मुबारक साल गिरह
नंदिता दास अभिनेत्री और निर्देशक हैं। उन्होंने आजतक 10 विभिन्न् भाषाओं की तकरीबन 30 फिल्मों में काम किया है। फिल्म कलाकार के रूप में उन्हें फायर(1996), अर्थ(1998), बवंडर(2000), कन्नथिल मुथामित्तल(2002), अझागि और बिफोर द रेन्स(2007) में महत्वपूर्ण भूमिकाओं और शानदार अभिनय के लिए जाना जाता है। निर्देशक के रूप में ‘फ़िराक़’ उनकी पहली फिल्म हैं जिसका प्रीमियर 2008 में टोरंटो फिल्म फेस्टिवल में हुआ। इस फिल्म को तकरीबन 50 फिल्म समारोहों में प्रदर्शित किया गया जिसे 20 पुस्कार हासिल हुए। उन्हें कान्स फिल्म समारोह में 2005 और 2013 में ज्यूरी के रूप में मनोनित किया गया। कला में उल्लेखनीय योगदान के लिए नंदिता दास को को फ्रांस सरकार की ओर से ‘ऑर्ड्रे देस आर्ट्स एत देस लेटर्स’ से सम्मानित किया गया है।
नंदिता दास का जन्म 7 नवंबर 1969 को हुआ था। उनके पिता जतीन दास प्रसिद्ध कलाकार और उनकी मां लेखिका हैं। नंदिता दास के पिता ओडिया हैं जबकि उनकी माता गुजराती हैं। उनका छोटा भाई भी है जो क्रियेटिव डिजाइनर हैं। हालांकि कि उनका जन्म मुंबई में हुआ लेकिन परवरिश दिल्ली में हुई,जहां सरदार पटेल विद्यालय में उनकी शुरुआती शिक्षा-दीक्षा हुई। बाद में दिल्ली के मिरांडा हाउस से उन्होंने स्नातक की डिग्री हासिल की।
नंदिता दास की 1987 में प्रकाश झा द्वारा निर्देशित फिल्म परिणिती में अपनी पहली सार्वजनिक उपस्थिति दी थी। नंदिता दास पहली बार सुर्खियों में तब आईं जब दीपा मेहता द्वारा निर्देशित उनकी पहली प्रमुख फिल्म ‘फायर’ और ‘1947 अर्थ’ 1998 में रिलीज हुई थी। इन दोनों फिल्मों की थीम को लेकर कई लोगों ने अलग- प्रकार से आलोचना की। नंदिता दास की कुछ विवादास्पद फिल्में रही हैं 1998 में हजार चौरासी की मां,1999 में रॉकफोर्ड, 2,000 में हरी भरी, 2001 में अक्स और बवंडर, जिसमें नंदिता दास ने मुख्य भूमिका में काम किया है। फिल्मों में नंदिता दास के पात्र सामाजिक यथार्थवाद और क्रांतिकारी साम्यवाद को दर्शाते हैं।
नंनंदिता दास ने जन नाट्य मंच से अपने अभिनय करियर की शुरुआत की।नंदिता दास ने मृणाल सेन, अदूर गोपालकृष्णन, श्याम बेनेगल, दीपा मेहता और मणिरत्नम की फिल्मों में काम किया है।2008 में नंदिता दास ने बतौर निर्देशक अपनी पहली फिल्म ‘फिराक’ का निर्माण पूर्ण किया। इस फिल्म का कहानी 2002 में हुए गुजरात दंगो की विभिन्न घटनाओं पर आधारित है। इस फिल्म में नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी, रघुवीर यादव, नसीरुद्दीन शाह, परेश रावल, दीप्ति नवल, संजय सूरी और टिस्का चोपड़ा ने काम किया। नंदिता दास ने 2018 में मंटो फिल्म निर्देशित की।एजेंसी ।