स्वप्निल संसार’ समाचार, दिव्या भारती हिन्दी फिल्मों की अभिनेत्री थीं,जिनकी अभिनय विविधता से उन्हें अपनी पीढ़ी के सबसे चित्ताकर्षक युवा अभिनेत्री होने का गौरव मिला। 90 के दशक से अपनी करियर की शुरुवात करने वाली दिव्या ने कई प्रकार के व्यावसायिक रूप से सफल गति चित्रों में अभिनय किया है। बॉलीवुड चकाचैध और संभावना से भरी ऐसी दुनिया, जहां कई रहस्य अब भी बरकरार हैं जिसे समझा नहीं जा सका। दिव्या भारती की मौत की गुत्थी ऐसे ही रहस्यों में शुमार है. दिव्या भारती कमाल की खूबसूरत और जबरदस्त अदाकारा थी जिन्होंने कम समय में ही दर्शकों का दिल जीत लिया था।
दिव्या भारती का जन्म 25 फरवरी 1974 में हुआ था। 90 के दशक में काम करने वाली इस अदाकारा ने बहुत जल्द ही सफलता का स्वाद चखा दिव्या ने हिंदी फिल्मों के साथ कई अन्य भाषाओं की फिल्मों में भी काम किया है । दिव्या ने अपने छोटे से फिल्मी करियर में 14 हिंदी फिल्मों में काम किया और सात दक्षिण भारतीय फिल्में की दिव्या भारती की फिल्मों के कई गाने अब भी दर्शकों की जुबान पर हैं।
दिव्या ने मई 1992 को साजिद नाडिवाला से शादी कर ली थी। लेकिन इनके मौत की गुत्थी अब भी नहीं सुलझी है दिव्या भारती की मौत का कारण शराब के नशे में छत से गिरना बताया गया लेकिन इस मामले की कई कड़ियाँ अब भी नहीं जुड पाई हैं । मीडिया ने यहां तक कहा कि दिव्या ने आत्महत्या नहीं कि बल्कि उनकी हत्या की गयी उनकी हत्या का आरोप उनके पति पर भी लगा पुलिस फाइल में दिव्या की मौत का कारण नशे में छत से गिरना दर्ज है इस केस की फाइल बंद कर दी गयी है ऐसे में शायद ही दिव्या की मौत की गुत्थी सुलझ पाए।
हिंदी फिल्मों के अलावा दक्षिण भारतीय सिनेमा में भी दर्शकों से उन्हें सकारात्मक प्रति क्रिया मिली है।अधिक तत्परता से दिव्या भारती ने अपनी करियर की शुरुआत तमिल एवं तेलुगु फिल्मों से ही की थी। । दिव्या भारती ने अपने अभिनय की शुरुवात तेलुगु फिल्म बोब्बिली राजा से 1990 में शुरुआती समय में दिव्या भारती को कम महत्व संबंधित भूमिकाएँ दी जाती थीं। फिल्मी सफर में उन्हें सफलता फिल्म विश्वात्मा से मिली। इसी फिल्म के सात समुन्दर पार गाने से उन्हें एक अलग पहचान मिली। 1992 तक दिव्या भारती स्वयं को बॉलीवुड में स्थापित कर लिया था। अन्य फिल्में शोला और शबनम, फिल्म जिसमें दिव्या भारती को निडर रास के भूमिका को दर्शाया। 1992 में बनी दीवाना में ने उन्हें फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ नवोदित अभिनेत्री के पुरस्कार से नवाजा गया।
1992 1993 के मध्य तक दिव्या भारती ने मात्र 19 वर्ष की आयु में 14 हिंदी और सात दक्षिण भारतीय फिल्में की। उनकी अंतिम फिल्में रंग,शतरंज,थी, जिन्हें दिव्या भारती के मृत्यु के बाद जारी किया गया।दिव्या भारती का शैशवकाल मुंबई शहर में बीता । वह अपने पिता ओमप्रकाश भारती, जो बीमा अधिकारी थे, की सबसे बड़ी संतान थीं। उनकी माँ का नाम मीता भारती था।