हम कांग्रेस के आखिरी किले को भी जीतेंगे- यह कहना हैं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का। श्री योगी 2 मई को कर्नाटक के दौरे पर पहुंचे। कर्नाटक में मतदान की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आ रही है, राजनीतिक दलों के स्टार प्रचारकों ने मोर्चा संभाल लिया है। योगी आदित्यनाथ भाजपा के स्टार प्रचारक हैं। कर्नाटक में कांग्रेस ने लिंगायत धर्म का दांव खेल दिया है। राहुल गांधी को मंदिरों, मठों में ले जाया गया इसीलिए भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने अपने चुनाव प्रचार की शुरूआत मंदिर दर्शन से की थी। इतना ही नहीं भाजपा ने कर्नाटक के चुनावी मैदान में हिन्दुत्व के पोस्टर ब्वाय योगी आदित्यनाथ को उतारा है। दक्षिण भारत के द्वार कहे जाने वाले इस राज्य में सम्प्रदाय की जड़ें बहुत गहरी है। योगी आदित्य नाथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री होने के साथ ही नाथ सम्प्रदाय के महंत हैं। वह गोरक्ष पीठ के पीठाधीश्वर है। कर्नाटक के आदिचुंचन गिरि मठ में वोक्कालिंगा समुदाय की गहरी आस्था है। लिंगायतों के बाद यही दूसरा सबसे बड़ा समुदाय है।
योगी आदित्यनाथ की कर्नाटक में कई चुनावी सभाएं होनी हैं और रोड शो भी निकलेंगे। इससे पूर्व योगी आदित्यनाथ ने मंगलूर के कदाली मठ का दौरा किया था जिसे योगेश्वर मठ के नाम से भी जाना जाता है। यह कर्नाटक में नाथ सम्प्रदाय का सबसे बड़ा मठ है। राज्य के तटवर्ती इलाके में नाथ सम्प्रदाय के अनुयायियों की संख्या ज्यादा है। योगी आदित्य नाथ की एक रैली तटीय इलाके में हो चुकी हैं और इस बार भी योगी को इन्हीं क्षेत्रों में लोगों के बीच ले जाया जा रहा है। दक्षिण कन्नड़ और उडुपी में नाथ सम्प्रदाय के लोग अपनी विशेष पकड़ रखते है। बेंगलुरू रैली के दौरान योगी आदित्यनाथ ने आदि चुंचन गिरिमठ में विश्राम किया था और संस्थान के निर्मलानंद नाथ स्वामी जी के साथ पूजा भी की थी। इस मठ में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमितशाह भी पहुंचे थे। त्रिपुरा में वामपंथ के किले पर जीत हासिल करने के बाद श्री योगी और भाजपा का पूरा ध्यान दक्षिण भारत के कर्नाटक में भगवा फहराने पर लगा है। योगी ने कर्नाटक में पहुंचते ही कहा कि भाजपा पूर्ण बहुमत से यहां सरकार बनाएगी।
कर्नाटक में विधान सभा की 225 सीटें है लेकिन चुनाव सिर्फ 224 सीटों पर होगा। एक सीट एंग्लोइंडियन के मनोनयन से भरी जाएगी। इस प्रकार 113 विधायक जुटा कर सरकार बनायी जा सकती हैं। भाजपा का लक्ष्य राज्य की कम से कम 150 सीटों पर जीत हासिल करने का है। श्री योगी कहते हैं कि यह लक्ष्य भाजपा हासिल करेगी। राज्य में 2013 के विधान सभा चुनाव में कांग्रेस ने बहुमत से सरकार बनायी थी। भाजपा और जनता दल (एस) को 40-40 विधायक ही मिल पाये थे। उस चुनाव में पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने भाजपा से बगावत करके चुनाव लड़ा था और उन्हें सिर्फ 6 विधायक मिल पाये थे। श्री येदियुरप्पा 2014 में भाजपा के साथ आ गये थे और इस बार वे मुख्यमंत्री पद के प्रत्याशी हैं। इसलिए विधान सभा चुनाव में भाजपा को बहुमत प्राप्त करने में कठिनाई नहीं हो सकती। श्री योगी ने इसी आधार पर कर्नाटक में भाजपा की सरकार पूर्ण बहुमत से बनने की बात कही है। गत 2 मई को कर्नाटक के दौरे पर पहुंचे योगी आदित्य नाथ ने सिरसी में जनसभा को संबोधित करते हुए एक बार फिर चुनाव प्रचार का मोर्चा संभाल लिया है।
