मुबारक साल गिरह-
अनिल कुंबले जिम लेकर के बाद विश्व के पहले ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्होने टेस्ट क्रिकेट में एक पारी में 10 विकेट लिए हैं। अनिल बेंगलुरु, के निवासी हैं। इनके सम्मान में बेंगलुरु, के सबसे मुख्य चौराहे को अनिल कुंबले चौराहा का नाम दिया गया है। भारत की ओर से 500 विकेट लेने वाले वह पहले खिलाड़ी हैं।
अनिल कुंबले का जन्म 17 अक्टूबर 1970 को बंगलौर अब बंगलुरु में कृष्णा स्वामी और सरोजा के यहाँ हुआ। उनका सरनेम ‘कुंबले’ उनके परिवार वालों ने कुंबला नाम के उनके पैतृक गांव के नाम पर रखा। उनकी लम्बाई के कारण वो जंबो नाम से भी प्रसिद्ध हैं।
नेशनल कॉलेज बसावनागुडी से शिक्षा ग्रहण करने के पश्चात 1992 में राष्ट्रीय विद्यालय कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग से मैकेनिकल इंजीनियरिंग की डिग्री ली। कर्नाटक की तरफ से अनिल कुंबले ने अपना फस्ट क्लास डेब्यू हैदराबाद के खिलाफ 1989 में किया जिसमें उन्होंने चार विकेट लिए। उनके बेहतरीन प्रदर्शन को देखते हुए उन्हें पाकिस्तान के खिलाफ अंडर 19 टीम में चुन लिया गया। अनिल कुंबले ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में श्रीलंका के खिलाफ वनडे में अप्रैल 1990 में पदार्पण किया. इसी वर्ष इंग्लैड के खिलाफ पहला टेस्ट मैच खेला। अनिल कुंबले ने 132 टेस्ट मैच की 236 पारियों में 619 विकेट लेकर टीम इंडिया के सबसे सफल गेंदबाज बने हुए हैं। 271 एकदिवसीय मैच की 265 पारियों में 337 विकेट लेने का गौरव भी उनके नाम है। कुंबले ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में श्रीलंका के खिलाफ वनडे में अप्रैल 1990 में पदार्पण किया। इसी वर्ष इंग्लैड के खिलाफ पहला टेस्ट मैच खेला। अनिल कुंबले नवंबर 2007 से भारतीय क्रिकेट टीम के 1 वर्ष तक कप्तान भी रहे।
भारत की ओर से टेस्ट मैचों में सर्वाधिक विकेट लेनेवाले गेंदबाज।
अनिल कुंबले ने 1990 से 2008 के बीच चले टेस्ट जीवन में खेले 132 टेस्ट मैचों में 40850 गेंदे फेंककर 18355 रन देकर 29.65 की औसत से 619 विकेट लिए । भारत की ओर से टेस्ट मैचों में 500 और 600 विकेट लेनेवाले पहले गेंदबाज ।
भारत के अकेले गेंदबाज जिंहोने टेस्ट मैचों में 500 और 600 विकेट लिए हैं। टेस्ट क्रिकेट इतिहास में एक टेस्ट पारी में 10 विकेट लेनेवाले इंग्लैंड के जिम लेकर के बाद केवल दूसरे गेंदबाज। अनिल कुंबले ने पाकिस्तान के विरूद्ध 4 फरवरी 1999 को आरंभ हुए दिल्ली टेस्ट की चौथी पारी में अपने 26.3 ओवरों में 9 मेडन रखते हुए 74 रन देकर सभी 10 विकेट लेने का कारनामा कर दिखाया। उनसे पहले इंग्लैंड के जिम लेकर ने ऑस्ट्रेलिया के विरूद्ध 26 जुलाई 1956 को आरंभ हुए मैनचेस्टर टेस्ट की कुल तीसरी पारी में और ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी में 51.2 ओवरों में 23 मेडन रखते हुए 53 रन देकर एक टेस्ट पारी में सभी दसों विकेट लेनेवाले पहले गेंदबाज बने थे। वे इंडियन प्रीमियर लीग में बैंगलोर की ओर से खेलते थे।
बले ने 2011 की आईपीएल नीलामी से पहले खेल के सभी प्रारूपों से संन्यास की घोषणा की और उन्हें तुरंत बैंगलोर फ्रेंचाइजी के लिए मेंटरशिप की भूमिका की पेशकश की गई। उनके मार्गदर्शन में, बैंगलोर आईपीएल के 2011 संस्करण में उपविजेता रहा। 2013 में, कुंबले ने बैंगलोर फ्रेंचाइजी के मेंटर के पद से इस्तीफा दे दिया और मुंबई के लिए वही भूमिका संभाली।
कुंबले ‘टेनविक’ कंपनी से भी जुड़े हैं जो खेल प्रबंधन संभालती है। 2010 में, कुंबले ने कर्नाटक राज्य क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष पद के लिए चुनाव लड़ा और मैसूर शाही परिवार के वंशज श्रीकांतदत्त नरसिम्हराजा वोडेयार को 33 वोटों के अंतर से आसानी से हराया। उन्होंने राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी के अध्यक्ष का पद भी संभाला। उन्होंने 2013 केएससीए चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया।
अक्टूबर 2012 में कुंबले को ICC क्रिकेट समिति का नया अध्यक्ष नियुक्त किया गया। जून 2016 में, बीसीसीआई की तीन सदस्यीय सलाहकार समिति की सिफारिश के अनुसार, कुंबले को भारतीय टीम का मुख्य कोच नियुक्त किया गया था। उन्होंने 2017 की चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल तक शानदार सफलता दर के साथ एक साल तक इस पद पर बने रहे, जिसमें भारत हार गया था। कुंबले का कप्तान विराट कोहली के साथ कथित मतभेद था और माना जाता है कि उन्हें उनके पद से बर्खास्त कर दिया गया था, लेकिन उनकी जगह रवि शास्त्री को नियुक्त किया गया था। वह आईसीसी की तकनीकी समिति के प्रमुख और एनसीए के सक्रिय सदस्य बने हुए हैं जहां वह युवा और उभरते क्रिकेटरों को सलाह देते हैं। प्रदीप कृष्णमूर्ति और ऋषि रॉय एजेन्सी।