एजेंसी।नागालैंड की राजनीती में रविवार को एक नाटकीय मोड़ उस वक्त आ गया जब राज्य के मुख्यमंत्री टी.आर. जेलियांग ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया।सर्वसम्मति से चुने गए उम्मीदवार के लिए जेलियांग ने अपना पद छोड़ने का निर्णय लिया।जेलियांग ने अपने इस्तीफे की वजह आंदोलनकारी समूहों और सरकार के बीच चल रहे गतिरोध को तोड़ने की दिशा में एक कदम बताया है।यह बात उन्होंने सत्तारूढ़ नागा पीपुल्स फ्रंट (एनपीएफ) के विधायकों को लिखे एक पत्र में में कही।प्राप्त जानकारी के मुताबिक, नागालैंड प्रदेश में शनिवार को सत्तारूढ़ नागा पीपुल्स फ्रंट (एनपीएफ) ने राज्य के एकमात्र लोकसभा सांसद नेफियू रियो को पार्टी विधायक दल के नए नेता के रूप में अपना समर्थन दे दिया।रिओ विधायक दल के नए नेता होंगे, वह जेलियांग का स्थान लेंगे।इस नाटकीय राजनीतिक घटनाक्रम के बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री जेलियांग का पद से हटना लगभग तय हो गया था।मुख्यमंत्री ने सोमवार को राज्य बैंक्वेट हॉल में एनपीएफ विधायकों की आपातकालीन बैठक बुलाई है।नागालैंड विधानसभा में कुल 60 सीटें हैं।
आंदोलन कर रहे जनजातीय समूह जेलियांग के 33 फीसदी महिला आरक्षण के साथ नगरीय निकाय के चुनाव कराए जाने के फैसले पर उनके इस्तीफे की मांग कर रहे थे।साठ सदस्यीय विधानसभा में सत्तारूढ़ डेमोक्रेटिक एलायंस ऑफ नागालैंड गठबंधन सरकार में निलंबित विधायक इमकोंग इमचेन, चार भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के और 8 निर्दलीय सहित 48 एनपीएफ विधायक शामिल हैं।