
कचरा संयोजन मशीन किल वेस्ट का शुभारम्भ
प्रथम चरण में परमार्थ निकेतन में लगाया गयाकचरा संयोजन मशीन
ऋषिकेश, स्वप्निल संसार। उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने परमार्थ योगा गार्डन में कचरा संयोजन (किल वेस्ट) मशीन का शुभारम्भ किया। साथ ही मुख्यमंत्री ने देश में गंदगी को लेकर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि भारत भूमि दिव्य भूमि है भारत जीता-जागता राष्ट्र पुरूष है परन्तु दुर्भाग्यवश वर्तमान समय में जहाँ भी देखो वहां कचरे-कूड़े के ढ़ेेर दिखाई देते हैं। उन्होंने कचरे से निजात पाने की विधि बताते हुए कहा कि कचरे के स्थायी रूप से प्रबंधन की नितांत आवश्कता है। कचरे के प्रबंधन में मानवीय लापरवाही प्रमुख समस्या है परन्तु कचरे का प्रबंधन भी मानवीय सहभागिता से ही सम्भव है। मुख्यमंत्री ने स्वामी चिदानन्द सरस्वती महाराज की सराहना करते हुए कहा कि स्वामी चिदानन्द सरस्वती महाराज पर्यावरण के क्षेत्र में शांदार योगदान दे रहे हैं। उन्होने प्रत्येक पर्व, कार्यक्रम एवं उत्सव को पर्यावरण संरक्षण से जोड़कर वैश्विक स्तर पर वैश्विक मंच से जागरूकता का संदेश प्रसारित किया है। इसी कड़ी में स्वामी महाराज ने यमकेश्वर की विधायक, श्रीमती ऋतु खण्डूरी, नगर पंचायत की चेयरमेन श्रीमती शकुन्तला राजपूत एवं सभी सभासदों से कचरा संयोजन मशीन के विषय में विस्तार से चर्चा की ताकि इसे ऋषिकेश के विभिन्न स्थानों पर भी लगाया जाये।
मशीन क्या है और कैसे काम करती है
किल वेस्ट मशीन एक चमत्कार की तरह है; यह वातावरण का सूखा एवं गीला कचरा कम करने का अद्भुत यंत्र। इस मशीन का मूल डिजाइन डीआरडीओ के वैज्ञानिकों ने बनाया है। मशीन एक घन्टे में लगभग 100 किलो कूडे़ का निस्तारण करती है और अपशिष्ट के रूप में केवल चार किलो राख ही बचती है। इस राख का उपयोग फर्टिलाइजर के रूप में किया जा सकता है। यह साॅलिड वेस्ट डिस्पोजर है। जो ईंधन मुक्त एवं ईको फ्रेंडली है और कम लागत पर कार्य करती है। इसका डिजाइन इस प्रकार तैयार किया गया है कि यह नियंत्रित वायु आपूर्ति के माध्यम से नियंत्रित दहन प्रणाली पर कार्य करती हैं तथा कूडे़ की मात्रा के अनुसार यह मशीन विभिन्न आकारों में निर्मित की जाती है। यह सूखा और गीला दोनो कचरों को जला सकती है और इससे थोड़ा सा ही धुंआ निकलता है, जिसके विषैले तत्व सोडियम हाइड्रोआॅक्साइड के प्रभाव से नष्ट हो जाते है। इसमें एक्टीवेटेड चारकोल होता है जो धुुएं को प्रदूषण रहित कर देता है। इसको जलाने से बदबू भी नहीं आती। इसका परिक्षण सफल रहा तो यह भारत का कचरा कम करने के लिये वरदान साबित होगी।
इस अवसर पर स्वामी चिदानन्द सरस्वती महाराज ने कहा कि ’स्वर्गाश्रम को स्वर्ग जैसा बनाने के लिये जन जागरूकता एवं जन सहभागिता नितांत आवश्यक है। हमें सिविक सेंस प्राकृतिक सेंस को ध्यान में रखकर कार्य करना होगा। स्वामी महाराज ने कहा कि प्रकृति हर मनुष्य की जरूरतों को पूरा करती है वहीं दूसरी ओर मनुष्य ने अपनी जरूरतों के लिये प्रकृति की हर जरूरत को चकनाचुर कर दिया है।
भारतीय सेना दिवस पर स्वामी चिदानन्द सरस्वती एवं मुख्यमंत्री उत्तराखण्ड त्रिवेंद्र सिंह रावत ने भारत के बहादुर सैनिकों की शहादत पर दो मिनट का मौन रखा। लोगों की सलामती के लिये अपना सर्वोच्च न्यौछावर करने वाले अपने प्राणों का बलिदान करने वाले सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित की। स्वामी ने कहा कि सेना के जवान देश की शान है; देश का मान और आन है। हमारे सैनिक हर चुनौतियों का डटकर सामना करते है। स्वामी महाराज ने सेना दिवस को स्वचछता दिवस मनाने की अपील की। स्वामी महाराज और मुख्यमंत्री ने सेना दिवस के अवसर पर जवानों को पौधे वितरित किये। इस अवसर पर स्वामी महाराज ने कहा कि ’परेड पर्व बने प्रेरणा पर्व’ उधर परेड करे और इधर पेड़ लगाए जाएं।
किल वेस्ट मशीन के उद्घाटन अवसर पर किल वेस्ट मशीन को डिजाइन करने वाले लक्ष्मण शास्त्री , ईकोे टास्क फोर्स देहरादून के कंमाडिंग आफिसर के कर्नल हरिराज सिंह राणा , ईकोे टास्क फोर्स के अधिकारीगण, सेना के अधिकारीगण, सैनिक बटालियन, यमकेश्वर की विधायक, श्रीमती ऋतु खण्डूरी , नगर पंचायत की चेयरमेन श्रीमती शकुन्तला राजपूत एवं सभासद, स्थानीय नेता, के्रम्ब्रिज स्कूल के छात्र-छात्रायें, लद्दाख से आयी अनेक युवा बौद्ध भिक्षुनियां, लामा, परमार्थ निकेतन के व्यवस्थापक रामअनन्त तिवारी, परमार्थ गुरूकुल के आचार्य, ऋषिकुमार, जीवा, गंगा एक्शन परिवार, परमार्थ निकेतन के सभी सदस्यगण एवं अनेक देशी-विदेशी सैलानी उपस्थित थे।
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