मुज़फ्फरनगर सांप्रदायिक हिंसा के पीड़ितों पर मुकदमे वापस लेने का दबाव डालने वाले
मुलायम सिंह साम्प्रदायिक तत्वों को दे रहे हैं संरक्षण
लखनऊ . रिहाई मंच ने भीमा कोरेगांव में दलितों के ऊपर हुए हमले को पूरे दलित समाज की अस्मिता के ऊपर हमला करार दिया है. मंच ने कहा कि कोरेगांव में संघियों और पुलिस प्रशासन गठजोड़ बनाकर शौर्य दिवस मना रहे दलितों पर हमला किया गया.
रिहाई मंच अध्यक्ष मुहम्मद शुएब ने कहा कि कोरेगांव में दलित समाज के लोग 200 साल पहले पेशवाशाही जैसे मनुवादी– ब्राहमणवादी जो दलित समाज के लोगों के गले में मिट्टी का बर्तन और कमर में झाड़ू बंधवाने जैसी अमानवीय प्रथा दलितों पर थोपा था उस अन्याय के खिलाफ लड़ाई लड़ कर जीता था और उसके उपलक्ष्य में निकली यात्रा पर सरकारी संरक्षण में हमला हुआ है वो उसी मनुवादी और ब्राहमणवादी जेहनियत का नतीजा है.
मंच अध्यक्ष ने मुज़फ्फरनगर साम्प्रदायिक हिंसा में शामिल लोगों पर से मुक़दमे वापस लेने की पैरवी करने वाले मुलायम सिंह यादव पर टिप्पणी करते हुए कहा कि मुलायम सिंह यादव को उनके बेटे के शासनकाल में हुई सांप्रदायिक हिंसा पर माफ़ी मांगना चाहिए लेकिन वे फिर से पीड़ितों पर मुक़दमा वापस लेने का दबाव डालकर सांप्रदायिक तत्वों को राहत पहुँचाना चाहते हैं.