लखनऊ। सहाबा एक्शन कमेटी का एक कार्यक्रम अब्दुल अजीज रोड स्थित इरफानिया मदरसे के पास हुआ जिसका विषय ‘‘दहशतगर्दी का इलाज? सहाबा की गुलामी’’ था। कार्यक्रम की अध्यक्षता जाने माने इस्लामी स्कालर व सुन्नी रहनुमा मौलाना अब्दुल अली फारूकी ने की। कार्यक्रम का आयोजन सहाबा एक्शन कमेटी के अध्यक्ष अब्दुल वहीद फारूकी ने किया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से मुस्लिम यूथ ब्रदर्स के जनरल सेक्रेटरी हाफिज सैय्यद मोहम्मद वसी, मोहम्मद अतीक, मौलाना यासिर फारूकी, मौलाना माविया फारूकी, मुफ्ती हारिस फारूकी उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन कारी शाह फैसल ने किया।
मौलाना हारिस फारूकी ने कहा कि सत्ता के नशे में हुकूमतें अत्याचार करती हैं। हमारे सहाबा तो अपनी हुकूमत में रहने वाले हर खास व आम आदमी के साथ समान व न्यायपूर्ण व्यवहार करते थे। डरने की जरूरत नहीं है। ईमान पर रहने की जरूरत है। सत्ता तो बदलती रहती है। आज किसी के हाथ में कल आपके हाथ में होगी।
मौलाना अब्दुल अली फारूकी ने कहा कि कई बाबा पकड़े गये, जेल गये और उनके यहाॅ से हथियारों का जखीरा बरामद हुआ मगर किसी को आतंकवादी नहीं कहा गया। उन्होंने कहा कि साथ में नमाज पढ़कर लोग एकता की बात कर रहे है मगर अपनी बात पर कायम नहीं रहते। मुस्लिम पर्सनल लाॅ बोर्ड की बैठक में बाबरी मस्जिद का मुकदमा लड़ने का प्रस्ताव पारित कराते हैं और बाहर आकर मस्जिद को हिन्दुओं को देने की बात करते हैं उनकी बात के भरोसे पर मौलाना सवाल उठाया और कहा कि इत्तिहाद सिर्फ तीन बातों पर हो सकता है अल्लाह के एक होने पर नबी पर भरोसा करने पर और कुरान पर एकमत होने पर। यह जो बुद्धिजीवी हैं वे मुनाफिके आजम हैं इनकी धोखेबाजी को हिन्दू व मुसलमान सब समझते हैं, मुकदमों से बचने के लिये लोग मजहब को बदल रहे हैं।
कारी शाह फैसल ने सहाबा एक्शन कमेटी के कार्यों पर प्रकाश डालते हुये कहा कि सहाबा एक्शन कमेटी गरीबों के इलाज, गरीब लड़कियों की शादी, और गरीब नौजवानों की शिक्षा हेतु मदद करती है और इसके अध्यक्ष अब्दुल वहीद फारूकी हर समय गरीबों, शोषितों और वंचितों की सहायता हेतु तैयार रहते हैं।
सहाबा एक्शन कमेटी के अध्यक्ष अब्दुल वहीद फारूकी ने कहा कि साजिश करने वालों की पांच सालों से कोई साजिश कामयाब नहीं हुई है। साजिश करने वाले कल भी साजिश करते थे और आज भी साजिश करते हैं। भोलीभाली सुन्नी कौम को भड़काने का काम करते हैं हम उनकी किसी भी साजिश का हिस्सा नहीं बनेंगे और किसी भी साजिश को कामयाब नहीं होने देंगे। हम अपने लखनऊ में हर हाल में अमन, चैन व शान्ति कायम रखेंगे। सहाबा एक्शन कमेटी के जवानों का फैसला है कि हर हाल में लखनऊ के अमन व चैन को बचाये रखा जायेगा। इतिहास ने विरोधियों को हमेंशा गद्दार लिखा है, उन्होंने हमेंशा गद्दारी की है। चापलूसी की हदों को पार किया जा रहा है शिया गोरक्षा दल बनाया गया है। आतंकवाद का समर्थन किया जा रहा है और हिजबुल्ला के लीडर नसरुल्लाह की तस्वीर मोहर्रम के अवसर पर लगाई जा रही है। उन्होंने सहाबा एक्शन कमेटी के नौजवानों से लचीला और नर्म रवैय्या अपनाने की बात कही।