हिमाचल में भाजपा के हीरो थे मंगल पांडेय
शिमला। हिमाचल प्रदेश और गुजरात में वैसे तो मोदी चेहरा ही प्रमुख रहा लेकिन हिमाचल विधानसभा चुनाव में 44 सीटें जीतकर जश्न मना रही भाजपा की जीत के पीछे एक नाम मंगल पांडेय का रहा है। सही मायनों में भाजपा की जीत के चाणक्य साबित हुए पांडेय ने सभी लोगों को एक सूत्र में पिरोने का काम किया है।
जानकारों के अनुसार शांता, धूमल व नड्डा गुट में बंटी भाजपा को इस मुकाम तक पहुंचाने के लिए प्रदेश प्रभारी मंगल पांडेय ने जी तोड़ मेहनत की और इसी मेहनत के बल पर पहाड़ में कमल खिला है। प्रदेश प्रभारी बनने के बाद पांडेय के सामने संगठन को दुरुस्त करने के साथ-साथ नेताओं को साधने की भी चुनौती थी। प्रभारी बनने के बाद सबसे पहले सभी जिलों का दौरा करके कार्यकर्ताओं से बैठकें की। संगठन को सक्रिय करने के लिए त्रिदेव सम्मेलन किए। उन्होंने पन्ना प्रमुख कार्यक्रम चलाया। एक बूथ दस यूथ कार्यक्रम को निचले स्तर तक क्रियान्वित किया। चुनाव के लिए प्रचार प्रबंधन ऐसा किया कि भाजपा को हर मोर्चे पर बढ़त दिलाई। प्रचार को धारदार करने के लिए हिसाब मांगे हिमाचल को जोरदार तरीके से उठाया। सबसे ज्यादा मुश्किल था तीन धड़ों में बंटी भाजपा को एक सूत्र में पिरोना। प्रदेश में भाजपा शांता, धूमल व नडडा धड़ों में बंटी हुई थी। तीनों को एक साथ किया और चुनाव में साथ चलाया। रोजाना फीडबैक से कदम दर कदम आगे बढ़ते हुए पांडेय ने प्रदेश में भाजपा की बुनियाद को मजबूत आधार दिया। (हिफी)
मुकुल राय को अग्रिम जमानत
कोलकाता। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे व सांसद अभिषेक बनर्जी द्वारा दायर मानहानि के मामले में भाजपा नेता मुकुल राय को अग्रिम जमानत मिल गई। बुधवार को मामले पर सुनवाई के बाद अलीपुर कोर्ट के 12 नंबर मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट पूर्वा कुंडू ने जमानत दे दी। अग्रिम जमानत एक हजार रुपये के निजी मुचलके पर दी गई है। यह उनके लिए राहत है।
पिछले माह 10 नवंबर को रानी रासमणि रोड में आयोजित सभा में मुकुल राय ने विश्वबांग्ला व जागो बांग्ला के मालिकाना को लेकर सवाल खड़ा किया था। उन्होंने कहा था कि विश्वबांग्ला के मालिक अभिषेक बनर्जी हैं। यह कोई सरकारी संस्था नहीं है। यह बयान सुनने के बाद अभिषेक बनर्जी ने मुकुल राय के खिलाफ अलीपुरदुआर के कोर्ट में मानहानि व कोलकाता के बैंकशाल कोर्ट में फौजदारी मामला दायर कर रखा था। अभिषेक ने कहा था कि अगर मुकुल राय ने जो आरोप लगाए हैं वह प्रमाणित कर दें तो वे राजनीति छोड़ देंगे, नहीं तो मुकुल को बंगाल छोड़ना होगा। हालांकि अभिषेक को लेकर मुकुल अपने बयान पर अडिग हैं। (हिफी)
रमन ने दिया विपक्ष को मुंहतोड़ जवाब
रायपुर। छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री रमन सिंह ने विपक्ष के सदस्यों को मुंहतोड़ जवाब दिया। अनुपूरक मांगों पर चर्चा के जवाब देते हुए मुख्यमंत्री रमन सिंह ने नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव के एक-एक सवालों का जवाब दिया। मुख्यमंत्री ने कहा है कि राज्य सरकार का वित्तीय प्रबंधन बेहतर है। उन्होंने भारतीय रिजर्व बैंक की वर्ष 2016-17 की रिपोर्ट का उल्लेख करते हुए कहा कि ऋण भुगतान पर राजस्व व्यय, विकासमूलक कार्यों पर और सामाजिक क्षेत्र की योजनाओं पर खर्च करने में छत्तीसगढ़ का प्रदर्शन सर्वश्रेष्ठ रहा है।
उन्होंने कहा हमारे बजट प्रबंधन में दूरदर्शिता का अभाव नहीं है। हमने न सिर्फ अल्प अवधि, बल्कि दीर्घ अवधि को ध्यान में रखकर बजट को वित्तीय प्रबंधन पर फोकस किया है। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) और क्रिसिल जैसी एजेंसी की अध्ययन रिपोर्ट में भी छत्तीसगढ़ के वित्तीय प्रबंधन को बेहतर माना गया है। इन संस्थाओं ने हमारे वित्तीय प्रबंधन की कामयाबी को चिन्हांकित किया है।मुख्यमंत्री ने सदन में बताया कि छत्तीसगढ़ ने बजट का 22.7 प्रतिशत व्यय किया, जबकि राज्यों का औसत 12.8 प्रतिशत है। सामाजिक क्षेत्र की योजनाओं में छत्तीसगढ़ ने 15.8 प्रतिशत राशि खर्च कर देश में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है, जबकि अन्य राज्यों का औसत 7.9 प्रतिशत है। (हिफी)
त्रिवेन्द्र ने सुलझाया परिवहन विवाद
देहरादून। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने यूपी के साथ परिवहन का मामला सुलझा लिया है। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत परिवहन समझौते के अन्तर्गत लखनऊ पहुंचे। सीएम पारस्परिक परिवहन समझौते पर हस्ताक्षर कार्यक्रम में शामिल हुए। इस कार्यक्रम में दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने मिलकर 17 वर्ष से लंबित पड़े परिवहन समझौते पर हस्ताक्षर किए। इस समझौते से यूपी परिवहन निगम उत्तराखंड राज्य में 216 मार्गों में 1 लाख 40 हजार किमी और उत्तराखंड परिवहन निगम यूपी में 335 मार्गों पर 2 लाख 50 हजार किमी से अधिक बसें चलेंगी। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कार्यक्रम में कहा कि इस समझौते से राज्यों के लोगों को यात्रा करने में कोई परेशानी नहीं होगी। उनका कहना है कि इस समझौते के द्वारा उत्तराखंड के बद्रीनाथ से उत्तर प्रदेश के काशी विश्वनाथ को जोड़ने मे सहायता मिलेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि योगी के कारण ही उत्तराखंड के बीच 36 नहरों पर भी समझौता संभव हो पाया है। इसके साथ-साथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनता को संबोधित करते हुए कहा कि यह समझौता केदारनाथ और अमरनाथ को विश्वनाथ से जोड़ने का प्रयास है। उन्होंने कहा कि यह समझौता प्रधानमंत्री के श्रेष्ठ भारत को साकार करने में सहायक सिद्ध होगा। (हिफी)
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