यूं तो माणिक दत्ता के साथ अनीता गुहा की शादीशुदा जिंदगी अच्छी थी लेकिन असल जिंदगी में वह मां बनने से वंचित रह गईं। इस बार का दुख उन्हें जीवन भर रहा। कुछ सालों बाद पति की मौत हो गई और वे तनाव में रहने लगी। तनाव के बीच वह ल्यूकोडर्मा की शिकार हो गईं और पूरे शरीर पर सफेद धब्बे पड़ गए। इन धब्बों को छुपाने के लिए वे बहुत हैवी मेकअप करने लगीं थी। वे कहती थीं कि जिस मेकअप से उन्हें प्यार था बाद में उसी से उन्हें नफरत होने लगी थी। पति माणिक दत्त का असामयिक निधन होने के बाद वह बहुत ही गुमनाम सी जिंदगी जीते हुए 20 जून 2007 को 68 साल की उम्र में दुनिया छोड़ गईं। उन्हें दिल का दौरा पड़ा था। अपने आखिरी समय में वह तनाव और ल्यूकोडर्मा से इतना परेशान हो गई थीं कि उन्होंने अपने करीबियों से कहा था कि अंतिम संसकार से पहले उनका मेकअप किया जाए ताकि उनके सफेद धब्बे लोग ना देख पाएं। उनकी ये अंतिम इच्छा पूरी भी की गई।
देवी समझने लगे थे लोग
बीते दौर की अनीता गुहा (17 जनवरी 1932 )के नाम लम्बी लिस्ट हिन्दी व बंगाली फ़िल्में हैं,कई धार्मिक फ़िल्में भी अनीता गुहा ने की हैं। मक़बूल हुईं तो लोग इनको देवी समझने लगे संतोषी माता यही हैं। जय संतोषी मां के साथ यह मिथक जुड़ गया की इस फ़िल्म के कलाकारों को बाद में काफ़ी दुःखों का सामना करना पड़ा था। जय संतोषी मां में संतोषी माता बनीं अनीता गुहा को सफेद दाग की बीमारी हुई और इसके चलते उनका घर से बाहर आना बाद के दिनों में काफी कम हो गया। 1975 में रिलीज हुई फिल्म ‘जय संतोषी मां’ बॉक्स ऑफिस पर सबसे कामयाब फिल्मों में गिनी जाती है। 12 लाख में बनी इस फिल्म ने 25 करोड़ का कारोबार किया था। इस फिल्म से लोगों की आस्था जुड़ी हुई थी। जय संतोषी मां फिल्म ने भले की सक्सेस की नई इबारत लिखी हो लेकिन इस फिल्म को बनाने में शामिल रहे लोगों का जीवन दुखों से भरा हुआ रहा। फिल्म ‘जय संतोषी मां’ में संतोषी मां का रोल अनीता गुहा ने किया था।
अनीता गुहा ने 1950 में तांगावाली फिल्म के साथ बॉलीवुड में एक्टिंग करियर की शुरुआत की थी। 1959 में गूंज उठी शहनाई के लिए उनको फिल्मफेयर अवॉर्ड्स में बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस के लिए नामित किया गया था। इसके बाद उन्होंने कई पौराणिक कहानियों पर आधारित फिल्मों में काम किया। उन्होंने तीन फिल्मों में सीता मैया का रोल निभाया। अनीता ने एक इंटरव्यू में कहा था कि संतोषी मां फिल्म के बाद लोग मेरे पास आकर कहते थे कि वो उनके सिर पर हाथ रख आशीर्वाद दें। लोग उन्हें देवी की तरह पूजने लगे थे।
फिल्म में संतोषी माता बनीं अनीता गुहा की निजी जिंदगी दुखों से भरी हुई रही। कभी अपनी खूबसूरती के लिए मशहूर अनीता को करियर की ढलान के दौरान सफेद दाग की गंभीर बीमारी हुई। इसके चलते वह घर से बाहर कम ही निकलती थीं। इनको छिपाने के लिए वह अक्सर हैवी मेकअप में रहती थीं।