स्वस्थ रहने के लिए ताजी हरी सब्जियों का सेवन बहुत फायदेमंद होता है लेकिन कुछ सब्जियां ऐसी भी हैं, जोकि आपकी सेहत के लिए खतरा बन सकती हैं। जी हां, हाल ही में हुए रिसर्च के मुताबिक फूलगोभी और पत्तागोभी जैसी सब्जियां दिमाग को नुकसान पहुंचा रही हैं। दरअसल, इन सब्जियों में ऐसे कीड़े होते हैं , जोकि सब्जियां पकाने पर भी नहीं मरते और दिमाग में जाकर गंभीर बीमारी का खतरा पैदा करते हैं।
-इन सब्जियों में होते हैं हरे रंग के कीड़े
शोध में सामने आया है कि इन दो सब्जियों में टेपवार्म (हरे रंग के कीड़े) पाए जाते हैं, जिन्हें आप ना चाहते हुए भी सब्जी के साथ पकाकर खा जाते हैं। यह कीड़े सब्जियों को धोने या पकाने पर भी नहीं जाते। यह जीवाणु अधिक से अधिक तापमान को भी सहन कर सकते हैं, जोकि खाना पकाने और शरीर में जाने के बाद भी खत्म नहीं होते। यह धीरे-धीरे दिमाग तक पहुंच जाते हैं और गंभीर बीमारियों का खतरा पैदा करते हैं।
-दिमाग तक ऐसे पहुंचते हैं ये कीड़े
टेपवार्म नामक यह कीड़ा सब्जियों में चिपका होता है। साधारण आंखों से पकड़ में ना आने वाला यह कीड़ा पेट में जाने के बाद रक्त-वाहिका के रास्ते दिमाग तक पहुंचने जाता है।
-दिमाग को खोखला कर देते हैं ये कीड़ें
ये कीड़े पेट में जाकर अंतडिय़ों के साथ चिपक जाते हैं और अंडे बनाना शुरू कर देते हैं। इन अंडों से निकलने वाले जीवाणु रक्त वाहिका में बहते हुए दिमाग तक पहुंच जाते हैं और धीरे-धीरे ब्रेन को खोखला कर देते हैं। इसके कारण बर्दाश्त ना होने वाला सिर दर्द, मिर्गी के दौरा और मौत का रिस्क बढ़ जाता है।
-टेपवार्म के असर का पहला स्टेज
इसकी पहली स्टेज में असहनीय दर्द का सामना करना पड़ता है। इससे होने वाला सिरदर्द इतना तेज होता है कि दवाई लेने पर भी नहीं जाता।
–टेपवार्म के असर का दूसरा स्टेज
इसके दूसरे स्टेज में आपको मिर्गी या ब्रेन स्टोक हो सकता है क्योंकि यह कीड़े दिमाग में जाकर चिपक जाते हैं।
–टेपवार्म के असर का खतरनाक तीसरा स्टेज
इसकी आखिरी और तीसरी स्टेज कर व्यक्ति मौत के दरवाजे तक पहुंच जाता है। इस स्टेज में दिमाग के अंदर खून की गांठें बन जाती है और मरीज अचानक बेहोश हो जाता है। सर्जरी से इन गांठों को निकाला तो जा सकता है लेकिन ज्यादा देर होने पर रोगी की जान भी जा सकती है।
-सब्जियों से कैसे खत्म करें ये कीड़े?
इन सब्जियों को काटने से पहले गर्म पानी में पोटैशियम परमैंगनेट मिलाकर भिगो दें और उसके बाद इसकी सब्जियां बनाएं। शोधकर्ताओं के मुताबिक, इस उपाय का असर कुछ प्रतिशत तक ही होता है। कई परिस्थितियों में बड़े कीड़े इस पानी में बहाकर निकल भी जाते हैं लेकिन छोटे जीवाणु और कीड़ों के अंडे सब्जी में ही चिपके रह जाते हैं। ऐसे में बेहतर होगा कि आप सब्जियों का सेवन न करें।