सिरसी में जन सभा को संबोधित करते हुए श्री योगी ने कहा कि यहां, पर आज एक राष्ट्रवादी सरकार की जरूरत है जो राज्य से जिहादी तत्वों को बाहर निकाल सके। उन्होंने अपने राज्य उत्तर प्रदेश का हवाला देते हुए कहा कि यूपी में आज जिहादी नहीं हैं। इसका कारण है वहां भाजपा की सरकार ने जिहाद पर सख्ती से पाबंदी लगा रखी है। श्री योगी ने कहा कि कर्नाटक में जिहादी क्यों हैं? स्वयं ही इसका उत्तर देते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार एक सम्प्रदाय विशेष का तुष्टीकरण करती रही है। इसलिए यहां जिहादी हैं। उत्तर प्रदेश में आज आप बेगुनाहों को नहीं मार सकते लेकिन कर्नाटक में हिन्दुओं की हत्या हो रही है। उन्होंने कहा कि कर्नाटक में भाजपा और हिन्दू कार्यकर्ताओं को मारा जा रहा है लेकिन राज्य सरकार हिन्दुओं की रक्षा नहीं कर पा रही बल्कि जिहादी तत्वों का समर्थन कर रही है। कर्नाटक में कानून और व्यवस्था की स्थिति ठीक नहीं हैं। श्री योगी ने सवाल किया कि क्या यासीन भटकल जैसे लोग अब हमे बताएंगे कि सरकार कैसे चलायी जाए। श्री योगी ने हिन्दुत्व के मुद्दे को अयोध्या के राम मंदिर से भी जोड़ा। उन्होंने कहा कि राम जन्म भूमि विवाद का समाधान होना चाहिए। श्री योगी कहते हैं कि अभी मामला सुप्रीम कोर्ट में हैं, न्यायालय ने इसे बाबरी मस्जिद विवाद नहीं कहा है, ये मामला आस्था का नहीं भूमि बंटवारे का विवाद है और हमें धैर्य रखना चाहिए। अयोध्या राम मंदिर विवाद पर कुछ दिन पहले विश्व हिन्दू परिषद के अन्तरराष्ट्रीय अध्यक्ष विष्णु सदाशिव कोकजे ने भी गंभीर संकेत दिया था। उन्होंने न्यायालय का सम्मान करते हुए कहा था कि राम मंदिर पर यदि केन्द्र सरकार कोई कानून बनाती है तो सुप्रीम कोर्ट के न्याय क्षेत्र की मर्यादा प्रभावित होगी। इस तरह भाजपा और विहिप के नेता राम मंदिर का मामला बहुत ही सावधानी से उठाते हैं लेकिन जोर इस पर रहता है कि अयोध्या में शीघ्र ही राममंदिर बनेगा।योगी आदित्यनाथ ने कर्नाटक की कांग्रेस सरकार को आर्थिक विकास के मामले में भी घेरा। उन्हांेने सिद्धरमैया सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि कोई प्रयास ही नही किया। प्रदेश में श्री येदियुरप्पा के नेतृत्व में जब भाजपा की सरकार बनेगी तो कर्नाटक में भी हम ऐसा ही माहौल देंगे। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में हमने 86 लाख किसानों को राहत दी है जब कि कर्नाटक में तीन हजार से अधिक किसान आत्महत्या कर चुके हैं। सिद्धरमैया सरकार ने किसानों को कोई राहत नहीं दी है। उन्होंने सिद्ध रमैया सरकार पर लोगों को जाति के आधार पर बाॅटने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार सभी को साथ लेकर विकास कर रही है जबकि कर्नाटक मं 23 भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या कर दी गयी। योगी ने कहा कि हमारी सरकार ने यूपी में जिहादियों का सफाया कर दिया तो कर्नाटक में इन्हें संरक्षण क्यों दिया जा रहा है।इसके बाद योगी आदित्यनाथ ने अपना हिन्दुत्व चेहरा लोगों के सामने रखा और कहा कर्नाटक में राम और हनुमान का मिलन होता दिखाई दे रहा है। राम को जब अयोध्या में सहारा नहीं मिला तो दक्षिण की तरफ आये। सबसे विश्वसनीय सहायक उन्हें कर्नाटक की धरती पर ही मिले। कर्नाटक की धरती राम राज्य स्थापना की धरती है। मैं राम, कृष्ण और बाबा विश्वनाथ की धरती से यहां आया हूं। उन्होंने कहा भगवान राम ने रास्ता दिखाया। कांग्रेस देश पर बोझ है और दंगों पर लगाम नहीं लगा सकी जबकि यूपी में दंगों पर पूरी तरह से रोक लग चुकी है। मजे की बात यह कि श्री योगी जब सिरसी में जन सभा को संबोधित कर रहे थे, उसी समय बीदर में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी 15 मिनट के भाषण पर मोदी के जवाब में सफाई पेश कर रहे थे।(हिफी)
