भीमसेन ने 1976 में ‘घरौंदा’ से फीचर फिल्म के निर्देशन में हाथ आजमाया। स्क्रीनप्ले गुलज़ार ने तैयार किया था, जिसमें जरीना वहाब और अमोल पालेकर थे। 70 के दशक की शानदार फिल्मों में है यह फिल्म। 1985 में दोबारा वह ‘छोटी बड़ी बातें’ लेकर टेलिविजन की ओर लौटे। उन्होंने कई डॉक्यूमेंट्री भी बनाई। उन्होंने ‘घरोंदा’ के साथ फीचर फिल्म निर्माण क्षेत्र में कदम रखा, जिसे फिल्मफेयर पुरस्कार मिला। इसके बाद उन्होंने दो और सफल फिल्मों ‘दूरियां’ और ‘तुम लौट आओ’ का निर्माण किया। भीमसेन खुराना लेखक भी थे और उन्होंने छह किताबें भी लिखी थीं। उनका बैनर क्लाइंब फिल्म्स पिछले 32 सालों से चल रहा है।
भारतीय एनिमेशन के अगुआ और अनेक राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता भीमसेन खुराना का 82 वर्ष की उम्र में निधन हो गया था। ‘एक अनेक एकता’ मशहूर एनीमेशन शॉर्ट फिल्मों और ‘एक चिड़िया, अनेक चिड़िया’ गाने के लिए जाना जाता है। भीमसैन खुराना मुंबई के अस्पताल में डायलिसिस पर थे, जहां 18 अप्रैल 2018 को उनका निधन हो गयाथा। उनके पीछे उनकी पत्नी नीलम और बेटे हिमांशु व किरीट खुराना हैं।