स्वप्निल संसार। जॉन प्रकाश राव जनुमाला, तत्कालीन आंध्र प्रदेश के प्रकाशम जिले में 14 अगस्त 1957 को जन्मे, हिन्दी फिल्म के प्रसिद्ध हास्य अभिनेता है।
जॉनी लीवर को फ़िल्म स्टारों की मिमिक्री करने में महारत हासिल थी। उनकी इसी खासियत ने उन्हें स्टेज शो करने का मौका दिया। ऐसे ही एक स्टेज शो में सुनील दत्त की उनपर नज़र पड़ी। उन्होने जॉनी लीवर को फ़िल्म ‘दर्द का रिश्ता’ में पहला ब्रेक मिला और आज यह सिलसिला 350 से अधिक फ़िल्मों तक पहुंच गया है। ‘दर्द का रिश्ता’के बाद वह ‘जलवा’ में नसीरुद्दीन शाह के साथ देखे गए, लेकिन उनकी पहली बडी सफलता ‘बाजीगर’ के साथ शुरू हुई। उसके बाद वह लगभग एक सहायक अभिनेता के रूप में हर फ़िल्म में हास्य अभिनेता के रोल में देखे गए। उनकी पहली फीचर फ़िल्म कभी तमिल ‘अनब्रिक्कु अल्लाविल्लाई’ है। जॉनी 2007 में छोटे पर्दे के रियाल्टी शो में जज के रूप में भी दिखाई दिए। उन्हें अब तक 13 बार फ़िल्मफेयर अवार्ड से सम्मानित किया जा चुका है।
उनके पिता प्रकाश राव जनमूला हिंदुस्तान लीवर फ़ैक्ट्री में काम करते थे। जॉनी लीवर का बचपन बम्बई अब मुंबई के धारावी इलाके में बीता। वह अपने तीन बहनों और दो भाईयों में सबसे बड़े हैं। जॉनी लीवर का जन्म बेहद ही ग़रीब परिवार में हुआ था। घर में बड़े होने के कारण घर की स्थिति को समझते हुए वह भी अपने पिता के साथ हिन्दुस्तान लीवर फ़ैक्ट्री में काम करने लगे। इसी दौरान उन्हें अपनी कॉमेडी प्रतिभा को निखारने का मौका मिला। वह ख़ाली समय में अपने को-वर्कर्स को अपनी कॉमेडी से हँसाते थे। जिस कारण से उनका नाम जॉनी लीवर पड़ गया। जिसके बाद उन्होंने अपना यह नाम जारी रखा।
जॉनी लीवर ने अपनी शुरुआती पढ़ाई आंध्र एजुकेशन सोसाइटी हाईस्कूल से की। उनके घर की आर्थिक स्थिति अच्छी ना होने कारण जॉनी सिर्फ़ सातवीं तक शिक्षा ग्रहण कर सके। उसके बाद घर के जीवन-यापन के लिए उन्होंने काम करना शुरू कर दिया।