स्वपनिल संसार। लखनऊ।
SC-ST एक्ट पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के विरोध में सोमवार को कई दलित संगठनों ने भारत बंद बुलाया। भारत बंद को कई राजनीतिक पार्टियों और कई संगठनों ने समर्थन भी दिया है। संगठनों की मांग है कि अनुसूचित जाति-जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम 1989 में संशोधन को वापस लेकर एक्ट को पहले की तरह लागू किया जाए। लखनऊ के हज़रतगंज चौराहे पर हज़ारों की संख्या में दलितों ने प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने कहा की जिन भी शहरों में हिंसा हो रही है उसके पीछे आरएसएस का हाथ है।
दलित संगठनों के विरोध का सबसे अधिक असर पंजाब में देखने को मिला, जिसकी वजह से राज्य के सभी शिक्षण संस्थान, सार्वजनिक परिवहन को आज बंद रखा गया है। इस वजह से राज्य में आज होने वाले सीबीएसई के बोर्ड के पेपर रद्द कर दिए हैं। भारत बंद का असर कई राज्यों में देखने को मिल रहा है। बाजार बंद है तो प्रदर्शनकारियों ने रेल सेवा को सबसे ज्यादा प्रभावित किया है। इतना ही नहीं कहीं-कहीं पर प्रदर्शनकारी हिंसक हो गए है। वाहनों की तोड़फोड़ और आगजनी की घटनाएं सामने आईं हैं। हिंसा की घटनाएं पंजाब, राजस्थान, झारखंड, उत्तर-प्रदेश और मध्यप्रदेश तक पहुंच चुकी हैं।