पुण्य तिथि पर विशेष -चुन्नी भाई कपाड़िया की बड़ी बेटी डिम्पल कपाड़िया के फिल्मो में आने के बाद उनकी दूसरी बेटी सिंपल कपाड़िया ने 1977 में फिल्म ‘अनुरोध’ से बतौर अभिनेत्री अपना एक्टिंग करियर शुरू किया था , जिसमें उनके हीरो थे उनके जीजा राजेश खन्ना । उनकी पहली ही फिल्म फ्लॉप रही थीं। अपने 10 साल के फिल्मी करियर में सिंपल ने लूटमार (1980), शाका (1981), परख (1981), दूल्हा बिकता नहीं (1982), हम रहे ना हम (1984), प्यार के दो पल (1986) फिल्मों में काम किया।
आमतौर पर जहां लड़कियां विलेन को देख डर जाती हैं और नाम से ही कांपने लगती हैं वहीं सिंपल कपाड़िया विलेन के प्यार में बुरी तरह पागल हो गई थी। सिंपल कपाड़िया, खलनायक रंजीत की दीवानी हो गईं थीं।
सिंपल कपाड़िया रंजीत की हर अदा पर फिदा थीं। उनके हेयर स्टाइल से लेकर उनका अंदाज सिंपल के लिए दुनिया से निराला था।
लेकिन यही बात सिंपल कपाड़िया के जीजा यानि राजेश खन्ना को रास नहीं आ रही थी। राजेश खन्ना ने सिंपल की बहन डिंपल कपाड़िया से शादी की थी और वो अपनी साली यानि सिंपल कपाड़िया को लेकर काफी पजेसिव भी थे। कहा जाता है कि राजेश खन्ना रंजीत को पसंद नहीं करते थे…शायद रंजीत की विलेन वाली छवि राजेश खन्ना के दिलो दिमाग पर हावी हो गई थी और इसीलिए सिंपल कपाड़िया के साथ रंजीत की नजदीकी उन्हें रास नहीं आ रही थी। राजेश खन्ना काफी वक्त तक उस गुबार को अंदर दबाए रहे, लेकिन सिंपल कपाड़िया और रंजीत के अफेयर और इंटीमेसी के चर्चों ने उस गुबार को बाहर आने पर मजबूर कर ही दिया। जानकारों की मानें तो राजेश खन्ना इसकी वजह से सिंपल से खूब नाराज थे और उन्हें डांटा भी था। लेकिन सिंपल कपाड़िया पर कोई फर्क नहीं पड़ा।
सिंपल कपाड़िया की फिल्में भी कुछ खास नहीं चल रहीं थीं और फिर 1987 में उन्होंने फिल्मों को हमेशा के लिए अलविदा कह दिया। फिल्में छोड़ सिंपल कपाड़िया ने डिजाइनर की कमान संभाल ली, तब्बू, अमृता सिंह, श्रीदेवी और प्रियंका चोपड़ा के लिए कपड़े डिजाइन किए। 1994 में फिल्म ‘रुदाली’ के लिए सिंपल ने बेस्ट कॉस्ट्यूम डिजाइनर का नेशनल अवॉर्ड भी जीता था। इसके अलावा उन्होंने कई फिल्मों के लिए ड्रेस डिजाइनिंग की जिसमें शहजादे (1989), अजूबा (1991), डर (1993), रुदाली (1993), बरसात (1995), घातक (1996), चाची 420 (1998), जब प्यार किसी से होता है (1998), कसम (2001), सोचा ना था (2005) प्रमुख हैं।
डिजाइनर के तौर पर सिंपल पाड़िया का करियर चमक गया और फिल्म ‘रुदाली’ के लिए उन्हें बेस्ट कॉस्ट्यूम डिजाइनर के लिए नेशनल अवॉर्ड भी मिला। लेकिन 10 नवम्बर 2009 में कैंसर के चलते सिंपल कपाड़िया की मौत हो गई। आज अगर वो जिंदा होतीं तो फैशन जगत में राज कर रही होतीं।एजेंसी