ट्रम्प के तीन युद्धपोत प्रशांत सागर में
वाशिंगटन। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने उत्तर कोरिया को गंंभीर चेतावनी के रूप में अपने तीन विशालतम युद्धपोत प्रशांत महासागर में आज उतार दिये। अमेरिका और दक्षिण कोरिया का संयुक्त नौसेना अभ्यास चल रहा है। रक्षा अधिकारियों के अनुसार दक्षिण कोरिया के पूर्वी तट से शुरू हुआ यह सैन्य अभ्यास उत्तर कोरिया के लिए स्पष्ट चेतावनी का संकेत है।
इस सैन्य अभ्यास से एक दिन पहले ही डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा था कि उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन की परमाणु महत्वाकांक्षा और फंतासियों (बड़बोतापन) ने एशिया प्रशांत क्षेत्र को बंधक बना दिया है। उन्होंने दुनिया भर के देशों का आह्वान किया कि उत्तर कोरिया के खिलाफ अब सभी को एकजुट होना चाहिए। उत्तर कोरिया के परमाणु हथियार कार्यक्रम में कटौती के लिए क्षेत्रीय समर्थन जुटाने के उद्देश्य से डोनाल्ड ट्रम्प एशियाई देशों की यात्रा पर निकले हैं। (हिफी)
टर्नबुल की सरकार पर संकट
सिडनी। आस्ट्रेलिया में टर्नबुल की सरकार पर खतरा उस समय और बढ़ गया जब उनके एक सांसद ने इस्तीफा दे दिया।
नागरिकता के मुद्दे पर शनिवार को एक और सांसद के इस्तीफा देने से प्रधानमंत्री मैलकम टर्नबुल के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार के अल्पमत में आने का खतरा बढ़ गया है। ऑस्ट्रेलिया के संविधान के अनुसार दोहरी नागरिकता रखने वाले व्यक्ति संसद की सदस्यता नहीं पा सकते। इससे पहले गत माह टर्नबुल की गठबंधन सरकार को उस समय एक बड़ा झटका लगा जब हाई कोर्ट ने अपने एक फैसले में पांच सांसदों को अयोग्य घोषित कर दिया था।
अपने पद से इस्तीफा देने वाले कंजरवेटिव लिबरल पार्टी के सांसद जॉन एलेक्जेंडर ने सिडनी में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि उन्हें नहीं पता कि अब वह ऑस्ट्रेलियाई नागरिक हैं अथवा नहीं इसलिए वह अपने पद से इस्तीफा देते हैं। एलेक्जेंडर ने कहा कि यह मेरा कर्तव्य है कि मुझे अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए और मैं ऐसा ही करूंगा। उन्होंने कहा कि इस परिस्थिति को स्पष्ट करना बहुत जरूरी है। गौरतलब है कि एलेक्जेंडर अपनी ब्रिटिश नागरिकता को लेकर ब्रिटेन के गृह मंत्रालय के जवाब का इंतजार कर रहे थे। (हिफी)
सीमा विवाद सुलझाएंगे शी जिनपिंग
बीजिंग। चीन में दूसरे दौर की सत्ता संभालने के बाद शी जिनपिंग भारत के साथ सीमा विवाद सुलझाने के इच्छुक दिख रहे है। वह भारत और चीन सीमा मुद्दों के साथ ही अन्य द्विपक्षीय विषयों पर वार्ता के अगले दौर का आयोजन अगले महीने कर सकते हैं। सत्तारूढ़ कम्यूनिस्ट पार्टी के प्रमुख के तौर पर शी जिनफिंग के दूसरे कार्यकाल की शुरआत के बाद से दोनों देशों के बीच यह पहला संवाद होगा।
चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने मीडिया को बताया कि भारत और चीन के विशेष प्रतिनिधियों के बीच सीमा वार्ता के 20वें दौर के साथ ही रूस, भारत और चीन (आरआईसी) के विदेश मंत्रियों की बैठक का अगला चरण भी उचित समय पर आयोजित होगा। उन्होंने दोनों बैठकों की समय-तालिका देने से इंकार कर दिया। हालांकि अधिकारियों ने कहा कि सीमा वार्ता और आरआईसी बैठक का आयोजन अगले महीने नयी दिल्ली में किया जा सकता है। 20 वें चरण की सीमा वार्ता दोनों देशों के बीच 73 दिन तक चले डोकलाम गतिरोध के सुलझने के बाद होने वाली पहली वार्ता होगी। यह सीमा वार्ता राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल और चीन के स्टेट काउंसलर यांग जियेची के बीच होगी। दोनों को विशेष र्पतिनिधि की जिम्मेदारी दी गई है। उच्च पद प्राप्त इन दोनों अधिकारियों को द्विपक्षीय संबंधों से जुड़े सभी मुद्दों पर बातचीत करने का भी आदेश प्राप्त है। हुआ चुनयिंग ने मीडिया को बताया कि भारतीय और चीनी नेता दोनों ही सीमा मुद्दे को बहुत महत्त्व देते हैं और हमने इस मुद्दे को सुलझाने के लिए कई साल तक प्रयास किए हैं। उन्होंने कहा, पिछली बैठक में विशेष प्रतिनिधियों ने विचारों का आदान र्पदान किया और सकारात्मक र्पगति की। अब यह प्रक्रिया बहुत अच्छे ढंग से संचालित हो रही है। (हिफी)
खाकान अब्बासी की नयी चाल
इस्लामाबाद। भारत विरोधी रणनीति के तहत पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहिद खाकान अब्बासी नियंत्रण रेखा पर कम्युनिटी बंकर बनाएंगे। पाकिस्तानी सेना ने एक बयान में कहा है कि अब्बासी ने सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा और पीओके ‘प्रधानमंत्री राजा फारूक हैदर के साथ आज नियंत्रण रेखा के चिरिकोट सेक्टर का दौरा किया। सीमा पार गोलीबारी में मारे गए लोगों के परिवार वालों और घायलों से बातचीत करते हुए अब्बासी ने उनकी प्रतिबद्धता और संकल्प की तारीफ की। उन्होंने प्रभावित परिवारों के लिए वित्तीय मदद का ऐलान किया और कम्यूनिटी बंकर के निर्माण के लिए कोष को स्वीकृति प्रदान की।
अब्बासी के इस दौरे के समय उनको इलाके के जनरल आफिसर कमांडिंग ने जानकारियां दीं तथा भारतीय सुरक्षा बलों की ओर से कथित तौर पर किए जाने वाले संघर्ष विराम के कथित उल्लंघन के बारे में सूचित किया। इस प्रकार खाकान अब्बासी यह बताने का प्रयास कर रहे हैं कि भारत युद्ध विराम का उल्लंघन करता है। (हिफी)