी और गम दोनों का पल है। काश मेरे पिता यह पुरस्कार लेने के लिए यहां होते. मुझे उनकी कमी खल रही है। यह हमारे लिए जज्बातों से भरा दिन है।’
विनोद खन्ना का 27 अप्रैल 2017 को निधन हो गया था। वह कैंसर से पीड़ित थे। 1968 में आयी फिल्म ‘मन का मीत’ से करियर की शुरूआत करने वाले अभिनेता की आखिरी फिल्म शाहरूख खान अभिनीत ‘दिलवाले’ थी। विनोद खन्ना राजनीति में भी सक्रिय थे और चार बार लोकसभा चुनाव जीते थे.। वह केंद्रीय मंत्री भी रहे। फिल्म करियर की शुरूआत नकारात्मक भूमिकाओं से करने के बाद खन्ना हिंदी फिल्मों में नायक की भूमिकाओं में नजर आने लगे।
नायक के रूप में उनकी पहली फिल्म ‘हम तुम और वो’ थी.। उनकी प्रमुख फिल्मों में ‘ऐलान’, ‘मेरा गांव मेरा देश’, ‘मेरे अपने’, ‘परवरिश’, ‘जमीर’, ‘अमर अकबर एंथनी’, ‘हेराफेरी ’, ‘खून पसीना’ सहित अन्य शामिल हैं. समारोह में ‘अक्षय खन्ना अपनी सौतेली मां कविता दफ्तरी के साथ आए थे।