प्रेशर कुकर के इतिहास पर नजर दौडाएं तो पता चलता है की 1679 में फ्रांसीसी भौतिकशास्त्री डेनिस पापिन ने पहला प्रेशर कुकर बनाया था, जिसे उन्होंने ‘ स्टीम डाइजेस्टर ‘ नाम दिया । उस वक्त उन्होंने अपने इस आविष्कार का लंदन की रोंयल सोसाइटी के समक्ष प्रदर्शन भी किया था। हालांकि इसे इस्तेमाल करना आसान भी नहीं था और इसके लिए ख़ास तरह की भट्टी की भी जरुरत पड़ती थी, लिहाजा इसे लंबे समय तक ज्यादातर होटलों व इंडस्ट्रिज में ही इस्तेमाल किया जाता रहा। लोगों के घरों तक पहुँचने के लिए इसे बीसवीं सदी तक इंतज़ार करना पडा ।
डेनिस पापिन एफआरएस फ्रांसीसी भौतिक विज्ञानी, गणितज्ञ और आविष्कारक थे, जो स्टीम डायजेस्टर के अग्रणी आविष्कार, प्रेशर कुकर और भाप इंजन की खोज के लिए जाने जाते हैं। इनका जन्म: 22 अगस्त 1647, ब्लोइस, फ़्रान्स में हुआ था। और निधन 26 अगस्त 1713 को लंदन में हुआ था।
1915 में पहली बार इस उपकरण के लिए ‘ प्रेशर कुकर’ शब्द का इस्तेमाल किया गया । अमेरिका के न्यूयोंर्क में 1939 में आयोजित वैश्विक मेले में अल्फ्रेड विशलर ने पहली बार ऐसा एलुमिनियम प्रेशर कुकर प्रदर्शित किया, जिसका आकार घरों में खाना बनाने वाली देगजी या पतीली जैसा था। इसे आधुनिक कुकर का शुरूआती रूप मान सकते हैं । यह मॉडल जल्द घर-घर में लोकप्रिय हो गया।