राजशमरी शांताराम, जिन्हें राजश्री के नाम से जाना जाता है इंडस्ट्री की सफल अभिनेत्रियों में हैं। बाल कलाकार के रूप में अपने करियर की शुरुआत करने वाली अभिनेत्री ‘जानवर’ और ‘ब्रह्मचारी’ फिल्मों में अपने शानदार अभिनय के लिए जानी जाती हैं। राजश्री ने ‘घर बसाके देखो’, ‘गृहस्थी’, ‘नवरंग और स्त्री’ फिल्मों में बाल कलाकार की भूमिकाएं निभाकर अपने करियर की शुरुआत की थी। इसके बाद बतौर राजश्री ने अपने पिता वी शांताराम की 1964 में आई फिल्म ‘गीत गाया पत्थरों ने’ से डेब्यू किया था। इस फिल्म में वह जितेंद्र के साथ आई थीं। फिल्म लोगों को पसंद आई और उनके अभिनय की भी तारीफ हुई।
8 अक्तूबर 1944 को बम्बई अब मुंबई में जन्मी राजश्री आज अपना 79 वां जन्मदिन मना रही हैं।
राजश्री लोकप्रिय फिल्म निर्माता वी शांताराम और उनकी दूसरी पत्नी व अभिनेत्री जयश्री की बेटी हैं। उनके भाई किरण शांताराम बम्बई अब मुंबई के पूर्व शेरिफ थे। राजश्री की लोकप्रियता लोगों के बीच बढ़ती जा रही थी। उन्होंने शम्मी कपूर सहित उन दिनों के सभी सर्वश्रेष्ठ अभिनेताओं के साथ काम किया। 1967 में अभिनेत्री को राज कपूर के साथ ‘अराउंड द वर्ल्ड’ में काम करने का मौका मिला। वहीं, ‘ब्रह्मचारी’ को उनकी सबसे बेहतरीन फिल्मों में गिना जाता है। राजश्री को आखिरी बार सुपरहिट फिल्म ‘नैना’ में शशि कपूर और मौसमी चटर्जी के साथ देखा गया था। उसके बाद वह कभी फिल्मों में नजर नहीं आईं और सिनेमा जगत से दूरी बना ली।
राज कपूर के साथ अमेरिका में फिल्म ‘अराउंड द वर्ल्ड’ की शूटिंग के दौरान राजश्री की मुलाकात अमेरिकी ग्रेग चैपमैन से हुई। दोनों ने तीन साल बाद भारतीय रीति-रिवाजों से शादी कर ली और राजश्री फिल्मी दुनिया को छोड़ अपने पति के साथ अमेरिका चली गईं। राजश्री लॉस एंजिल्स में रहती हैं और उनकी बेटी हैं। अमेरिका में ही राजश्री ने अपने पति के साथ कस्टम कपड़ों का बिजनेस शुरू किया। फिल्मों के प्रति अपने लगाव के चलते वह हैक-ओ-लालटेन, टेंटेड लव एंड मानसून में असिस्टेंट डायरेक्टर के तौर पर काम कर चुकी हैं।साभार अमर उजाला से