
पटना : बिहार कृषि विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति मेवालाल चौधारी की गिरफ्तारी को लेकर आज सोमवार को बिहार विधानसभा में हंगामा हुआ. भाजपा विधायकों ने मेवालाल की अब तक गिरफ्तारी नहीं होने पर आक्रोश जताया. विधानसभा की कार्रवाई शुरू होत ही भाजपा विधायकों ने इस मामले को उठाया. मेवालाल बिहार कृषि विश्वविद्यालय के नियुक्ति घोटाले के मुख्य आरोपी हैं. वह जदयू के तारापुर से विधायक चुने गये थे. नियुक्ति घोटाला में नाम आने के बाद पार्टी ने उन्हें निष्काषित कर दिया.
उधर पुलिस ने मेवाला की गिरफ्तारी के लिए अभियान तेज कर दिया है. उनके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने की तैयारी कर ली गयी है. पुलिस अब सीआइडी की मदद से उनके पर कार्रवाई करने जा रही है. रेड कॉर्नर नोटिस जारी होने के बाद मेवालाल चौधरी चाह कर भी छिपने के लिए विदेश नहीं भाग सकेंगे.
डॉ मेवालाल विदेश नहीं भाग जायें, इसके लिये पूर्व कुलपति पर रेड कॉर्नर नोटिस जारी होगा. नाेटिस जारी करने के लिए एसएसपी ने सीआइडी को पत्र भेज दिया है. रेड कॉर्नर नोटिस जारी होते ही देश के प्रमुख स्थान जैसे हवाई अड्डा, स्टेशन और मुख्य स्थानों पर रेड कॉर्नर नोटिस चिपका देगी. इस आधार पर अगर हवाई मार्ग से वह देश छोड़ना चाहेंगे भी तो हवाई अड्डा के पास वह पकड़ लिये जायेंगे. जांच टीम की अब तक की यह सबसे बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है. वहीं अपनी गिरफ्तारी के डर से पूर्व वीसी लगातार अपना ठिकाना बदल रहे हैं.
इससे पहले भाजपा नेता सुशील कुमार मोदी ने राज्य सरकार पर मेवालाल को बचाने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा, यह राज्य सरकार की नाकामी है कि अब तक इतने बड़े घोटाले के मुख्य आरोपित को गिरफ्तार नहीं कर सकी है.
उधर जदयू के प्रवक्ता संजय सिंह ने कहा कि कानून अपना काम कर रहा है. सरकार की मंशा साफ है. किसी भी आरोपित को बचाने की न तो सरकार कोशिश है, न ऐसे किसी मामले में चल रही पुलिस कार्रवाई में हस्तक्षेप कर रही है.
इश्तेहार के लिए आज कोर्ट में प्रे करेगी पुलिस
डॉ मेवालाल चौधरी पर पुलिस का शिकंजा बढ़ता ही जा रहा है. पूर्व वीसी की गिरफ्तारी को लेकर सोमवार को जांच कर रही एसआइटी कोर्ट में इश्तेहार के लिए प्रे करेेगी. इश्तेहार पर आदेश मिलते ही पुलिस उनके घर तारापुर जाकर इश्तेहार को चिपका देगी. इश्तेहार के बाद भी पूर्व वीसी अपनी गिरफ्तारी नहीं देते हैं, तो उनके खिलाफ कुर्की-जब्ती की कार्रवाई की जायेगी.